अहंकारी सरकार चाहती है कि पीड़ित रोए नही, दुःख भी न बताए, संवेदना भी व्यक्त न करे. लेकिन साहब! सवाल ये है कि ये मौतें हो ही क्यों रही हैं

पटौदी 27/4/2021 : हरियाणा प्रदेश में कोरोना से बढ़ रही मौतों के आंकड़ों पर मुख्यमंत्री खट्टर का वो बयान विवाद पैदा कर गया है, जिसमे उन्होंने कहा था कि ‘जिसकी डेथ हो गई है वह हमारे शोर मचाने से तो जीवित होगा नही’। सीएम के इस बयान पर महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कड़ी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि बेहद ख़तरनाक नेताओं का जमावड़ा है भाजपा, जो मौत के आंकड़ों पर भी बेहूदा टिप्पणी करते हैं।

कॉन्ग्रेस नेत्री ने प्रेस के नाम जारी पत्र में कहा कि क्या मुख्यमंत्री के लिए लोगों की जिंदगी और उनकी पीड़ा कोई मायने नही रखती? उन्होंने कहा कि सीएम का ये बयान उनकी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।

वर्मा ने सवाल के लहजे में कहा कि साहब बताएं कि आखिर ये मौतें हो ही क्यों रही हैं, कहीं इन मौतों की वजह आपकी नाकामी तो नही? क्या वो बताएंगें की 35 हजार करोड़ के वैक्सीन फण्ड का क्या हुआ, बीजेपी द्वारा कोरोना आपदा में दिए गए 20 लाख करोड़ के पैकेज का क्या हुआ और क्या वो बता सकते हैं कि कोरोना के लिए जमा हुए लाखों अरबों के चंदा का क्या हुआ?

महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव ने इस महामारी में बीजेपी पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के लिए मौतों का आंकड़ा कोई मायने नही रखता, भाजपा की प्राथमिकता सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट है, लोगों की जान बचाना नही।

अब सत्ता मद में चूर इस अहंकारी सरकार को ये भी बर्दास्त नहीं है कि सरकारी अव्यवस्थाओं के चलते किसी की मौत होने पर कोई रोए भी नहीं, बताए भी नहीं ? संवेदना भी व्यक्त नही करें।

कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि जब बीजेपी सरकार के पास एक साल का समय था तो आने वाले कठिन समय को देखते हुए इस महामारी से निपटने की योजना क्यों नहीं बनाई ? उन्होंने कहा कि क्या कभी पीएम को चुनावी रैली में यह कहते सुना है कि करोना की लहर है चुनावी रैली नहीं करूंगा ? यदि आप एक साल में स्वास्थ्य सुविधाएं ठीक करते तो आज हालात इतने बदतर नहीं होते?

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