7 पुलिस वालो की हुई गवाही पूरी, अब होगी 22 नवंबर को बहस ठेकेदार सलाह समझे या चेतावनी कर्मचारियों को दुखी ना करे जयहिंद – जयहिंद रौनक शर्मा रोहतक / आज से करीब 7 साल पहले जयहिंद द्वारा सड़कों पर घूमती गऊ माता के चारे के लिए खूंटा गाड़ अभियान चलाया गया जिसमें उस समय वित्त मंत्री रहे कैप्टन अभिमन्यु के घर के बाहर गाय बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। उसे लेकर जयहिंद पर केस हुआ जिसकी बुधवार 13 नवंबर को रोहतक कोर्ट में माननीय जज साहब मंगलेश चौबे जी की कोर्ट में पेशी हुई। इस केस में आज 7 पुलिसकर्मियों की गवाही हुई और गवाही क्लोज हो चुकी है, अब 22 नवंबर को कोर्ट में इस मामले पर दोबारा बहस होगी। इस मौके पर एडवोकेट गौरव भारतीय भी मौजूद रहे। वही इससे पहले सुबह ही पीजीआई के कच्चे कर्मचारियों ने फोन कर जयहिंद को पीजीआई बुलाया क्योंकि वहां बहुत से कर्मचारियों की हाजरी के लिए अंगुठे नहीं लगवाए गए, जिस कारण सभी कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए। जयहिंद तुरंत ही पीजीआई पहुंचे और ठेकेदार से बात कर बताया कि हमारी आपके साथ कोई लड़ाई नहीं है, हम चाहते है पॉलिसी लागू की जाए। अगर किसी भी कर्मचारी को इस तरह बेवजह परेशान किया गया तो हमसे बुरा कोई नहीं होगा इसे आप सलाह समझ सकते है या फिर चेतावनी। जयहिंद ने बताया हमने तो गौ माता के लिए शांतिपूर्वक ढंग से प्रदर्शन किया था, ताकि गौ माता के रहने व खाने के लिए ग्रांट मिल सके। और बाद सरकार ने ग्रांट पास भी की। क्योंकि गौ माता सड़कों पर घूमती थी, उनके चारे की व्यवस्था नहीं थी, उनके रहने की व्यवस्था नहीं थी। जयहिंद ने कहा जज साहब द्वारा जो भी फैसला लिया जाएगा वह माननीय होगा। हम गौ माता के लिए जो भी सजा मिले वह भुगतने को तैयार है और गौ माता को न्याय दिलाने के लिए हम सड़कों पर जरूर उतरेंगे इसके लिए चाहे हम पर सौ केस लग जाएं। साथ ही जयहिंद ने बताया कि सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि गौ माता सड़कों पर ना घूमे, क्योंकि इससे सड़कों पर घटनाएं भी होती है जिसमें गौ माता व उनके बेटे भी दुर्घटना का शिकार होते है। Post navigation जयहिंद बोले राज्यपाल जी ने कहा जल्द ही होगा समस्या का समाधान