वोट चोरी से बनी असंवैधानिक सरकार अपने पाप छिपा रही है: विद्रोही

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85 सीटों पर वोट गिनती में अंतर, रानिया में वीवीपैट गिनती से बचने और 25 लाख फर्जी वोटों पर चुनाव आयोग की चुप्पी पर उठाए सवाल

गुरुग्राम, 24 नवंबर 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि “वोट चोरी से बनी असंवैधानिक भाजपा सरकार अब अपने पापों को छिपाने के लिए बेसिर-पैर और तथ्यहीन बातें कर रही है।”

विद्रोही ने कहा कि यदि हरियाणा में वोट चोरी नहीं हुई, तो प्रदेश की 90 में से 85 विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती में कम-ज्यादा का बड़ा अंतर कैसे सामने आ गया? उन्होंने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद रानिया की 10 बूथों पर वीवीपैट की गिनती नियमों का बहाना बनाकर नहीं करवाई गई, जिससे संदेह और गहरा हो गया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा हरियाणा में 25 लाख फर्जी वोटों का खुलासा किए 17 दिन बाद भी चुनाव आयोग मौन है और एक भी आरोप का तथ्यात्मक जवाब देने में असफल रहा है। “यदि चुनाव आयोग स्वतंत्र व निष्पक्ष है, तो वह जवाब देने से क्यों बच रहा है?” — विद्रोही ने सवाल खड़े किए।

विद्रोही ने आरोप लगाया कि जनादेश के विपरीत भाजपा ने “चुनाव आयोग से मिलकर” वोट चोरी के माध्यम से सरकार बनाई और अब उसी आवाज़ को दबाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर सत्ता बल से दमन किया जा रहा है।

उन्होंने सवाल किया कि यदि भाजपा ने वोट चोरी नहीं की, तो फिर वोट चोरी के खिलाफ आवाज उठाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न क्यों किया जा रहा है? “यदि चुनाव आयोग भाजपा की कठपुतली नहीं है, तो भाजपा चुनाव आयोग की ओर से जवाब क्यों दे रही है? क्या चुनाव आयोग अब भाजपा का इलेक्शन डिपार्टमेंट बन गया है?”

विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित भाजपा के सभी मंत्री और नेता जानते हैं कि उनकी सरकार जनादेश के विपरीत सत्ता में आई है, इसी कारण वे “जनविरोधी फैसले लेने और जनता पर दमन करने में कोई हिचक नहीं दिखाते।”

उन्होंने कहा कि भाजपा ने हरियाणा में लोकराज में लोकलाज की उपेक्षा की है, जो वोट चोरी का “जीवंत प्रमाण” है।

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Author: Bharat Sarathi

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