कॉल सेंटर के मैनेजर, 08 लड़कियों सहित कुल 18 आरोपी गिरफ्तार, कब्जा से 17 सीपीयू बरामद।

गुरुग्राम: 19 दिसम्बर 2024 – दिनांक 18.12.2024 को निरीक्षक नवीन, प्रबंधक थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम की पुलिस टीम को अपने विश्वशनीय सूत्रों के माध्यम से एक सूचना प्लॉट न. 270 उद्योग विहार फेज-2, गुरूग्राम में अवैध/फर्जी तरीके से कॉल सैन्टर चलाकर USA के नागरिकों को कस्टमर सर्विस देने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई।

प्राप्त सूचना श्री प्रियांशु दीवान HPS सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध गुरुग्राम के निर्देशन में एक रेडिंग रेडिंग टीम गठित की गई और उपरोक्त सूचना में बताए गए स्थान पर चलाए जा रहे कॉल सेंटर पर रेड़ की। पुलिस रेड़ के दौरान उक्त कॉल सेंटर फर्जी/अवैध तरीके से संचालित होना तथा विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करना पाया जाने पर कॉल सेंटर के मैनेजर व 08 लड़कियों सहित कुल 18 आरोपियों को कॉल सेंटर से काबू किया गया।

पुलिस टीम द्वारा कॉल सेंटर से काबू किए गए आरोपियों की पहचान 1. गौरव बक्शी निवासी जग्गी कॉलोनी (अंबाला), 2. देवाशीष चटर्जी निवासी उत्तम नगर (दिल्ली), 3. अनमोल निवासी सैक्टर-15 रोहिणी (दिल्ली), 4. कनिष्क नरूला निवासी करोल बाग (दिल्ली), 5. अजीश मैथ्यू निवासी सैक्टर-84 (फरीदाबाद), 6. कुणाल निवासी पटना (बिहार), 7. देवेंद्र देवगन निवासी समता कॉलोनी भिलाई (छत्तीसगढ़), 8. हितेश मलिक निवासी जेजे कॉलोनी उत्तम नगर (दिल्ली), 9. रोहित सिंह निवासी सीमापुरी (दिल्ली), 10. आर्यमन ठाकुर निवासी कांगड़ा (हिमाचल-प्रदेश), 11. निधि निवासी उत्तम नगर (दिल्ली), 12. सीता निवासी जेडीए कॉलोनी जयपुर (राजस्थान), 13. मुस्कान राजपूत निवासी हेडग्वार कॉलोनी जिला रायसीना (मध्य-प्रदेश), 14. भावना निवासी सैक्टर-7 रोहिणी (दिल्ली), 15. शिवानी निवासी लंका कॉलोनी जिला बरन (राजस्थान), 16. लहींगनेहट हायकिप निवासी गांव सीलन बांगफाजोल चुराचंदपुर (मणिपुर), 17. शरोन व 18. नगमथिंगचों निवासी गांव नगीमू जिला उखरुल (मणिपुर) के रुप मे हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 319 BNS व IT एक्ट के तहत थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम में अभियोग अंकित करके आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपी गौरव बक्शी इस कॉल सैन्टर का मैनेजर है तथा यह अपने उपरोक्त साथियों/कर्मचारियों के साथ मिलकर अपने अन्य साथी की कहने पर इस कॉल सैंटर को चलाता है। कॉल सेंटर मैनेजर को लगभग 1.5 लाख रुपए तथा अपने अन्य कर्मचारियों को प्रतिमाह लगभग 30 हजार रुपए वेतन मिलता था।

कॉल सेंटर के मैनेजर से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि यह फरवरी -2024 से अपने साथी आरोपियों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है। ये लोग विदेशी मूल के नागरिकों को Software Support/Accounting Support की कस्टमर केयर सर्विस प्रदान करने के नाम पर ठगी करते है। आरोपी गूगल पर एक नामी कंपनी के कस्टमर केयर हेल्पलाईन नंबर से ऐड चलवाते थे। विदेशी नागरिकों द्वारा टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर VCL Dialer, 3CX Dialer के माध्यम से कॉल इनके कॉल सेंटर पर आती है। ये लोग विदेशी नागरिकों को खुद को एक नामी कम्पनी का प्रतिनिधि बताकर उनकी समस्या दूर करने के नाम पर उनके कंप्यूटर में स्क्रीन शेयरिंग एप्लीकेशन डाउनलोड करवाकर विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर सिस्टम का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर लेते है फिर उनकी समस्या को दूर करने के नाम पर उनसे 200-1000 डॉलर तक एक पेमेंट गेटवे के माध्यम से प्राप्त कर लेते थे। उपरोक्त आरोपी क्विक बुक्स नामक अकाउंटिंग कंपनी के फिशिंग वेबसाइट बनाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे।

पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से इस जालसाजी में प्रयोग किए जाने वाले 17 सीपीयू बरामद किए गए है। आरोपियों को आगामी कार्यवाही के लिए माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। अभियोग अनुसन्धानाधीन है।

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