डीएपी खाद की कमी से प्रदेश में हासिल नहीं हो पा रहा है गेहूं बिजाई का लक्ष्य सरकार की उदासीनता से अब यूरिया खाद को लेकर भी किसान हो रहे हैं परेशान चंडीगढ़, 24 नवंबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार केवल आश्वासन देकर किसानों को गुमराह करने का काम कर रही है, अगर प्रदेश में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है तो किसान इसके लिए धक्के क्यों खा रहे है, सच तो ये है कि इस खाद की कमी के चलते गेहूं बिजाई का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पा रहा है। दूसरी ओर अब यूरिया खाद की मांग बढ़ रही है जिसे लेकर भी किसान परेशान है। प्रदेश की भाजपा सरकार को अगर किसान हितों की चिंता है तो उसे किसानों की समस्याओं का तत्काल समाधान करना होगा। मीडिया को लेकर जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि पिछले साल की तरह इस बार भी हरियाणा समेत अन्य राज्यों के किसानों को डीएपी खाद संकट से गुजरना पड़ा। सरकार भले ही दावा करती हो कि डीएपी खाद की कोई कमी नहीं थी, मगर जब डीएपी की मांग सबसे पीक पर थी तो उस दौरान करीब 40 हजार टन डीएपी कम वितरित किया गया था। यहां स्थिति में सुधार होने के बजाए हर साल समस्या बढ़ती ही जा रही है। इस बार पिछली बार के मुकाबले मांग भी बढ़ी है। गेहूं बिजाई सीजन के दौरान डीएपी खाद की कमी अब बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। आलम ये है कि प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां पर मांग के अनुरूप खाद की आपूर्ति की जा सकी हो। सरकार का दावा है कि खाद की कोई कमी नहीं है पर अधिकारी कहते है कि समुद्री जहाज के जरिये डीएपी की आपूर्ति ज्यादातर जॉर्डन, रूस व इजराइल से होती है। अभी यह रूट बंद होने के कारण जहाज को साढ़े छह हजार किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। इस कारण से सभी जहाज 15 दिन की देरी से पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह का आश्वासन होता है कि किसान सब्र रखें, सभी को खाद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब किसानों को यूरिया खाद की ज्यादा जरूरत होती है। पर यह खाद भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रही है ऐसे में किसानों को इस खाद के लिए चक्कर काटने पड़ रहे है। कृषि अधिकारियों, वैज्ञानिकों को इस खाद का विकल्प तैयार करना ही होगा। किसानों को समझाना होगा कि अधिक मात्रा में खाद, कीटनाशकों का प्रयोग करने से खाद्यान्न जहरीला हो जाता है। उन्होंने कहा कि अगर किसानों को डीएपी खाद देना जरूरी है तो सरकार को इसका पर्याप्त स्टॉक रखना होगा, अगर बिजाई में देरी होती है तो फसल उत्पादन भी प्रभावित होगा। सरकार को किसानों की हर छोटी बड़ी समस्या के समाधान की दिशा में उचित कदम उठाना ही होगा। प्रियंका गांधी की जीत देश की महिलाओं की आवाज को मजबूती प्रदान करेगी कुमारी सैलजा ने वायनाड की ऐतिहासिक विजय पर प्रियंका गांधी को हार्दिक बधाई देते हुए कहा है कि प्रियंका गांधी का प्रभावशाली नेतृत्व न केवल वायनाड की जनता की आकांक्षाओं को संसद में सशक्त रूप से प्रस्तुत करेगा, बल्कि पूरे देश की महिलाओं की आवाज को भी मजबूती प्रदान करेगा। प्रियंका गांधी का प्रभावशाली नेतृत्व न केवल वायनाड की जनता की आकांक्षाओं को संसद में सशक्त रूप से प्रस्तुत करेगा, बल्कि पूरे देश की महिलाओं की आवाज को भी मजबूती प्रदान करेगा। Post navigation चंडीगढ़ लिट फेस्ट (सीएलएफ) – लिटराटी 2024 का 12 वां एडीशन ……….. दिनभर हुई साहित्य पर चर्चा विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने गठित की 13 कमेटियां, सभी 76 विधायक शामिल ………..