चंडीगढ़, 10 जनवरी- हरियाणा के सैनिक व अर्धसैनिक कल्याण मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने अग्निवीरों को सुरक्षा कवच प्रदान किया है। केंद्र सरकार द्वारा 15 जुलाई 2022 से आरंभ की गई अग्निपथ नामक योजना के तहत सेना के तीनों अंगों थल, जल व वायु सेना में अग्निवीरों की भर्ती की गई है, जिसमें 25 प्रतिशत अग्निवीरों की सेवाएं नियमित की जाएंगी। अग्निवीरों का पहला बैच जुलाई 2026 में पूरा होना है, जबकि हरियाणा मंत्रिमंडल ने इससे पहले ही हरियाणा अग्निवीर नीति 2024 क्रियान्वित कर अग्निवीरों को सुरक्षा कवच प्रदान कर दिया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा से वर्ष 2022-23 के दौरान 1830 तथा 2023-24 के दौरान लगभग 2215 युपा अग्निवीर के रूप में थल, जल व वायु सेना में भर्ती हुए थे। मंत्री राव नरबीर सिंह ने बताया कि अग्निवीरों को पुलिस, खनन गार्ड, जेल वार्डन तथा एसपीओ की भर्ती में 10 प्रतिशत होर्टिजेनटल आरक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा ग्रुप सी की सीधी भर्ती में 5 प्रतिशत तथा ग्रुप में 1 प्रतिशत आरक्षण दिया जएगा। उन्होंने बताया कि अग्निवीर के पहले बैच के युवाओं को 5 वर्ष की आयु सीमा में छूट दी जाएगी। इसके अलावा उनको संयुक्त पात्रता परीक्षा से भी छूट प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो अग्निवीर स्वरोजगार या उद्यमशीलता को अपनाना चाहते हैं उन्हें भी 5 लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध करवाया जाएगा। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से की जाने वाली नियुक्तियों में भी अग्निवीरों को वरीयता दी जाएगी। इसका अलावा जो उद्योग अग्निवीरों को 30 हजार रुपये से अधिक मासिक वेतनमान पर सेवाओं में रखते हैं तो उन उद्योगों को सरकार 60 हजार रुपये वार्षिक सब्सिडी भी उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने बताया कि जो अग्निवीर प्राइवेट सुरक्षा कर्मी के रूप में सेवाएं देना चाहते हैं उन्हें गन लाइसेंस प्रदान करने में प्राथमिकता दी जाएगी। Post navigation आरटीएस आयोग ने पार्क के खराब रखरखाव से नाराज अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के दिए आदेश गरीबी के आंकड़ों ने उजागर कर दी बीजेपी की नाकामी- हुड्डा