भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक सोमवार का दिन बरोदा उपचुनाव के लिए बड़ा महत्वपूर्ण रहा। मुख्यमंत्री ने केबिनेट की बैठक ली और बैठक में इस प्रकार के फैसले लिए गए, जैसे चुनाव पूर्व लिए जाते हैं। और उस बैठक में भी बरोदा उपचुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। इसी प्रकार कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी विधायकों की बैठक बुलाई और उस बैठक में पूर्ण रूप से बरोदा उप चुनाव की चर्चा हुई। मुख्य बात यह रही कि कुलदीप बिश्नोई, किरण चौधरी भी इस बैठक में सम्मिलित रहे। बैठक में सभी विधायकों ने विश्वास व्यक्त किया कि बरोदा उपचुनाव हम अवश्य जीतेंगे। यहां तक कि रणनीति तय करने की भी बातें चलीं। तय हुआ कि शैडो मंत्रीमंडल बनाया जाएगा, जो सरकार के हर कार्य पर निगाह रखेगा। साथ ही बरोदा उप चुनाव की कमान दीपेंद्र हुड्डा को सौंपने की भी चर्चा चली। इसी प्रकार रेवाड़ी में चौ. अभय सिंह चौटाला ने भी कहा कि बरोदा उप चुनाव के बाद हरियाणा की राजनीति का ढंग ही बदल जाएगा। उनका कहना था कि जो इनेलो के लोग बहकावे में आकर अन्य पार्टियों में चले गए थे, वे सभी हमारी ओर आने को लालायित हैं और बरोदा उप चुनाव हमारे पक्ष में रहेगा। वर्तमान में सरकार भाजपा की है। उप चुनाव सरकार के कार्यों का दर्पण माना जाता है। अर्थात यदि भाजपा सही काम कर रही है तो भाजपा जीतेगी, किंतु वर्तमान में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अभय सिंह चौटाला भी जीत का दावा कर रहे हैं, जबकि भाजपा अभी यह तय करने में लगी हुई है कि टिकट जजपा को दी जाए या भाजपा को या जजपा का उम्मीदवार हो और नाम भाजपा का हो। इन परिस्थितियों में यह सीट जीतना मुख्यमंत्री के लिए अग्नि परीक्षा होगी। Post navigation पंजाब में कट्टरपंथियों के ऊपर एफ आई आर करवानी शुरू कर दी: जगतगुरु पंचानंद गिरी मत्स्य पालन के 2,000 प्रोजेक्ट लगाएं तथा 5,000 युवाओं को दे ट्रेनिंग: जयप्रकाश दलाल