इससे पूर्व जनता दल-इनेलो और भाजपा से 2-2 जबकि कांग्रेस से 1 महिला पहुंची राज्यसभा — हेमंत चंडीगढ़ – 14 अक्टूबर को हरियाणा से राज्यसभा की रिक्त हुई एक राज्यसभा सीट, जो मौजूदा नायब सैनी सरकार में विकास एवं पंचायत विभाग के कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार के गत अक्टूबर माह में 15वीं हरियाणा विधानसभा में पानीपत जिले के इसराना वि.स. हलके से भाजपा विधायक बनने के उपरान्त उनके द्वारा राज्यसभा सांसद पद से त्यागपत्र देने के उपरान्त रिक्त हुई, को भरने के लिए हो रहे उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रेखा शर्मा द्वारा आज विधानसभा सचिवालय में उपचुनाव के लिए नामित रिटर्निंग ऑफिसर (आर.ओ.) के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल कर दिया गया है. इस मौके पर उनके साथ मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, कई भाजपा और निर्दलीय विधायक एवं वरिष्ठ पार्टी नेता मौजूद थे. पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट एवं चुनाव कानूनों के जानकार हेमंत कुमार ( 9416887788) ने बताया कि चूंकि रेखा शर्मा के विरूद्ध किसी उम्मीदवार ने नामांकन नहीं भरा है, इसलिए इस उपचुनाव में आगामी 20 दिसम्बर को वोटिंग (मतदान) की आवश्यकता नहीं होगी एवं 13 दिसम्बर गुरूवार को नामांकन (उम्मीदवारी) वापस लेने के अंतिम दिन उपचुनाव के लिए नामित आर.ओ. अशोक कुमार मीणा, आईएएस द्वारा रेखा को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा एवं इलेक्शन सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया जाएगा. हेमंत ने इस विषय पर कानूनी जानकारी देते हुए बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम (आर.पी.एक्ट) , 1951 की धारा 53 (2) के अनुसार अगर किसी चुनाव में नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों की संख्या उस चुनाव द्वारा भरी जाने वाली रिक्त सीट/सीटों के बराबर हो, तो रिटर्निंग (निर्वाचन ) अधिकारी उस/उन सभी नामांकन भरने वाले उम्मीदवारों, बशर्ते उनके नामांकन जांच में सही पाए गए हों, को सीधे निर्वाचित घोषित कर देता है. ऐसी परिस्थिति में मतदान करवाने की कोई आवश्यकता नहीं होती एवं नामांकन वापसी के अंतिम दिन ही रिटर्निंग अधिकारी ( आर.ओ.) द्वारा ऐसे उम्मीदवार/ उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाता है. सनद रहे कि रेखा शर्मा का हरियाणा से राज्यसभा सांसद के तौर पर कार्यकाल पूरे छः वर्ष नहीं बल्कि करीब साढ़े तीन वर्ष अर्थात 1 अगस्त 2028 तक होगा क्योंकि जून,2022 में इस राज्यसभा सीट के लिए निर्वाचित हुए कृष्ण लाल पंवार का राज्यसभा कार्यकाल उक्त तारीख तक ही था, इसलिए पंवार की शेष राज्यसभा अवधि के लिए ही उक्त राज्यसभा उपचुनाव कराया जा रहा है. हेमंत ने आगे बताया कि निर्वाचित घोषित होने के बाद रेखा शर्मा हरियाणा प्रदेश, जो 58 वर्ष पूर्व 1 नवम्बर 1966 को संयुक्त पंजाब से अलग होकर पृथक राज्य बना था, से राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने वाली छठी महिला होंगी. सर्वप्रथम अप्रैल, 1990 में भाजपा से सुषमा स्वराज और जनता दल ( एस) ( जो देवी लाल – ओपी चौटाला की पार्टी का तत्कालीन नाम था) से विद्या बेनीवाल हरियाणा से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई थी. दोनों पूरे 6 वर्ष अर्थात अप्रैल, 1996 तक राज्यसभा सांसद रहीं. उसके बाद अप्रैल, 2002 में इनेलो से सुमित्रा महाजन हरियाणा से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई हालांकि जनवरी, 2007 में मृत्यु के कारण वह अपना 6 वर्ष का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई थी. अप्रैल, 2014 में कांग्रेस से कुमारी सैलजा हरियाणा से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुईं एवं वह पूरे 6 वर्ष तक अप्रैल, 2020 तक राज्यसभा सांसद रहीं. इसी वर्ष जून, 2024 को सैलजा वर्तमान 18 वीं लोकसभा में सिरसा लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुई थी. इसी वर्ष जून में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं किरण चौधरी चार माह पूर्व अगस्त, 2024 को हरियाणा से राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में निर्वाचित हुई थी एवं उनका कार्यकाल 9 अप्रैल 2026 तक है क्योंकि रोहतक लोकसभा सीट से इस वर्ष जून में निर्वाचित हुए लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, जिनके लोकसभा सांसद बनने से उपरोक्त राज्यसभा सीट रिक्त हुई थी, का कार्यकाल उक्त तारिख तक ही था. Post navigation अपनी नाकामी छिपाने के लिए संसद नहीं चलने देना चाहती सरकार: कुमारी सैलजा सरकार ना गरीबों को समय पर राशन दे पा रही, ना डिपो धारकों को कमिशन- हुड्डा