धर्मपाल वर्मा

गोहाना. हरियाणा के दो निर्दलीय विधायक ऐसे हैं जो मौजूदा मनोहर सरकार को लेकर अलग-अलग दृष्टिकोण से काम कर रहे हैं l यह दोनों मूलतः भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा में यकीन किया करते थे l अपने-अपने पलकों से भाजपा की टिकट के प्रबल दावेदार थेl टिकट मिली नहीं दोनों निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत गए l

आरंभ में सरकार के साथ थे बाद में कड़वे मीठे हो गए l
ये है महम के बलराज कुंडू और चरखी दादरी के सोमबीर सांगवान l

बलराज कुंडू ने आरंभ में सरकार का साथ दिया परंतु पिछले बजट सत्र के दौरान सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी l आजकल बरोदा के उपचुनाव में सरकार का जमकर विरोध कर रहे हैं संभव है अपनी ही तरह यहां कोई निर्दलीय उम्मीदवार भी खड़ा कर दें l

कुंडू ने एक बड़ा कमाल करके दिखाया है lसरकार के खिलाफ जाकर ऐसे व्यक्ति को तथाकथित विधायक बना दिया जिसे महल के लोग 3 बार प्रयास करके भी विधायक नहीं बना पाए l आप हमारा तात्पर्य समझ सकते हैं कि जिक्र महम हलके में खरकड़ा गांव के पूर्व सरपंच शमशेर खरकड़ा का हो रहा है lबेचारे शमशेर सिंह चार बार प्रयास करके भी विधायक नहीं बन पाए l उन्हें 2 बार कांग्रेस के आनंद सिंह दांगी मैं और एक बार बलराज कुंडू ने हराया l मतलब 4 बार चुनाव हार गए परंतु विधायक बनने का सपना पूरा नहीं हो सका l इतने दिन में उनका पोलिटिकल स्टेटस यही है (शमशेर खरकड़ा पूर्व सरपंच गांव खरकड़ा जिला रोहतक)

महम के असली विधायक बलराज कुंडू के सरकार के खिलाफ होने से शमशेर खरकड़ा की पांचों उंगलियां घी में है ,ऐसा महम चौबीसी के लोग बता रहे है l कुंडू के सरकार के खिलाफ होने का लाभ शमशेर खरकड़ा को हो गया है l बलराज कुंडू की सरकार की मुखालफत के कारण खरकड़ा की हल्के में चलने लगी है lलोगों में इंप्रेशन गया कि कुंडू की बजाएं अफसर भाजपा के हारे हुए उम्मीदवार शमशेर खरकड़ा की सुनने लगे हैं lइसलिए अब खरकड़ा ही विधायक तो नहीं पर विधायक जैसे हो गए हैं l जाहिर है वे खुद को विधायक ही मानने लग गए होंगे और उनकी बॉडी लैंग्वेज विधायक जैसी हो गई होगी l कुंडू की अप्रत्यक्ष मेहरबानी के कारण खरकड़ा को लगता है की अनुभूति होने लगी होगी कि बे कुछ खास हो गए हैं l वे शायद यह भी मानने लगे होंगे कि जैसे चार बार हार चुकी गन्नौर की निर्मल चौधरी पांचवें प्रयास में विधायक बन गई तो चौथी बार यानी अगली बार उनका भी सप्पा लग जाएगा l

शमशेर अब जरूर चोरी चोरी चुपके चुपके बलराज कुंडू का धन्यवाद भी कर रहे होंगे l
उधर सोमबीर चरखी जो सांगवान खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं आरंभ से सरकार के समर्थन में है और उन्हें पशुधन विकास बोर्ड का चेयरमैन भी बनाया गया है l बरोदा उपचुनाव में सोमवीर सांगवान सरकार का खुला समर्थन कर रहे हैं l वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कार्यशैली के कायल हैं और हल्के में क्या जाट क्या गैर जाट सबको अपने दृष्टिकोण से अपने विचारों से इतना प्रभावित कर रहे हैं कि यहां 54 के 54 गांव में उनकी सकारात्मक चर्चा होती देखी जा रही हैl

उनके प्रयास से बुटाना में यूनिवर्सिटी बनाए जाने की घोषणा हो गई है l मौजूदा सरकार के लिए वे ब्लैक हॉर्स साबित हो रहे हैं lचुनाव में वे सरकार के लिए बड़ा वरदान साबित हो सकते हैं l उन्होंने महम के पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी के रिश्तेदार ठेकेदार महेंद्र सिंह मालिक को भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराया और सरकार का पूरे हल्के में सकारात्मक प्रचार करने में लगे हुए हैं l उनके लिए लोगों ने अपने स्तर पर अब तक दर्जनों बड़े कार्यक्रम खुद आयोजित किए है और उनका अगला कार्यक्रम 4 अक्टूबर को भैंसवाल कला गांव में आयोजित किया जा रहा है l एक और भारतीय जनता पार्टी के नेता पुलिस के साए में चुनाव प्रचार करने को विवश हो रहे हैं दूसरी ओर सोमवीर सांगवान यही काम दिल खोलकर धड़ल्ले से कर रहे हैं l

दूसरी ओर कथित तौर पर बलराज कुंडू सरकार की मुखालफत करने में जुटे हुए हैं l भाजपा के समर्थक आरोप लगा रहे हैं कि बलराज कुंडू के संकेत पर कुछ लोग भाजपा के नेताओं को काले झंडे दिखाने अर्थात विरोध करने का काम कर रहे हैं lऐसा भी कहा जा रहा है कि कुंडू बरोदा हलके में कोई निर्दलीय प्रत्याशी भी खड़ा करेंगे l यद्यपि अभी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता परंतु लोग कह रहे हैं कि कथुरा गांव के सत्यवान नरवार उनके उम्मीदवार हो सकते हैं l यद्यपि इसकी पुष्टि नहीं हुई है परंतु ऐसा संभव है l बलराज कुंडू के विधायक के तौर पर यह 5 वर्ष ऐसे ही निकल गए तो फिर उनके लिए अगला चुनाव कठिन हो सकता है परंतु आगे आगे देखते हैं होता है क्या l

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