-कमलेश भारतीय आखिर पंजाब में भी पहुंच गयी मुफ्त की राजनीति । दिल्ली में मुफ्त के सपने दिखाने के बाद आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के लोगों से वादा किया कि यदि वे अगली बरकार आप की लायेंगे तो वे तीन सौ यूनिट बिजली माफ कर देंगे । यही नहीं बकाया बिजली बिल भी माफ कर दिये जायेंगे। पंजाब में इस समय कांग्रेस की कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली सरकार चल रही है । यदि नवजोत सिद्धू का लफड़ा न हो तो बड़े आराम से कांग्रेस दोबारा सरकार बना सकती है । किसान आंदोलन का फायदा भी मिल सकता है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की बहू हरसिमरत कौर तब तक भाजपा सरकार में मंत्री बनी रही जब तक तीन कृषि कानून पारित नहीं हो गये । बाद में लोगों का गुस्सा देख कर डेमेज कंट्रोल करने के लिए इस्तीफा दे दिया । वैसे तो प्रकाश सिंह बादल की तबीयत ठीक नहीं रहती और बेटा सुखवीर सिंह बादल ही असल में अकाली दल का काम काज देख रहा है । जैसे कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी की जगह बेटा राहुल गांधी भी गतिविधियों पर नज़र लगाये रहता है । जैसे हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की जगह अभय चौटाला ही सुप्रीम बने रहे । यह आम बात है । जैसे अरविंद केजरीवाल ने तीन सौ यूनिट बिजली माफ करने का वादा किया है। उसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने हरियाणा मे न मीटर रहेगा , न मीटर रीडर का नारा दिया था और लोगों ने उन्हें सत्ता सौंप दी । बदले में हुआ कंडेला कांड जिसने ओम प्रकाश चौटाला के शासन की जड़ें हिलाकर रख दीं । अब तीन चुनाव तक सत्ता नहीं मिली । अब बाहर आकर संभवतः ऐलनाबाद से शुरूआत करें । पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल ने मुफ्त बिजली देने से पूरी तरह इंकार करते सही कहा था कि न मेरे घर बिजली बनती और न आपके , फिर मुफ्त कैसे और कहां से दूं ? यह कहो कि चौबीस घंटे बिजली दे सकूं। । उसके लिए बिजली चोरी न करो बल्कि ईमानदारी से बिल पे करो । यह सही बात थी क्योंकि गांवों में बिजली चोरी के रिकार्ड हैं और मीटर काटने गये बिजली कर्मचारियों से बुरा व्यवहार किये जाने के समाचार पढ़ने को मिलते रहते हैं । ऐसे माहौल में अरविंद केजरीवाल का मुफ्त बिजली देने का वादा क्या कारगर हो पायेगा या मनचाहा वोट दिलवायेगा ? दिल्ली में मेट्रो तक मुफ्त किया महिलाओं के लिए । यह मुफ्त का नारा कहां तक जायेगा देश को ? आखिर कब तक मुफ्त दे पाओगे? यूपी में सपा ने छात्रों को लैपटाॅप बांटे । कहीं लड़कियों को मुफ्त साइकिल बांटे जा रहे हैं । हरियाणा में राखी पर महिलाओं की बस यात्रा फ्री है । कब तक चलेगा हमारे देश में मुफ्त का नारा? Post navigation दीपिका कुमारी का रोटी के संघर्ष से स्वर्ण तक का सफर। जिस आकाशवाणी में उद्घोषक न चुना गया उसी का प्रभारी बना : पवन कुमार