चंडीगढ़,14 अक्टूबर। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने केंद्र सरकार द्वारा त्योहरों के तोहफे के नाम पर एलटीसी की एवज में लांच की गई केश वॉउचर स्कीम को कर्मचारियो के साथ बहुत बड़ा धोखा करार दिया है। एसकेएस ने आरोप लगाया है कि सरकार के यह फैसले डीए व एलटीसी सुविधा को बिल्कुल खत्म करने की ओर बढ़ते कदम है। जिसका कर्मचारी राष्टÑीय स्तर पर विरोध करेंगे।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने महंगाई भत्ता व एलटीसी को बंद करने की साजिश के खिलाफ आंदोलन छेड़ने का फैसला लिया है। जिसके लिए  17 अक्टूबर को रोहतक में राज्य कार्यकारिणी की आपात बैठक बुलाई। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी ने बताया कि इन सुविधाओं को कर्मचारियो ने लंबे संघर्षो के बाद महंगाई के अनुरूप डीए की साल में दो बार जनवरी व जुलाई मास में बढ़ोतरी व एलटीसी के बदले एक मास के वेतन की सुविधा हासिल की थी। एलटीसी के बदले केश वॉचर स्कीम में कर्मचारी को दोगुणी राशि अपनी जेब से खर्च करनी पड़ेगी। वास्तव में इस स्कीम से जंहा पूंजीपतियों के मुनाफे बढेंगे वंही जीएसटी के नाम पर सरकार जबरी कर्मचारी की जेब से वसूली कर टेक्स इकट्ठा करेगी। उन्होंने बताया कि सरकार लगातार सरकारी उपक्रमों का निजीकरण करने पर जोर शोर से लगी हुई है, वंही पहले डीए व एलटीसी पर रोक लगाकर फिर जबरी रिटायरमेंट जैसे हिटलरशाही फरमान जारी कर कर्मचारियो पर सीधे आर्थिक हमले भी कर रही है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि सरकार की इस साजिश को कर्मचारी बखूबी समझ रहे है, जिसका हर हालत में डटकर विरोध किया जाएगा। संघर्ष की रणनीति बनाने के लिए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने 17 अक्टूबर को रा’य कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। जिसमें केंद्रीय कमेटी के सभी पदाधिकारी व सदस्य, सभी जिलो के प्रधान व सचिव तथा सभी विभागीय संगठनों के रा’य प्रधान/महासचिव भाग लेंगे।

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