प्रशासनिक और आकादमिक अनुभव रखने वाले डॉ. राज नेहरू कार्पोरेट के भी महारथी वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक डॉ. राज नेहरू चंडीगढ़ : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी का ओएसडी नियुक्त किया गया है। प्रशासनिक और अकादमिक अनुभव रखने वाले डॉ. राज नेहरू शिक्षाविद् के साथ बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्तित्व हैं। डॉ. राज नेहरू का दो दशक से भी ज्यादा कार्पोरेट का अनुभव है। वह आई बी एम और कॉन्सेंट्रिक्स जैसी कंपनियों में बड़े पदों पर रह चुके हैं डॉ. राज नेहरू देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति हैं। कौशल क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव है, इससे पहले वे कौशल विकास निगम के मिशन डायरेक्टर रह चुके हैं। डॉ. राज नेहरू यूजीसी और एआईसीटीई सहित देश के बड़े संस्थानों के सदस्य हैं और उन्हें भारत में उच्च शिक्षा में कौशल का मॉडल विकसित करने का श्रेय जाता है। 2016 में उन्हें श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया था। उनके पास दो अन्य विश्वविद्यालयों का भी अतिरिक्त प्रभार रह चुका है। कुलपति डॉ. राज नेहरू जाने-माने लेखक भी हैं। अभी तक उनकी चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। हाल ही में प्रकाशित हुई उनकी पुस्तक अहं शिवम् देशभर में चर्चाओं है। खास बात यह है कि डॉ. राज नेहरू ने राष्ट्रीय कौशल के ढांचे में बदलाव के लिए कारपोरेट जगत को अलविदा करते हुए देश और राज्य को प्राथमिकता देकर कौशल विकास का नया मॉडल तैयार किया। डॉ. राज नेहरू हरियाणा राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड के बोर्ड में निदेशक के रूप भी अपने सेवाएं दे चुके हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) – 2020 के कार्यान्वयन योजना के गठन पर सदस्य के रूप में नियुक्त किया है। राष्ट्रीय कार्यकारी समिति द्वारा आजीवन पॉलिसी रिसर्च फाउंडेशन की सलाहकार परिषद के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। उन्हें अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली में उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रीय समिति में सदस्य के रूप में भी नामित किया गया है। राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क कमेटी के अध्यक्ष हैं डॉ. राज नेहरूकुलपति डॉ. राज नेहरू देशभर में राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत कौशल-आधारित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को तैयार करने वाली यूजीसी समिति के अध्यक्ष हैं। वह एआईसीटीई, यूजीसी, एमएसडीई, आईआईएलएम विश्वविद्यालय, जम्मू सेंट्रल यूनिवर्सिटी, नैसकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल, गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गुरुग्राम विश्वविद्यालय और ग्लोबल विलेज फाउंडेशन सहित विभिन्न संगठनों के बोर्ड और समितियों के सदस्य के तौर पर काम कर चुके हैं। सेवा करने में भी आदर्श हैं डॉ. राज नेहरूश्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू गुरुग्राम में झुग्गी बस्ती के विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रहे है। इसके लिए उन्होंने उत्सव फाउंडेशन की स्थापना की। इसमें 350 विद्यार्थी निशुल्क आधुनिक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्हें सामाजिक कार्यों में उत्तराखंड, विशाखापत्तनम और जम्मू-कश्मीर के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए राज्य सरकार और पीएमओ कार्यालय से विशेष पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इसके साथ ही उन्हें इनोवेटिव लीडर अवार्ड, ब्रिक ऑफ चेंज अवार्ड और नीलकंठ सम्मान-2019 मिल चुका है। उन्हें हॉल ऑफ फेम, स्किल्स लीडरशिप अवार्ड-2020, शिक्षा में उत्कृष्टता एवं नेतृत्व के लिए गोल्डन एआईएम कॉन्फ्रेंस एवं अवार्ड्स द्वारा सर्वाधिक प्रेरणादायक कुलपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। Post navigation मुख्यमंत्री ने बरवाला, कैथल और कालांवाली में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए 4549.19 लाख रुपये की दी मंजूरी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने डॉ. बी आर अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर दी श्रद्धांजलि