अपनी वादाखिलाफी की वजह से पूरी तरह जनता का विश्वास खो चुकी है सरकार- हुड्डा
4 महीने बाद भी आंदोनकारी ना झुके और ना थके, ये आंदोलन की सबसे बड़ी जीत- हुड्डा
किसान और एमएसपी विरोधी है बीजेपी-जेजेपी सरकार- हुड्डा
देशहित इसी में है कि सरकार किसान हित में फैसला ले- हुड्डा

31 मार्च, गोहाना (सोनीपत) : बरोदा उपचुनाव के दौरान बीजेपी-जेजेपी सरकार द्वारा की गई घोषणाएं कोरी झूठ साबित हुई हैं। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा आज गोहाना में वरिष्ठ नेता कपूर सिंह नरवाल के आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने बरोदा ही नहीं पूरे हरियाणा के साथ इसी तरह धोखा किया है। सरकार की तरफ से घोषणाएं तो कर दी जाती हैं लेकिन उन्हें अमलीजामा नहीं पहनाया जाता। बरोदा उपचुनाव में वोट हासिल करने के लिए सरकार ने हलके में कॉलेज, यूनिवर्सिटी और आईएमटी स्थापित करने जैसे बड़े-बड़े ऐलान किए गए। लेकिन किसी भी परियोजना पर आजतक काम शुरू नहीं किया। अपनी इसी वादाखिलाफी की वजह से मौजूदा सरकार पूरी तरह जनता का विश्वास खो चुकी है।

किसान आंदोलन के मुद्दे पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार को हठधर्मिता छोड़कर एकबार फिर किसान नेताओं से बातचीत शुरू करनी चाहिए। देशहित इसी में है कि सरकार किसान हित में फैसला ले। आंदोलन को 4 महीने से ज्यादा हो चुके हैं। बावजूद इसके आज भी आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण और अनुशासनात्मक तरीके से चल रहा है। आंदोलनकारी ना झुके हैं, ना ही थके हैं। वो लगातार आंदोलन को विस्तार दे रहे हैं। ये इस आंदोलन की सबसे बड़ी जीत है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अबतक 300 से ज्यादा किसान आंदोलन के दौरान अपनी शहादत दे चुके हैं। बावजूद इसके सरकार का दिल नहीं पसीजा है। कांग्रेस विधायक दल की तरफ से शहीद किसानों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये आर्थिक मदद के तौर पर दिए जा रहे हैं।

हुड्डा ने ऐलान किया कि भविष्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर इन किसानों को शहीद का दर्जा, परिवारों को उचित आर्थिक मदद और एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक किसानों की आवाज उठाने से कभी पीछे नहीं हटेगी। विधानसभा सत्र में भी कांग्रेस की तरफ से किसानों को एमएसपी की गारंटी देने वाला विधेयक लाने की कोशिश की गई। लेकिन विधानसभा स्पीकर ने इस विधेयक को खारिज कर दिया। इससे स्पष्ट हो गया कि बीजेपी-जेजेपी सरकार की मानसिकता किसान और एमएसपी विरोधी है।

पत्रकार वार्ता से पहले हुड्डा कई सामाजिक कार्यक्रमों में पहुंचे। उन्होंने पूर्व विधायक स्व. श्री किताब सिंह मलिक के परिजनों से मुलाकात कर शोक संतप्त परिवार को ढांढ़स बंधाया और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। हुड्डा ने वरिष्ठ पत्रकार केसी अरोड़ा के पुत्र के निधन पर भी शोक व्यक्त किया।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ गोहाना दौरे के दौरान विधायक रघुबीर कादियान, जगबीर मलिक, जयवीर वाल्मीकि, सुरेंद्र पवार, इंदुराज नरवाल, पूर्व विधायक अशोक अरोड़ा, सुखबीर फरमाना, संत कुमार,पूर्व चेयरमैन सुनील मेहता, वरिष्ठ नेता सुरेंद्र दहिया, बिजेंद्र अंतिल, सुरेंद्र छिकारा, मनोज रिढाऊ, कपूर सिंह नरवाल, कुलदीप गंगाना, आजाद मलिक, अनूप मलिक, जितेंद्र जांगड़ा, कुलदीप देशवाल, दिलबाग खान, जोगेंद्र गहलावत, रामचंद्र लठवाल, रविंद्र मोर, रूपेश, बंसी वाल्मीकि, सुनहरा जांगड़ा, रामफूल नेहरा, हवा सिंह ठेकेदार, सतीश कौशिक, कुलबीर सरोहा, राजमल चहल, भाई पुनीत राणा ,ओर जगदीश राय पूर्व एमसी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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