देश मे नेशनल इमरजेंसी जैसे हालात, मानव जीवन खतरे में, इस सरकार में इंसान की जान हुई सबसे सस्ती. देश मे कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 13 करोड़ के पार, फिर भी महामारी से मचा हाहाकार

पटौदी 23/04/2021 : ‘इस कोरोना महामारी के दौरान बीजेपी सरकार ने असंवेदनशीलता की सारी हदें पार की। एक तरफ 24 घंटे में 3 लाख 24 हजार नए कोरोना केस आये, तथा 2104 मौतें हुई, लोग अस्पताल में बेड, दवा और ऑक्सीजन के लिए तड़फते रहे, वहीं दूसरी तरफ देश के गृहमंत्री बंगाल में चुनावी रैलियां कर रहे हैं’ उक्त बातें महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ लाशें जल रही हैं और दूसरी तरफ चुनावी रैलियां चल रही हैं। वर्मा ने प्रेस के नाम जारी पत्र में कहा कि कोरोना की दूसरी लहर, मोदी निर्मित त्रासदी है जिससे हम एक बड़े संकट की ओर बढ़ रहे हैं। आज देश भुगत रहा है, क्योंकि मोदी सरकार प्रवासी मजदूरों, किसानों, गरीबों और आम आदमी की चिंता छोड़ सिर्फ चंद पूंजीपति मित्रों के हित में काम कर रही है, इस वैश्विक महामारी में देशवासियों की चिंता छोड़ मोदी का सारा ध्यान सिर्फ चुनावी राज्यों पर केंद्रित है।

कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि आज पूरा देश इस सरकार की विफलता के कारण धीरे – धीरे लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा है क्योंकि देशभर से रिपोर्ट आ रही है कि बेड, आक्सीजन, रेमडेसिविर, वेंटिलेटर व दवाओं की कमी है। कोरोना की इस पहली वेव और दूसरी वेव के बीच हमारे पास तैयारियों के लिए कई महीने थे, लेकिन सरकार की अदूरदर्शिता के चलते आज देश मे नेशनल इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो गए, मानव जीवन खतरे में आ गया, इस सरकार में इंसान की जान सबसे सस्ती हो गई।

महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव वर्मा ने कहा कि देश मे कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 13 करोड़ को पार कर चुका, फिर भी महामारी से हाहाकार मचा हुआ है…इन हालातों का जिम्मेदार कौन ?

उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा पाने में सरकार की विफ़लता संविधान के अनुच्छेद 21 का उल्लंघन है। ऐसी आपदा में न्यायालय को न्यायिक समीक्षा की अपनी शक्ति का प्रयोग करना चाहिए और देश मे राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।

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