शुक्रवार को भारी वर्षा व ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ उसके लिए किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रूपये का मुआवजा दिया जाये : विद्रोही यदि इस समय सरकार ने उदारता से किसानों की समुचित सहायता नही की तो किसानों पर नष्ट फसलों के चलते जो कर्ज का बोझ बढेगा उसकी भरपाई पांच साल तक नही होने वाली : विद्रोही 29 दिसम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से मांग की कि शुक्रवार को भारी वर्षा व ओलावृष्टि से अहीरवाल के रेवाडी, बावल, धारूहेडा, कनीना, महेन्द्रगढ़, पटौदी, बादशाहपुर सहित दक्षिणी हरियाणा के चरखी दादरी, बाढडा, हथीन क्षेत्र में गेंहू व सरसों व सब्जी फसलों को जो भारी नुकसान हुआ है, उसके लिए किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रूपये का मुआवजा दिया जाये। विद्रोही ने कहा कि दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में हुई इस ओलावृष्टि से जो किसानों को भारी नुकसान हुआ है, उसके चलते नष्ट फसलों के स्थान पर इस समय न तो किसान कोई नई फसल उगा सकता है और इस तरह से पूरे रबी फसल सीजन के लिए किसान बर्बाद हो गया। यदि इस समय सरकार ने उदारता से किसानों की समुचित सहायता नही की तो किसानों पर नष्ट फसलों के चलते जो कर्ज का बोझ बढेगा उसकी भरपाई पांच साल तक नही होने वाली। ऐसी स्थिति में नष्ट फसलों का 50 हजार रूपये प्रति एकड के हिसाब से मुआवजा व एक सप्ताह के अंदर-अंदर विशेष गिरदावरी द्वारा किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेना जरूरी है। विद्रोही ने कहा कि रेवाडी जिले में सबसे ज्यादा नुकसान बावल क्षेत्र में हुआ है जहां लगभग 50 गांवों में किसानों को गेंहू, सरसों फसलों में भारी नुकसान हुआ है। शुक्रवार, वीरवार की बरसात व ओलावृष्टि ने पूरे हरियाणा को अपनी चपेट में लेकर किसाानों की आर्थिक कमर तोड दी। हरियाणा में बीमा कम्पनियां राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों सेे सांठगांठ करके सुनियोजित षडयंत्र द्वारा किसान फसल नुकसान को जान-बूझकर कम करकेे किसानों को लूटती है। ऐसी स्थिति में किस किसान का कितना नुकसान हुआ है, उसकी लिखित सूचना विशेष गिरदावरी के समय हर किसान को देने की व्यवस्था की जायेे ताकि बाद में हेराफेरी करके फसल नुकसान को कम नही दिखाया जा सके। वहीं विशेष गिरदावरी के समय सम्बन्धित गांव के नम्बरदार के साथ-साथ पांच अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में हस्तक्षर सहित अनिवार्य किया जाये ताकि किसनों को शिकायत का कोई मौका न मिले। विद्रोही ने आशा प्रकट की कि सरकार ईमानदारी से भारी वर्षा व ओलावृष्टि से रबी फसलों को हुए नुकसान का ब्यौरा दर्ज करके जल्दी से जल्दी किसानों को मुआवजा राशी देकर उन्हे उदारता से राहत देगी। Post navigation आरटीआई में हुआ खुलासाः प्रदेश भर में बिना मान्यता चल रहे स्कूल नहीं कराए बंद हरियाणा में सड़को पर खुला घूम रहा गोवंश, बढ़ रहे है हादसे, जा रही है लोगों की जान: कुमारी सैलजा