स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बयान पर किसान नेताओं ने कहा कि सरकार जानबूझ कर कोरोना का भ्रम फैला रही है. वह हमारे आंदोलन को तोडऩा चाहती है. प्रशासन से हमारी बातचीत हो चुकी है. कोई भी किसान कोरोना टेस्ट नहीं करवाएगा.

सोनीपत. सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर लगातार किसानों का आंदोलन जारी है. वहीं अब किसान नेता राकेश टिकैत का बड़ा बायान आया है. उन्होंने कहा है कि सरकार कोरोना का डर दिखाकर आंदोलन को तोड़ना चाहती है. दरअसल सिंघू बॉर्डर पर एक होटल ने किसानों के लिए फ्री में पानी की सेवा शुरू की है. इसी दौरान पत्रकारों को टिकैत ने अपनी प्रतिक्रिया दी. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नेताओं ने कहा कि सरकार जानबूझ कर कोरोना का भ्रम फैला रही है. वह हमारे आंदोलन को तोड़ना चाहती है. वहीं किसान नेता मनजीत राय ने तो दो टूक में कह दिया कि प्रशासन से हमारी बातचीत हो चुकी है. कोई भी किसान कोरोना टेस्ट नहीं करवाएगा और न ही वह कोई टेस्ट होने देगें. अगर किसी किसान को वैक्सीन लगवानी है तो वह लगवा सकता है. गुरुनाम चढूनी ने कहा कि सरकार आंदोलन में सहायता करने वालों को जानबूझकर परेशान कर रही है. सरकार ऐसा ना करे.

दिल्ली की सीमा पर तीन प्रति कानूनों के खिलाफ लगातार किसान डटे हुए हैं वहीं गर्मी में सबसे ज्यादा किल्लत पानी की ही होती है. उस किल्लत को दूर करने के लिए सोनीपत के ही रहने वाले एक होटल मालिक ने पर ही पानी की सुविधा शुरू की है. जिसमें उन्होंने शुरुआत 11हजार कैंपों से की है. वह खुद का आरो प्लांट लगाकर सभी किसानों को फ्री पानी सुविधा देंगे. होटल के मालिक  राम सिंह राणा ने बताया कि उन्होंने अपनी 3 एकड़ जमीन बेच कर जमीन बेचकर किसानों के लिए फ्री पानी देने की व्यवस्था की है. 11हजार कैंपरों से शुरुआत की गई है. वह खुद का अपना आरो प्लांट लगाएंगे. इसके बाद गाडिय़ों से किसानों के लिए पानी सप्लाई करेंगे ताकि आंदोलन में पानी की कोई कमी ना रहे.

इस मौके पर किसान नेता भी राम सिंह राणा के होटल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि ऐसी पहल की बहुत ज्यादा जरूरत है,क्योंकि आंदोलन में पानी की सबसे ज्यादा किल्लत रहती है. रोजाना 20 लाख का पानी पर खर्च हो जाते हैं.  इस पहल से बहुत ज्यादा पानी की और पैसों की बचत होगी. वहीं किसान नेताओं ने सरकार पर भी जमकर निशाना साधा अनिल विज के बयान कि वह किसानों के करवाएंगे प्रतिक्रिया दी और कहा कि सरकार जानबूझकर यह भ्रम फैला रही है. 5 महीने पहले सरकार कहां थी. उन्होंने कहा कि वह किसी का भी कोरोना टेस्ट नहीं होने देंगे, क्योंकि सरकार गलत रिपोर्ट दे सकती है. उन्हें सरकार पर कोई भरोसा नहीं है. किसान नेता मनजीत राय ने तो यहां तक कह दिया कि प्रशासन से उनकी बात हो चुकी है. प्रशासन से उन्होंने आंदोलन खत्म करने की बात भी कही थी, लेकिन किसान नेता ने कहा कि वह प्रशासन को इनकार कर चुके हैं और फिर उन्होंने कहा कि वह अपना आंदोलन जारी रख सकते हैं . वही किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ किया कि सरकार ऑपरेशन क्लीन न चलाएं क्योंकि यह साइन बाग या चिडिय़ा का घोंसला नहीं है. यह किसानों का आंदोलन है और यह ऐसे ही चलेगा.

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