जनसंपर्क अभियान के तहत पूर्व मंत्री ने गांव धूमसपुर व बादशाहपुर में जनसभाओं को किया संबोधित

गुरुग्राम। पूर्व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरुग्राम जिला प्रदेश में सबसे अधिक 56 प्रतिशत रेवेन्यु सरकार के खजाने में देता है। 2014 से 2019 तक जब वह कैबिनेट मंत्री थे तो सरकार के खजाने में दिए जा रहे योगदान के बराबर ही गुरुग्राम को विकास के लिए पैसा भी मिल रहा था। हजारों करोड़ की लागत से यहां हाईवे, सडक़ व ओवरब्रिज-अंडरब्रिज का जाल बिछाया गया था। 2019 के बाद यहां के नेतृत्व कमजोर रहा, जो सरकार से गुरुग्राम का हिस्सा नहीं ले पाया। इसके चलते ही पिछले पांच सालों में गुरुग्राम विकास में पिछड़ा है। बादशाहपुर की जनता ने इस बार उनका साथ दिया तो राव नरबीर सिंह एक बार फिर से सरकार में गुरुग्राम की चौधर लाने का काम करेगा। राव नरबीर सिंह रविवार को गांव धूमसपुर व बादशाहपुर में आयोजित जनसभाओं को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। यहां लोगों की भारी भीड़ ने उनका स्वागत किया।

गुरुग्राम में चार अस्पताल और शिक्षण संस्थानों की जरूरत :

राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरुग्राम का तेजी से विस्तार हुआ है। आज यहां की आबादी 30 लाख से अधिक हो चुकी है जबकि उपचार व शिक्षा के संसाधन बेहद कम है। उन्होंने मंत्री रहते हुए नागरिक अस्पताल के पुराने भवन के डेमोलेशन के आर्डर पास कराए थे। उनके जाने के पश्चात पांच साल में भी अस्पताल का भवन नहीं बन पाया तो इसके लिए केवल और केवल यहां का नेतृत्व जिम्मेदार रहा। अस्पताल भवन की जगह पार्किंग बनी हुई है। गुरुग्राम को एक नहीं बल्कि चार कोनों पर चार नागरिक अस्पताल की जरूरत है और वह अपने इस सपने को जरूर पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड की जो कमी है उसको भी दूर करने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त काकरोला गांव में जो विश्वविद्यालय उन्होंने मंत्री रहते हुए बनवाया था वह हमारी आने वाली पीढिय़ों को शिक्षित करने का कार्य करेगा। इसके साथ ही कुछ और बड़े शिक्षण संस्थान गुरुग्राम में लाए जाएंगे, जिसको लेकर वह सरकार में लगातार पैरवी कर रहे हैं। जिन भी सडक़ों पर अंडरपास व ओवरब्रिज की जरूरत है वहां के प्रोजेक्ट को भी आने वाले दिनों में सिरे चढ़ाया जाएगा।

नायब मेरे मित्र, सरकार में नहीं रुका कोई काम :

पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इलाके का विकास कराने के लिए आपका वकील मजबूत होना चाहिए। वह जब प्रदेश सरकार में मंत्री थे तो उनका पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बेहतरीन तालमेल था। उनका बड़े से बड़ा काम भी सरकार में कभी नहीं रुका। मुख्यमंत्री के स्पष्ट आदेश रहते थे कि राव नरबीर सिंह की फाइल को 24 घंटे भी नहीं रोकना है। सीएम विदेश होते थे तो भी उनकी फाइल पास होती थी। इसी तरह से वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी उनके मित्र है। नायब सिंह सैनी को वह नजदीक से जानते हैं क्योंकि पांच साल तक वह सरकार में उनके साथ मंत्री थे। अब हमारे मुख्यमंत्री दिन-रात जनता की भलाई के लिए काम कर रहे हैं और उनके कामों को अब भी सरकार में मना नहीं किया जाता।

बादशाहपुर की मिट्टी की कर्ज उतारूंगा :

राव नरबीर सिंह ने कहा कि मैं आप लोगों के बीच का साथी हूं। मेरा परिवार तीन पीढिय़ों से आपकी सेवा में है। मेरे दादा, मेरे पिता व मेरे चाचा ने क्षेत्र की जनता की सेवा की और तीसरी पीढ़ी के रूप में मैंने बादशाहपुर के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी। यह भी सच है कि जब भी जनता के आशीर्वाद से वह जीते हैं तो सरकार में मंत्री बने ही हैं। इस बार वह मंत्री इसलिए बनना चाहते हैं ताकि बादशाहपुर की धरती का जो कर्ज उनके ऊपर है, उसको वह उतार सकें। जो भी विकास के काम जनता चाहती है वह उनको पूरा कराना चाहते हैं। जनता ने साथ दिया तो एक बार फिर से बादशाहपुर की चौधर का झंडा सरकार में लहराता नजर आएगा।

इस मौके पर गांव धूमसपुर में दीवानचंद, प्रेमचंद, नलम, हीरालाल मेंबर, छोटूराम, चंद्रपाल, सुरेंद्र, राजेश, रामकिशन, नैन सिंह, तेजो सिंह, शीशपाल, मांगेराम, राजबीर, दिनेश, जिलेराम, पंडित ओमप्रकाश, योगेश खटाना कार्यकारिणी सदस्य संघशय गुरुग्राम के अलावा गांव बादशाहपुर में मुकेश यादव जेलदार, विजय सिंह यादव जेलदार सरपंच, जगदीश यादव ब्लॉक समिति, रोबिन राव, विजय गोकलबाबा, अजय यादव, मुकेश वाल्मिकी, प्रवीन सैनी, कल्ले मास्टर, अशोक यादव, राजेश यादव, मनोज तंवर, सुबेदार हरी यादव, सुभाष फौजी, मुनेश त्यागी नंबरदार, तेजराम सैनी सरपंच, वेद यादव, लक्ष्मी नारायण, राज यादव, कप्तान यादव, अशोक अत्री, जयभगवान मंगला, नरेश नीमवाल, रणसिंह यादव, सत्यपाल प्रजापति, बाल किशन प्रजापति समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता, समर्थक व ग्रामीण मौजूद रहे।

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