किसानों को रबी फसल की सरसों, गेंहू कीे बिजाई के लिए डीएपी खाद तक नही मिल रहा और जिन किसानों ने अपना बाजरा एमएसपी पर सरकारी एजेंसियों को बेचा है, उन्हे पैसों का भुगतान नही हो रहा। विद्रोही

रेवाडी जिले में 12 दिनों में जिन 19 हजार किसानों ने एमएसपी पर बाजरा बेचा है, उनमें से केवल 4 किसानों के खाते में अभी तक पेमेंट डाली गई है : विद्रोही

13 अक्टूबर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि एक ओर भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक अनाज मंडियों में दौरा करने के नाम पर मंडियों में फोटो इवेंट की नौटंकी करके किसान हितैषी होने का ढोंग कर रहे है, वहीं दूसरी ओर किसानों को रबी फसल की सरसों, गेंहू कीे बिजाई के लिए डीएपी खाद तक नही मिल रहा और जिन किसानों ने अपना बाजरा एमएसपी पर सरकारी एजेंसियों को बेचा है, उन्हे पैसों का भुगतान नही हो रहा। विद्रोही ने कहा कि एक ओर सरसों व गेंहू की बिजाई के लिए किसान दिनभर लाईन में लगकर, पुलिस के डंडे खाते रहते है, फिर भी उन्हे खाद नही मिल रहा और दूसरी ओर किसानों नेे सरकारी एजेंसियों को एमएसपी पर जो बाजरो बेचा है, उनको पेमेंट नही मिल रहा है जिसके चलते रबी फसल की बिजाई के लिए किसानों के पास पैसा नही है। खाद व नकद पैसेे की कमी से किसान सरसों, गेंंहू की बिजाई के लिए जूझ रहा है। वहीं नवनिर्वाचित भाजपा विधायक मंडियों में निरीक्षण के नाम पर मीडिया फोटो इवेंट करवाके किसानों के जले घावों पर नमक छिड़क रहे है।

विद्रोही ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा में एक अक्टूबर से बाजरे की एमएसपी पर खरीद हो रही है। रेवाडी जिले की तीन मंडियों में 12 दिनों में लगभग 19 हजार किसानों से 5 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा गया है। भाजपा सरकार जुमला उछालती है कि 24 घंटों में किसानों सेे खरीदे गए बाजरे की पेमेंट उनके खातों में डाल दी जाती है, जबकि वास्तविकता यह है कि रेवाडी जिले में 12 दिनों में जिन 19 हजार किसानों ने एमएसपी पर बाजरा बेचा है, उनमें से केवल 4 किसानों के खाते में अभी तक पेमेंट डाली गई है जो सरकार के दावों की पोल खोलकर उसे झूठा साबित कर रहे है। 

विद्रोही ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा-अहीरवाल में सरसों की बिजाई जोरो पर है, पर किसान विगत एक माह से डीएपी खाद के लिए भटक रहा है, पर उसे खाद मिल नही रही है। खाद के लिए किसान के दिनभर लाईन में खड़ा रहने के बावजूद डीएपी खाद की बजाय उसे पुलिस के डंडे मिलते है। जब किसान को पर्याप्त खाद मिल नही रहा, तब वह सरसों की बिजाई कैसे करेगा और बाजरे की पेमेंट न मिलने से उसके पास बिजाई के लिए अन्य सामान खरीदने के लिए पैसा नही है। ऊपर से नवनिर्वाचित भाजपा विधायक ध्यान भटकाने किसानों को ठगने मंडियों में निरीक्षण के नाम पर मीडिया फोटो इवेंट से ठग रहे है। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने भाजपा के निवनिर्वाचित विधायकों से आग्रह किया कि वे मीडिया में  फोटो इवेंट करके अपनेेे चेहरे चमकाने की बजाय भाजपा सरकार पर दबाव डालकर अहीरवाल में पर्याप्त खाद की व्यवस्था करवाये और अपने दावों के अनुसार किसानों को खरीदे गए बाजरे का पैसा उनके बैंक खातों में जमा करवाये।    

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