क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार व अव्यवस्थाओं से जनता का ध्यान भटकाने के लिए झूठी सनसनी न फैलाएं विधायक जरावता : सुनीता वर्मा
किसानों की एमएसपी मांग को तर्क संगत न मानना, विधायक की किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. मानेसर लैंड स्कैम में विधायक के पास कोई सबूत तो वो सरकार को सौंपे या मुकदमा करे, झूठ न फैलाये

पटौदी 13/12/2020 :- पटौदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता द्वारा छिल्लरकी में विभिन्न विकास योजनाओं के उद्घाटन के दौरान दिया गया उनका भाषण विवादों में घिरता नजर आ रहा है। उनके द्वारा अपने इस भाषण में राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा का नाम मानेसर लैंड स्कैम में घसीटने पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए स्थानीय कॉन्ग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने उन पर जमकर हमला बोला।

पार्षद व कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कहा कि मानेसर लैंड स्कैम के नाम पर झूठी सनसनी फैला कर खुद को चर्चा में रखने की तुच्छ राजनीति का खेल खेलरहे हैं जरावता। उन्होंने कहा कि अपनी घटती लोकप्रियता के चलते अपने उल जलूल बयानों से अपने आकाओं को खुश रखने की कवायद कर रहे हैं, तथा अपने इन बेसिरपैर के बयानों से जनता के मन मे किसान आंदोलन को लेकर जो आक्रोश पनप रहा है उससे ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रेस के के नाम जारी पत्र में वर्मा ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में भ्रष्टाचार व अव्यवस्थाओं का बोलबाला है, स्थानीय नगरपालिकाएं भ्रष्टाचार व लूट के लिए कुख्यात हो चुकी हैं। नाबालिग छात्राओं का अपहरण व रेप की घटनाएं क्षेत्र में बढ़ रही हैं। दिनदहाड़े अपराधी लूट व हत्याओं की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। क्षेत्र में सड़कों व गलियों की हालत दयनीय है, टूटे रोड़ दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं, लेकिन विधायक का ध्यान इन ओर न हो कर अपने आकाओं को खुश करने के लिए हुड्डा परिवार को निशाना बना कर सुर्खियां बटोरने की तरफ है। जाम से झुझते क्षेत्र की समस्याओं से इनका कोई लेना देना नही है।

उन्होंने कहा कि विधायक को अखबारी नेता बनने की बजाय किसानों के हित की सोचनी चाहिए। कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने कहा कि जब देश का पीएम और कृषि मंत्री किसानों को एमएसपी देने की बात कह रहे हैं, प्रदेश का सीएम खट्टर किसानों को आश्वासन दे रहे हैं कि उनकी फसल एमएसपी पर खरीदी जाएगी ऐसे में बीजेपी विधायक का किसानों की एमएसपी मांग को तर्कसंगत न बताना उनकी किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।

इसके साथ ही वर्मा ने एसवाईएल मामले में विधायक को लताड़ते हुए कहा कि शायद उनकी यादाश्त कमजोर है…वरना उन्हें मालूम होता कि एसवाईएल मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला हरियाणा के हक़ में आ चुका है और ऐसे में जब हरियाणा व केंद्र में बीजेपी की सरकार है तो उस फैसले को लागू कराने में खट्टर विफल क्यों साबित हो रहे हैं जबकि पूरा विपक्ष इस मामले में सरकार के साथ है। ऐसी खट्टर सरकार की क्या मजबूरियां हैं जो उन्हें सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू कराने से रोक रही हैं।

पटौदी से कॉन्ग्रेस की संभावित भावी प्रत्याशी वर्मा ने कहा कि उनका बयान ये दर्शाता है कि वो सरकार के जाने के डर से हड़बड़ाया हुआ है, वरना यदि मानेसर लैंड स्कैम से सम्बंधित विधायक जी के पास कोई सबूत हैं तो वो उन्हें सरकार को सौंपे या फिर कोर्ट में जाये अन्यथा झूठ की सनसनी फैला कर व्यर्थ की वाहवाही न लुटे।

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