हरियाणा में IPS के बाद अब HCS अधिकारी पर लगे शारीरिक शोषण के आरोप युवक के साथ अश्लील कृत्य करते हुए आरोपी अधिकारी की वीडियो वायरल पीड़ित युवक ने चीफ जस्टिस और अनुसूचित जाति आयोग को भेजी शिकायत अशोक कुमार कौशिक प्रदेश में एक आईपीएस अधिकारी पर महिला पुलिसकर्मियों से यौन शोषण के प्रसास के आरोपों के बाद अब हिसार जिले से एक एचसीएस अधिकारी (एसडीएम) पर कर्मचारी का शारीरिक शोषण करने के आरोप लगे हैं। दलित समाज के एक कर्मचारी ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, पुलिस महानिदेशक, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस तथा हिसार पुलिस अधीक्षक को शिकायत भेजी है। मसाज का काम करता था शिकायतकर्ता शारीरिक प्रताड़ना की वीडियो भी शिकायत के साथ अटैच की है। शिकायत में कर्मचारी ने बताया है कि 2020 से वह मसाज का काम करता आ रहा है। उसे ठेका प्रथा के तहत नौकरी मिली। वह एचसीएस अधिकारी के संपर्क में आया। एचसीएस ने उसे मसाज करने के लिए बुलाया। कई दिन ऐसा चलता रहा, लेकिन बाद में अधिकारी ने उसका शारीरिक शोषण करना शुरू कर दिया। पिस्तौल दिखाकर उसे धमकाया। पीड़ित ने इसके साथ एक वीडियो भी अधिकारियों को शिकायत के साथ शेयर किया है, जिसमें अधिकारी पीड़ित के साथ गलत काम करता दिखाई दे रहा है। मामला सामने आने के बाद प्रदेश सरकार भी सक्रिय हो गई है और उसने गुप्तचर विभाग के माध्यम से रिपोर्ट तलब की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है। पीड़ित ने एचसीएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एचसीएस अधिकारी ने आरोपों को निराधार बताया है। उसके पास कोई पिस्तौल भी नहीं है। 7 महिला पुलिसकर्मियों को पूछताछ के लिए बुलाया वहीं, आईपीएस अधिकारी वाले मामले की बात करें तो आईपीएस अधिकारी पर लगे आरोपों के मामले में हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणू भाटिया ने कहा कि सात महिला पुलिसकर्मियों, एक महिला एसएचओ व एक डीएसपी को फरीदाबाद कार्यालय में बुलाया है। उम्मीद हैं कि वे आयोग के समक्ष सच्चाई बताएंगी, जिससे सारी बातें सामने आएंगी। रेणु भाटिया ने बताया कि इस मामले को लेकर अभी तक कोई भी खुलकर सामने नहीं आ रहा है। उनके इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर कुछ लोगों के मैसेज आ रहे हैं, जिनमें बताया जा रहा है कि उनके पास आईपीएस अधिकारी के खिलाफ भी काफी तथ्य हैं। ‘महिला आयोग सच्चाई के साथ खड़ा है’ उक्त आईपीएस अधिकारी से भी आयोग ने बात की थी। उन्होंने आईपीएस अधिकारी से वादा किया है कि यदि उनकी गलती नहीं मिलती है, तो भी आयोग सामने आकर बयान देगा और शिकायतकर्ता के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। महिला आयोग पूरी तरह सच्चाई के साथ खड़ा है। यदि शिकायत झूठी मिलती है तो शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रेणू भाटिया बुधवार को दादरी के जनता पीजी कालेज में साइबर क्राइम से के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रही थीं। Post navigation हरियाणा के खेल मंत्री ने इंडिया गेट पर आयोजित वॉकथॉन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना अधिक व्यापक होगा हरियाणा का स्किल इको सिस्टम