यह झंडारोहण कार्यक्रम रेवाडी में करना तभी सार्थक होगा जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस अवसर पर 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीद राव तुलाराम व अन्य स्वतत्रंता सेनानियों की याद में म्यूजियम बनवाये : विद्रोही

वीरों की भूमि में बलिदानियों की याद में संग्रालय व विशाल डिजीटल लाईब्रेरी नही बनना इतिहास व इस वीरों की भूमि रेवाडी के साथ अन्याय होगा : विद्रोही

24 जनवरी 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने अक्टूबर विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा सरकार के दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले नायब सिंह सैनी का गणतंत्र दिवस पर रेवाडी में झंडारोहण करके अपने दूसरे कार्यकाल का पहला झंडारोहण करने का स्वागत किया। विद्रोही ने कहा कि यह झंडारोहण कार्यक्रम रेवाडी में करना तभी सार्थक होगा जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस अवसर पर 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीद राव तुलाराम व अन्य स्वतत्रंता सेनानियों की याद में म्यूजियम बनवाये जिसमें 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर 15 अगस्त 1947 तक आजादी आंदोलन में हरियाणा की ओर स्वतत्रंता की लडाई लडऩे वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों के विस्तृत इतिहास की जानकारी चित्रों सहित हो। साथ ही स्वतंत्रता आंदोलन के इस संग्रालय के साथ एक आधुनिक डिजीटल लाईब्रेरी हो जिसमें भी स्वतत्रंता आंदोलन के इतिहास की पूरी जानकारी हो ताकि आने वाली पीढ़ी भारत के स्वतत्रंता संग्राम, राव तुलाराम जैसे अहीरवाल, मेवात, दक्षिणी हरियाणा व हरियाणा के महान स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जान व शोध कर सके।  

विद्रोही ने मांग की कि रेवाडी में ऐसा संग्रालय व डिजीटल आधुनिक लाईब्रेरी बने जिसमें युवा भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के विभिन्न पहुलाओं पर खोज कर सके और साथ में प्रदेश के बहुत से अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों के भी चहरे, नाम व उनके योगदान को भी शोध के माध्यम से देश, प्रदेश के सामने रख सके। 1857 के स्वतत्रंता संग्राम में राव तुलाराम के नेतृत्व में 16 नवम्बर 1857 को अहीरवाल मेवात व शेखावटी के रणबांकुरों ने जो शौर्य नसीबपुर के मैदान में प्रदर्शन करके आजादी की लडाई में एक दिन में लगभग 5 हजार वीर यौद्धाओं ने देश की आजादी के लिए अपना जीवान बलिदान किया, उसकी मिसाल पूरी दुनिया में नाममात्र ही है। विद्रोही ने कहा कि ऐसे वीरों की भूमि में बलिदानियों की याद में संग्रालय व विशाल डिजीटल लाईब्रेरी नही बनना इतिहास व इस वीरों की भूमि रेवाडी के साथ अन्याय होगा। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने मांग की कि 26 जनवरी को रेवाडी में गणतंत्र दिवस के सम्बोधन में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अमर शहीद राव तुलाराम व अन्य स्वतत्रंता सेनानियों की याद में रेवाडी में स्वतंत्रता संग्राम का एक संग्राहलय व शोध लाईब्रेरी बनाने की घोषणा करे।    

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