हर मोर्चे पर विफल मुख्यमंत्री जवाब दें : खटक. महामारी के दौर में मुख्यमंत्री का राजनीति करना ठीक नहीं : बत्रा

चंडीगढ़ 17 मई। पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि घटना के 2 दिन बाद भी मुख्यमंत्री का मौन रहना दर्शाता है कि महिलाओं के सम्मान को लेकर वे कितने असंवेदनशील हैं।

आज एक संयुक्त बयान में पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल, विधायक शकुंतला खटक, कांग्रेस विधायक दल के चीफ व्हिप भारत भूषण बतरा एवं आफताब अहमद ने हिसार की घटना के बाद मुख्यमंत्री पर सवाल खड़े किए। गीता भुक्कल ने कहा कि पूर्व में महिला विधायकों द्वारा सांकेतिक रूप से ट्रैक्टर खींचा गया तो मुख्यमंत्री विधानसभा में घड़ियाली आंसू दिखाकर फोटो खिंचवाते नजर आए। मुख्यमंत्री के सलाहकारों ने उस प्रकरण को जबरदस्त प्रचारित भी किया कि कितने भावुक हैं मुख्यमंत्री। भुक्कल ने कहा कि अब मुख्यमंत्री जी बताएं की उनके इशारे पर महिलाओं के सिर फोड़े गए हैं, उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं और 2 दिन बाद भी आप मौन धारण किए हुए हैं। अब वह आंसू कहां है? भुक्कल ने कहा कि राजनीति करने का कोई मौका नहीं छोड़ने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल महामारी के दौर में भी उदघाटन  के नाम पर भीड़ इकट्ठी कर रहे हैं। ऐसे कार्यक्रम ऑनलाइन भी किए जा सकते हैं।

कलानौर की विधायक शकुंतला खटक ने कहा कि जब वे सांकेतिक रूप से ट्रैक्टर खींच रहे थे तो मुख्यमंत्री जी तो खूब भावुक होकर दिखा रहे थे। इससे भी आगे बढ़ते हुए महिला आयोग ने नेता प्रतिपक्ष को नोटिस भी जारी कर दिया था। खटक ने कहा कि अब हिसार में जो हुआ वह पूरा देश देख रहा है, ना मुख्यमंत्री रो रहे हैं और ना महिला आयोग किसी को कोई नोटिस दे रहा है, आखिर यह दोहरा चरित्र क्यों? खटक ने कहा कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार बेटियों पर लाठीचार्ज कर रही है दिनदहाड़े,और सब खामोश है। खटक ने कहा कि पूरे घटना की नैतिक जिम्मेदारी सीधे मुख्यमंत्री पर है, भले ही वे इस मामले में अब लीपापोती कर रहे हो।

हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के चीफ व्हिप भारत भूषण बतरा का कहना है कि  महामारी के इस दौर में भी मुख्यमंत्री का राजनीति करना ठीक नहीं। हिसार में उनके इशारे पर महिलाओं पर ताबड़तोड़ लाठीचार्ज हुआ और घटना के 2 दिन बाद भी मुख्यमंत्री का इस पर खामोश रहना उनकी संवेदनहीनता को दर्शाता है।

बतरा ने कहा कि हिसार की घटना ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। महामारी कोरोना की वजह से पहले ही पूरा प्रदेश इस समय पूरी तरह त्रस्त है, ऐसे समय में मुख्यमंत्री के इशारे पर महिलाओं पर लाठीचार्ज होना बेहद शर्मनाक है। बतरा ने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए आखिर कैसे निहत्थे महिलाओं पर पुलिस बेरहमी से लाठीचार्ज कर सकती है । किसानों पर महिलाओं पर आंसू गैस के गोले छोड़े जाना बेरहमी से लाठियां बरसाई जाना निंदनीय है। इस पूरे प्रकरण में जो जो दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

कांग्रेस विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस पूरे मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। हिसार की घटना पर मुख्यमंत्री सबसे पहले खेद प्रकट करें और जिन अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े, बर्बरता से लाठीचार्ज किया है उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।

error: Content is protected !!