भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल,11मई। महेंद्रगढ़ क्षेत्र के गांव बालरोड में शहीद सैनिक सतीश कुमार को लोगों ने नम आंखों के साथ आज अंतिम विदाई दी। सेना के अधिकारियों ने सैनिक के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

 44 वर्षीय हवलदार सतीश कुमार पुत्र जयपाल सिंह की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में हुई। विद्यार्थी जीवन में सतीश कुमार वालीबाल का अच्छा खिलाड़ी रहा। अनेक मौकों पर उसने गांव व स्कूल की टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिस कारण उसे अनेकों बार सम्मानित भी किया गया। गांव के ज्यादातर लोगों का सेना में होने के कारण सतीश के दिल में भी देशभक्ति की भावना पैदा हुई और उसने सेना में जाने का मन बनाया। 26 अगस्त 1997 में सतीश कुमार ने सेना की महार रेजीमेंट को ज्वाइन किया। सतीश कुमार में देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। सेना की तरफ से आये शोक संदेश में भी सतीश के बहादुर व निष्ठावान सैनिक होने का जिक्र किया है ।

 हवलदार सतीश कुमार के भाई प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने बताया कि उसके भाई के दिल में गांव व समाज के प्रति हमेशा सम्मान रहा और उसकी इच्छा थी कि सेना से आने के बाद वह गांव व समाज के लिए कुछ बेहतर करें।

9 मई 2021 को अचानक हृदय गति रुकने से ड्यूटी के दौरान सतीश कुमार का जोशीमठ उत्तराखंड में निधन हो गया। 

सतीश कुमार की ड्यूटी के दौरान शहीद होने का समाचार सुनकर गांव में मातम छा गया। सतीश कुमार अपने पीछे दो बेटियां, पत्नी व बूढ़े माता-पिता को छोडक़र गए हैं। जब हवलदार सतीश कुमार का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो अपने लाल के अंतिम दर्शन करने के लिए ग्रामीण उमड़ पड़े और नम आंखों से ग्रामीणों ने उसे विदाई दी। सेना की तरफ से आए अधिकारी नायब सूबेदार गुरजीत सिंह व नायक सर्वजीत सिंह ने भी पुष्प चक्र चढ़ाकर उसे श्रद्धांजलि दी।

इस मौके पर रेजांगला हीरो कैप्टन आशाराम यादव, निवर्तमान सरपंच मुकेश कुमार, जिला पार्षद प्रतिनिधि मास्टर अमित यादव, संतलाल नंबरदार, डॉक्टर राजपाल लीलू, सुदेश इंजीनियर, शमशेर यादव, छोटू राम मिस्त्री, विनोद यादव, पूर्व सरपंच अभय सिंह, पूर्व सरपंच धर्मवीर सिंह, फौजी ईश्वर सिंह व जितेंद्र कुमार सहित अनेकों लोगों ने शिरकत की।

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