राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय 28 नवंबर को करेंगे शिल्प और सरस मेले का शुभारम्भ।

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में एनजैडसीसी की तरफ से 200, सरस मेले में 19 राज्यों के 100 और हरियाणा के 22 जिलों के शिल्पी लगाएगें स्टॉल।

राज्य पाल मीडिया सैन्टर का करेंगे उद्घाटन।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

उपायुक्त नेहा सिंह

कुरुक्षेत्र 27 नवंबर : उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा ब्रहासरोवर के पावन तट पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश की सांस्कृतिक विरासत को देखने का अनोखा अवसर मिलेगा। इस अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के शिल्पकार अपनी शिल्प कला के साथ धर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र में पहुंच चुके हैं। इस शिल्प और सरस मेले का शुभारम्भ 28 नवंबर को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। इसके साथ ही राज्यपाल केडीबी की तरफ से बनाए गए मीडिया सैन्टर का भी उद्घाटन करेंगे। अहम पहलू यह है कि अंतरराष्ट्रीय गीता जयन्ती महोत्सव में शिल्प और सरस मेला 28 नवम्बर से लेकर 15 दिसंबर तक चलेगा। इस कार्यक्रम की सभी तैयारियां केडीबी के द्वारा पूरी कर ली गई हैं।

उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 के मेले का शुभारम्भ 28 नवम्बर से होने जा रहा है। इस मेले में देशभर के शिल्पकार पहुंच चुके है और अपनी शिल्पकला को ब्रहासरोवर की सदरियों में सजा रहे हैं। यह शिल्पकला अपने आप में एक अनूठी कला है जो पर्यटकों को 18 दिन अपनी तरफ आकर्षित करेगी। इस पर देश के पर्यटक साल भर इन शिल्पकारों का इंतजार करते हैं। इस शिल्प मेले में एनजैडसीसी की तरफ से देशभर के शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इन शिल्पकारों में राष्ट्रीय अवार्डी, राज्य अवार्डी और अन्य राज्यों के मैरिट प्रमाण पत्र हासिल करने वाले शिल्पकार पहुंचेंगे। इन कलाकारों के ठहरने, खाने की व्यवस्था कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से की गई है और ब्रह्मसरोवर की सदरियों में इन शिल्पकारों को प्रमुखता से स्थान दिया जाएगा। इसके साथ ही डीआरडीए की तरफ से 19 राज्यों के सैल्प हैल्प गु्रप और बेहतरीन शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही हरियाणा के 22 जिलों के शिल्पकार सरस मेले में अपनी शिल्पकला का प्रदर्शन करेंगे।

उपायुक्त ने कहा कि एनजैडसीसी की तरफ से 28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक ब्रह्मसरोवर के घाटों पर पर्यटकों और दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ-साथ अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाने के लिए कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। यह कलाकार ब्रह्मसरोवर की अलग-अलग दिशाओं में बने घाटों के साथ-साथ ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ दशकों के बीच अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही निर्धारित शैडयूल के अनुसार पुरुषोत्तमपुरा बाग के मुख्य मंच पर दिन और रात्रि के समय भी अपना प्रदर्शन करेंगे।

6 राज्यों के कलाकार दिखाएंगे 28 नवंबर से 3 दिसंबर तक अपनी कला का हुनर।
उपायुक्त ने कहा कि एनजैडसीसी के शैडयूल के अनुसार 28 नवंबर से 3 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कलाकार अपने-अपने प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्यों की प्रस्तुति करेंगे।

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