विनेश फोगाट को लेकर गरमाई हरियाणा व देश की राजनीति, महावीर फौगाट से मिले भगवंत मान

विनेश के विवाद पर शह मात का खेल बीजेपी करेगी डैमेज कंट्रोल या विपक्ष को मिलेगा बूस्टर डोज

सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं विनेश का हिसाब देने वाले अपना हिसाब कब देंगे?

भूपेंद्र हुड्डा बोले संख्या बल होता तो विनेश को राज्यसभा में भेजते

विनेश भारत का गौरव, फैसला हर भारतीय के लिए दुखद: मुख्यमंत्री

सैनी सरकार देगी 4 करोड रुपए वह सिल्वर मेडल वाला सम्मान

अशोक कुमार कौशिक 

ओलंपिक में फाइनल से पहले अयोग्य घोषित किए जाने के बाद विनेश फोगाट ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। फोगाट ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई। माफ करना, आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके है। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2021-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।

विनेश फोगाट को लेकर राजनीति में एक्टिव लोग जमकर बयान दे रहे हैं। विनेश को अयोग्य ठहराने के बाद पीएम मोदी का ट्वीट को लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसके अलावा हेमा मालिनी व कंगना रानौत अपने बयान से सोशल मीडिया पर वह ट्रोल हो रही हैं। आज राज्यसभा में भी विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया।

विनेश फोगाट ने गुरुवार 8 अगस्त को कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की है। उसके बाद से विनेश से इमोशनल अपीलों का तांता लगा हुआ है। इसमें हरियाणा सरकार भी सक्रिय है। विनेश हरियाणा की रहने वाली हैं। इसलिए हरियाणा में विनेश को लेकर ज्यादा हलचल है। भाजपा शासित हरियाणा सरकार को पता है कि दो महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव पर इसका क्या असर होने वाला है। इसलिए वो अपनी तरफ से कोई कमी नहीं छोड़ रही।

इसके बाद से सियासत तेज हो गई है और विपक्ष लगातार हमलावर है। संसद में विपक्ष ने आवाज उठाई तो मोदी सरकार ने जवाब दिया।

संसद में सरकार द्वारा विनेश के खर्चे का ब्यौरा देकर एक नए विवाद को जन्म दे दिया। सोशल मीडिया पर पूछा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने खर्चों का हिसाब कब देंगे। इसके बावजूद विनेश फोगाट पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है।

विनेश फोगाट ओलंपिक से अयोग्य ऐसे समय करार दी गई हैं, जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी तपिश गर्म है। राजनीतिक पार्टियां चुनावी बिसात बिछाने में जुट गई हैं। ऐसे में हरियाणा से आने वाली विनेश फोगाट के ओलंपिक से बाहर होने के मुद्दे को सियासी रंग दिया जाने लगा है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने विनेश फोगाट के मामले को लेकर आक्रामक हो गए हैं और पूरे मामले को साजिश करार दे रहे हैं, तो वहीं हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने सिल्वर मेडल विजेता की तरह विनेश फोगाट का सम्मान करने का ऐलान कर दिया है। इस तरह सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जिस तरह से शह-मात का खेल इस मुद्दे पर चल रहा है, उसे हरियाणा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

पेरिस ओलंपिक में विनेश फौगाट का वजन अधिक होने के कारण उसे डिस्क्वालीफाई किए जाने के बाद हरियाणा की राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस ने विनेश फौगाट के बहाने सत्तारूढ़ भाजपा को घेरा। विनेश फौगाट के डिस्क्वालीफाई होने के मामले को लेकर कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल आक्रामक हो रहे हैं। अब हरियाणा कांग्रेस के बड़े नेताओं भूपिंदर सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा ने विनेश फोगाट को हरियाणा से राज्यसभा भेजने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हमारे पास संख्या बल तो नहीं है लेकिन मेरे इस्तीफे से राज्यसभा की जो सीट खाली हुई है, उसके लिए विनेश सबसे उपयुक्त है क्योंकि वो देश और दुनिया के सामने संघर्ष क्षमता की प्रतीक के रूप में उभर कर आई है। इसके लिए उनपर हरियाणा के सभी राजनीतिक दल मिलकर विचार करें।

हरियाणा के कुरुक्षेत्र से बीजेपी के सांसद नवीन जिंदल ने कहा कि इस पूरे अनुभव से विनेश फोगाट और मजबूत होकर उभरेंगी। हरियाणा सरकार ने ऐलान किया है कि जो भी सुविधाएं एक सिल्वर मेडल जीतने वाले को दी जाती हैं, वो उनको दी जाएंगी। विनेश हमारी बेटी है, वह बहुत मजबूत है। वह रिटायर नहीं होगीं, उनके दुश्मन रिटायर होंगे और हमारी बेटी भविष्य में और मजबूती से लड़ेगी। मेरा मानना है कि इसप कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।

कांग्रेस का आरोप है कि विनेश फौगाट के जीतने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तो ट्वीट करके उसे बधाई दी, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी समेत भाजपा के अन्य किसी भी नेता ने बधाई नहीं दी। अलबत्ता बुधवार को जब विनेश फौगाट को डिस्क्वालीफाई किए जाने की खबर आई तो मुख्यमंत्री व अन्य भाजपा नेताओं ने जरूर ट्वीट किए। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि विनेश आप भारत का गौरव हैं, आप हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आपने अपनी शानदार खेल प्रतिभा से ओलंपिक में भारत का सिर गर्व से ऊंचा किया है। आज का फैसला हर भारतीय के लिए बेहद ही दु:खद है। हरियाणा समेत पूरा भारत आपके साथ खड़ा है। आपने सभी चुनौतियों का डट कर सामना किया है। हमें अपनी बेटी पर पूर्ण विश्वास है कि आप हर बाधाओं को पार कर हमेशा भारत का मान बढ़ाती रहेंगी। भारत की शान हमारी बेटी विनेश फोगाट।

हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा है कि, विनेश फोगाट को 4 करोड़ रुपए मिलेंगे। सीएम ने कहा कि, विनेश फोगाट को मिलेगा सिल्वर मेडल विजेता वाला इनाम, सम्मान और सुविधाएं दी जाएगी। हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि विनेश फोगाट को वो सारे लाभ मिलेंगे, जो रजत पदक विजेता को मिलते हैं। उन्होंने लिखा, ‘हरियाणा की हमारी बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने जबरदस्त प्रदर्शन करके ओलंपिक में फाइनल में प्रवेश किया था। किन्हीं भी कारणों से वो भले ही ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हो लेकिन हम सबके लिए वो एक चैंपियन हैं।’

उन्होंने आगे लिखा, ‘हमारी सरकार ने ये फैसला किया है कि विनेश फोगाट का स्वागत और अभिनंदन एक मेडलिस्ट की तरह ही किया जाएगा। हरियाणा सरकार ओलंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान, ईनाम और सुविधाएं देती है वे सभी विनेश फोगाट को भी कृतज्ञता पूर्वक दी जाएंगी। हमें आप पर गर्व है विनेश।’

नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने मंगलवार की रात जहां विनेश काे जीत के लिए शुभकामनाओं का ट्वीट किया था, वहीं बुधवार को उन्होंने विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने पर दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि गोल्ड मेडल की दहलीज पर खड़े किसी खिलाड़ी के साथ उन्होंने ऐसा होते हुए पहले कभी नहीं देखा। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और भारत सरकार को इसमें हरसंभव हस्तक्षेप करना चाहिए।

कांग्रेसी सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जब सारा देश विनेश से गोल्ड मेडल जीतकर लाने का इंतज़ार कर रहा था, तब उनके अयोग्य घोषित होने की खबर ने सबको स्तब्ध कर दिया। सारे देश के साथ साथ मैं भी आज व्यथित हूं और भावुक हूं। यह चूक कैसे हुई और किस स्तर पर हुई? आखिर साथ भेजे गए अधिकारियों की क्या जिम्मेदारी थी। इनेलो विधायक अभय चौटाला ने कहा कि हमारी बेटी के साथ नाइंसाफी हुई है। यह घटना केवल मेडल तक सिमित नहीं है अपितु देश की बेटी को मानसिक आघात भी पहुंचा है। केंद्र सरकार एवं भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा इस निर्णय को चैलेंज करते हुए ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि देश की बेटी को इंसाफ मिल सके।

इस सब के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस मुद्दे में कूद गए। भगवंत मान अपने कार्यक्रमों में बदलाव करके आम आदमी पार्टी हरियाणा के नेताओं के साथ चरखी-दादरी पहुंचे और विनेश के पिता महावीर फौगाट के साथ मुलाकात की।

भगवंत मान ने कहा कि वह मुद्दे को राजनीति से नहीं जोडऩा चाहता लेकिन हमारी ओलंपिक एसोसिएशन के सदस्य वहां क्या करने गए हैं। उन्होंने मुद्दे को क्यों नहीं उठाया। एक दिन में तीन मुकाबले जीतने के बाद अगले दिन 100 ग्राम वजन बढ़ा दिया, ये क्या हो रहा है। गली मोहल्लों में खेलने वाले बच्चे भी आउट होने के बाद नहीं मानते, आखिर इंडियन ओलंपिक एसोसियेशन ने क्यों नहीं उठाई आवाज। ओलंपिक 2024 में हॉकी में सिर्फ भारतीय खिलाड़ी को दिखाया गया रेड कार्ड, चारों तरफ़ हो रही आलोचना। यूक्रेन की जंग रुकवाने की बात करने वाले मोदी अपने खिलाडिय़ों के पक्ष में खड़े नहीं होते। जीत के समय कोई ट्वीट नहीं लेकिन अयोग्य घोषित करने के बाद कर रहे हैं तारीफें। भगवंत मान यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि संसद में उनके सांसद इस मुद्दे को उठाएंगे।

विनेश फोगाट के खिलाफ हुआ है षड्यंत्र

महिला रेसलर विनेश फोगाट ओलंपिक फाइनल नहीं खेल पाईं और अब उन्होंने कुश्ती से हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने के बावजूद विनेश फोगाट बिना मेडल के लौटेंगी। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे षड्यंत्र बताया है। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट के खिलाफ रचा गया षड्यंत्र एक न एक दिन बेनकाब होगा, ये षड्यंत्र का चक्रव्यूह टूट कर रहेगा। सुरजेवाला ने कहा कि कौन है जिसने हरियाणा और देश की बेटी की पीठ में छुरा घोंपा? कौन है इस नफरती षड्यंत्र के पीछे? कौन है जिससे विनेश फोगाट की जीत हजम नहीं हुई? किसका चेहरा बचाने की हुई कोशिश? सबका पर्दाफाश होगा।

कांग्रेस नेता और रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विनेश फोगाट के ओलंपिक अयोग्य करार दिए जाने से पूरा देश स्तब्ध है। देश की बेटी विनेश ने फाइनल तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की थी। जब सारी दुनिया के एथलीट कुश्ती के मैट पर अभ्यास कर रहे थे, तब वह महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए धरने की दरी पर बैठी थीं। इसके बावजूद भी वह फाइनल में पहुंची, लेकिन उसे ओलंपिक से बाहर करने की साजिश रची गई है। इस तरह से कांग्रेस के तमाम दूसरे नेताओं ने विनेश फोगाट को लेकर सवाल उठाए और मोदी सरकार के घेरते हुए नजर आए।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विनेश को राज्यसभा भेजने की मांग की है तो अभय सिंह चौटाला ने हुड्डा से पूछा है कि उन्होंने नीरज चोपड़ा को राज्यसभा क्यों नहीं भेजा।

इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय सिंह चौटाला ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”मुख्यमंत्री का विनेश फोगाट को ओलंपिक में सिल्वर मेडल वाला सम्मान और ईनाम देने वाला बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। विनेश फोगाट सो ही फ़ीसदी गोल्ड जीत कर देश का ध्वज फहराने का कार्य करती। गोल्ड मेडल की हकदार बेटी को सिल्वर मेडल का कहना सरासर अपमान हैं।”

विनेश के घर का हाल

‘अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान गीता, बबीता, विनेश, रितु खिलाड़ियों के गांव बलाली में आपका हार्दिक स्वागत है।’

बुधवार दोपहर गांव में कदम रखते हुए प्रवेश द्वार पर लिखे इन शब्दों को पढ़कर हमने आसानी से अंदाज़ा लगा लिया कि अब हम हरियाणा के उस गांव में आ गए हैं जिसकी पहचान ही उसकी बेटियों के नाम से है।

कुछ दूर चले पर हमने पूछा, ‘विनेश फोगाट का घर कहां है?’

गांव के व्यक्ति ने अनमने ढंग से कहा, “घर तो ये सामने है लेकिन आपको वहां कोई नहीं मिलेगा, घर में विनेश की मां और भाभी हैं, पर वे किसी से बात नहीं करना चाहते ।”

विनेश के घर की तरफ बढ़े, जो गली में दूर से ही दिखाई देता है। बड़े से घर की पहली मंजिल पर लगे शीशों पर दूर से ओलंपिक के पांच छल्ले दिखाई देते हैं।

शायद ये छल्ले विनेश के उन्हीं ख्वाबों की झलक दिखाते हैं जिन्हें पूरा करने की कोशिश वे बीते नौ साल से कर रही हैं।

काफ़ी देर घर के बाहर इंतज़ार और कई बार आवाज़ लगाने के बाद भी घर से कोई बाहर नहीं आया। पड़ोसियों के पास भी कहने को कुछ नहीं था। सबकी जुबान पर बस यही था, “इस लड़की के साथ बहुत ग़लत हुआ।”

घर का दरवाजा खुलवाने की कोशिश

सात अगस्त की दोपहर करीब तीन बजे तेज रफ्तार से पुलिस की दो गाड़ियां विनेश का घर पूछते हुए गली में आकर रुकी।

पुलिस वाले आस-पास खड़े वाहनों को हटवाने लगे। पता करने पर जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री, विनेश की मां से मिलना चाहते हैं और उसके लिए ही यह तैयारी की जा रही है।

शुरू में हमें लगा कि शायद इस मुश्किल वक्त में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी परिवार का ढांढस बंधाने के लिए आ रहे हैं, लेकिन हरियाणा पुलिस के एक जवान ने बताया, “हरियाणा नहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आ रहे हैं।”

चरखी दादरी में विनेश के परिवार से मिलने भगवंत मान आ रहे हैं? ये बात अटपटी सी लगी, लेकिन थोड़ा पता करने पर जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री ज़िले में एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए आए थे और लौटते हुए उन्हें विनेश के ओलंपिक से बाहर होने की ख़बर मिली।

लेकिन पुलिस के करीब आधा घंटा प्रयास करने के बाद भी विनेश की मां ने घर का दरवाजा नहीं खोला। काफी मशक्कत करने के बाद पुलिस के कहने पर परिवार से जुड़ा एक व्यक्ति दीवार से चढ़कर घर के अंदर दाख़िल हुआ और किसी तरह से दरवाजा खोला।

बावजूद इसके भी विनेश की मां, मुख्यमंत्री से मिलने के लिए तैयार नहीं हुई और आखिर में भगवंत मान गांव से तीन किलोमीटर दूर विनेश के ताऊ और रेस्लिंग कोच महावीर फोगाट से मिलकर वापस लौट गए।

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