इच्छापुरी मंदिर, नूरगढ़ आश्रम, हरी मंदिर, प्राचीन मंदिर डाडावास. जिला के कुल 21 पवित्र मंदिरों की रज पहुंचेगी अयोध्या धाम फतह सिंह उजाला पटौदी । 130 करोड़ भारत वासियों सहित दुनिया के कोने-कोने में रह रहे भारतीयों को उस पल का बेसब्री से इंतजार है, जब 5 अगस्त को भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण विधिवत रूप से आरंभ होगा । इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है । विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष एवं सरपंच एकता मंच के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह के मुताबिक पटौदी क्षेत्र के विभिन्न चार पवित्र पौराणिक महत्व के धार्मिक स्थलों की पवित्र रज भी राम मंदिर निर्माण के लिए ले जाई जाएगी । इनमें मुख्य रूप से स्वयंभू स्थापित पौराणिक महत्व के इच्छापुरी शिव मंदिर, दुनिया की सबसे पुरानी भाषा संस्कृत को संरक्षण प्रदान कर रहे महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज के धर्म और कर्म स्थली आश्रम हरी मंदिर, पटौदी के गांव डाडावास के प्राचीन मंदिर, जीव कल्याण विशेष रुप से पशु पक्षियों के लिए जीवनदाई आश्रय स्थल आश्रम नूरगढ़ के परिसर से पवित्र रज अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए ले जाई जाएगी । इसी कड़ी में उन्होंने बताया संपूर्ण जिला गुरुग्राम के विभिन्न 21 पवित्र मंदिरों आश्रमों से पौराणिक महत्व के मंदिरों से पवित्र रज अयोध्या मंदिर निर्माण के लिए पहुंचाई जाएगी । इस मौके पर कलश पूजन का आयोजन किया गया और कलश पूजन के मौके पर प्रांत संगठन मंत्री विश्व हिंदू परिषद के प्रेम शंकर, धर्म प्रसार के प्रांत मंत्री कमल शर्मा, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रचार प्रमुख महावीर भारद्वाज, ईश्वर मित्तल, अनुराग, रविंदर राघव, सूबेदार सुरेंद्र, पूर्व पंच सुरजीत, मनिंदर सिंह पंच भोंडसी, प्रदीप सांगवान, देशराज प्रधान, प्रदीप कुमार, संतोष गोपाल सहित अनेक राम भक्त मौजूद रहे। पवित्र कलश जिसमें की विभिन्न पौराणिक महत्व के मंदिरों, प्राचीन आश्रम, पशु पक्षियों सहित जीव कल्याण को समर्पित आश्रय स्थल, संस्कृत भाषा के ध्वज प्रचारक आश्रम हरी मंदिर जैसे अन्य पवित्र स्थानों की रज को कलश में एकत्रित कर मंत्रोच्चारण के बीच विधिवत रूप से पूजन किया गया । इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह में सभी ग्राम पंचायतों के प्रमुखों, जिला की सभी आरडब्लूए व अन्य सभी हिंदू धर्मावलंबी लोगों से आह्वान किया है कि 5 अगस्त को विशेष रूप से अपने-अपने क्षेत्रों में भगवा ध्वज अवश्य फहराएं और लगाएं । वहीं रात्रि के समय कम से कम पांच-पांच दीप जलाकर राम मंदिर निर्माण के इस यादगार लम्हे को स्वर्ण अक्षरों में इतिहास में लिखा जाने के लिए पूरी तरह से माहौल को तैयार करें । यह संभवत ब्रह्मांड पर ब्रह्मांड के लिए एक अतुलनीय यादगार लम्हा होगा, जिसका की हम सभी को साक्षी बनने का सौभाग्य भी प्राप्त होगा। विश्व हिंदू परिषद हरियाणा के संगठन मंत्री प्रेम शंकर ने इस मौके पर कहा की मंदिर का निर्माण होना सनातन संस्कृति का सम्मान और विजय के बराबर है। 5 अगस्त का दिन प्रत्येक ऐसे व्यक्ति के लिए गौरवान्वित करने वाला दिन रहेगा जिसने भारत में जन्म लिया और वह भले ही दुनिया के किसी भी कोने में रह रहा है। धर्म प्रचार के प्रांत मंत्री थानमल शर्मा ने आह्वान किया कि 5 अगस्त को सभी सामाजिक संस्थाएं, मंदिरों का संचालन करने वाली संस्थाएं, गौशालाओं के संचालक विशेष रुप से भगवान श्रीराम को साक्षात मानकर हवन-यज्ञ भी करें। ईश्वर मित्तल ने सभी व्यापारी भाइयों , वाणिज्यिक संस्थाओं, तमाम दुकानदारों का आह्वान किया कि वह अपने भवन, अपनी रेहडी, दुकान इत्यादि पर भगवान राम के प्रतीकात्मक अथवा चित्र वाला ध्वज फहराए और दीप प्रज्वलित करें । यह एक ऐसा अश्विस्मरणीय मौका है, जोकि सौभाग्य से हम लोगों को मिला है। यह हर उस व्यक्ति का सौभाग्य होगा जो कि 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के समय के कार्यकाल का साक्षी बनेगा। महेंद्र यादव ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण होना हम सभी का सौभाग्य है । 500 वर्ष के लंबे संघर्ष के बाद में अंततः वह समय आ ही गया है कि जब विश्व स्तरीय भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा । जोकि पूरी दुनिया के ऐसे लोगों के लिए सबसे बड़ा तीर्थ स्थल होगा, जिनका सनातन संस्कृति में विश्वास था, है और रहेगा। इन 21 पवित्र स्थानों की पहुंचेगी रज विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि 5 अगस्त को पटौदी के विभिन्न चार पवित्र मंदिर, आश्रम, गौशाला और धाम के साथ-साथ शक्ति मंदिर सेक्टर 23 गुरुग्राम, बाबा प्रकाश पुरी मंदिर पालम विहार, प्रेम मंदिर रेलवे रोड गुरुग्राम, चिंतपूर्णी मंदिर सेक्टर 5, भूतेश्वर मंदिर गुरुग्राम, एकलव्य मंदिर खांडसा, राधा कृष्ण मंदिर बादशाहपुर, हनुमान मंदिर दौलताबाद, भुवनेश्वरी मंदिर भारत यात्रा केंद्र भोंडसी , शीतला माता मंदिर गुरुग्राम , शिव मंदिर राजीव नगर , सुदर्शन मंदिर रेलवे रोड गुरुग्राम, सिद्धेश्वर मंदिर गुरुग्राम, पर्णकुटी मंदिर भवानी एंक्लेव , सीताराम मंदिर भोंडसी , प्राचीन हनुमान मंदिर बादशाहपुर और श्री कृष्ण मंदिर सेक्टर 10 शामिल हैं । जहां से अयोध्या के लिए पवित्र कलश के माध्यम से रज पहुंचेगी और यह समस्त गुरुग्राम निवासियों का सौभाग्य होगा कि अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण में गुरुग्राम की रज का भी हिस्सेदारी रहेगी। Post navigation … मंदिरों के कपाट बंद तो मस्जिदों पर नहीं अफसोस ! लापरवाही भी नजरअंदाज : हेलीमंडी आर ओ बी सर्विस रोड बना हादसों का गढ़