हरियाणा में कांग्रेस प्रत्याशियों का पैनल तैयार करेगी माकन कमेटी दूसरी कमेटी चुनाव रणनीति समिति में पांच अहीर नेता शामिल दोनों कमेटियों में हुड्डा समर्थकों का बोलबाला, शैलजा सुरजेवाला को किया केवल खुश कांग्रेस में चुनाव से पहले ही बंट रही ‘जूतों में दाल’ अशोक कुमार कौशिक हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने कमर कस ली है और वह पुरे दमखम के साथ चुनावी मैदान मे उतर आई है। हरियाणा के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों की तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी हाईकमान ने हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन की अध्यक्षता में चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है। कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लेकिन गुटों में बटी कांग्रेस में अब प्रत्याशियों को लेकर भी ‘रार’ देखने को मिल रही है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी ने टिकट के दावेदारों से आवेदन मांगे है। वहीं कांग्रेस महासचिव और लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा ने भी अलग से अपने दावेदारों से आवेदन मांगे है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि हरियाणा कांग्रेस में चुनाव से पहले ही कैसे ‘जूतों में दाल’ बंट रही है। पिछले कई चुनावों में देखा गया है कि कांग्रेस से जुड़े चुनावी रणनीतिकार सुनील काणुगोलू ने कर्नाटक में सिद्धारमैया और तेलंगाना में रेवंत रेड्डी ने साथ मिलकर चुनाव रणनीति बनाने का काम किया था। ठीक वैसे ही ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने हरियाणा चुनाव में प्रत्याशियों का चयन, चुनावी रणनीति की जिम्मेदारी सुनील कानुगोलु और उनकी टीम को सौंपी है, लेकिन हरियाणा की राजनीति में तेलंगाना का रेवंत रेड्डी फैक्टर बड़ा ही दिलचस्प साबित होने वाला है। इसके साथ दो बनाई गई नई कमेटियों में अजय माकन कांग्रेस सासंद दीपेंद्र हुड्डा ने अपने दोस्त और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की दोस्ती जगजाहिर है। इसी दोस्ती के खातिर रेवंत रेड्डी ने दीपेंद्र हुड्डा की सुनील काणुगोलू से मुलाकात करवाई थी। इसी मुलाकात के बाद राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ व लोकसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाली सुनील काणुगोलू और उसकी टीम को कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव में पार्टी की रणनीति और प्रत्याशी सर्वे का जिम्मेदारी दी है। इन्हीं सर्वे से जुड़े कई बड़े खुलासे दबी जुबान में सामने आई है, जो हरियाणा के हुड्डा परिवार से जुड़ी है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि सुनील हुड्डा के करीबियों को सर्वे में बढ़त पेश करते हुए एआईसीसी के सामने अपनी रिपोर्ट सौंप रहे हैं। लोकसभा चुनाव में भी साफ तौर पर देखा गया था कि कैसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सभी सीटों पर अपने करीबियों को टिकट दिलाने का काम किया था। विधानसभा चुनाव में भी कुछ ऐसा ही रणनीति पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा काम कर रहे है। कांग्रेस के एक बड़े नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भूपेंद्र- दीपेंद्र ने सुनील काणुगोलू के साथ मिलकर कांग्रेस आलाकमान अपनी अनुसार रिपोर्ट भेजने का काम कर रहे है। जिससे उनके करीबियों को टिकट मिल सके और यदि भविष्य में कांग्रेस की सरकार हरियाणा में आती है, तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा य दीपेंद्र हुड्डा के लिए मुख्यमंत्री की लॉबिंग आसानी से हो सके। चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी का गठन चार सदस्य स्क्रीनिंग कमेटी के इंचार्ज अजय माकन की गिनती गांधी परिवार के नजदीकियों में होती है। माना जा रहा है कि मूल रूप से उनके दिल्ली की होने की वजह से ही उन्हें हरियाणा की कमेटी का इंचार्ज बनाया है। दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होने के चलते वे हरियाणा के भी राजनीतिक समझ रखते हैं। आमतौर पर राज्यों में स्क्रीनिंग कमेटी का इंचार्ज साथ लगते राज्यों के नेताओं को ही नियुक्त किया जाता है। अजय माकन हरियाणा से राज्यसभा जाने की भी कोशिश कर चुके हैं लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। माकन कमेटी में मणिकम टैगोर, जिग्नेश मेवाणी व वी वी श्रीनिवास को सदस्यों के रूप में शामिल किया है। यहां बता दें कि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चौ. उदयभान की अध्यक्षता में पहले से ही स्टेट इलेक्शन कमेटी बनी हुई है। उनके कमेटी के इंचार्ज बनने से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पलड़ा भारी दिखाई दिया। प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया पहले ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चाहते हैं। पार्टी द्वारा विधानसभा की नब्बे सीटों के लिए टिकट के दावेदार नेताओं को आवेदन करने के लिए कहा हुआ है। बृहस्पतिवार तक चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में नब्बे सीटों के लिए 2100 से अधिक नेताओं के आवेदन जमा हो चुके थे। 10 अगस्त तक आवेदन किए जा सकेंगे। इसके बाद इलेक्शन कमेटी आवेदन फार्मों की छंटनी करेगी। इलेक्शन कमेटी की ओर से सभी हलकों के लिए प्रमुख नेताओं के नाम का पैनल बनाकर स्क्रीनिंग कमेटी के पास भेजा जाएगा। स्क्रीनिंग कमेटी सभी नामों पर विचार-विमर्श करेगी। इतना ही नहीं, स्क्रीनिंग कमेटी अपने स्तर पर भी सभी नब्बे हलकों के लिए सर्वे करवा सकती है। सर्वे रिपोर्ट और खुद की ग्राउंड से जुटाई गई फीडबैक रिपोर्ट व स्थानीय नेताओं से विचार-विमर्श करने के बाद स्क्रीनिंग कमेटी की ओर से सभी हलकों के लिए प्रत्याशियों के नामों के पैनल तैयार करके कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजे जाएंगे। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में ही प्रत्याशियों के नामों पर फैसला होगा। सूत्रों का कहना है कि पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौ. उदयभान द्वारा भी प्रत्याशियों के चयन को लेकर सर्वे करवाया जा रहा है। पार्टी हाईकमान द्वारा भी विधानसभा चुनावों में मजबूत व जिताऊ चेहरों को तलाशने के लिए सर्वे करवाया जाएगा। दिल्ली से जुड़े कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी दिल्ली से सटे हरियाणा के विधानसभा चुनावों को लेकर काफी सीरियस है। ऐसे में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी अलग से सर्वे करवा सकते हैं। चुनाव रणनीति समिति प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव रणनीति समिति का गठन कर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया को समिति का चेयरमैन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान को कन्वीनर नियुक्त किया गया है। इस समिति में धड़ों में बंटी कांग्रेस के 45 नेताओं को शामिल किया गया है। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया की अध्यक्षता में इस समिति की पहली बैठक 10 अगस्त को नई दिल्ली के हरियाणा भवन में आयोजित होगी। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या बैठक में सभी सदस्य पहुंचते हैं या फिर कमेटी का बायकॉट करते हैं। इन नेताओं को मिली जिम्मेदारी चुनाव रणनीति समिति का चेयरमैन हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया को बनाया गया है, जबकि प्रदेश अध्यक्ष उदयभान सिंह को कन्वीनर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा, राज्यसभा सदस्य रणदीप सुरजेवाला, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सांसद जयप्रकाश, सांसद सतपाल ब्रहमचारी, सांसद वरुण चौधरी, वरिष्ठ नेता अजय यादव, रोहित चौधरी, चौधरी बीरेंद्र सिंह, चौधरी धर्मपाल सिंह मलिक, महेंद्र प्रताप सिंह, रघुवीर सिंह कादियान और अशोक अरोड़ा को इस समिति में शामिल किया गया है। इनके अलावा, गीता भुक्कल, राव दान सिंह, जगबीर मलिक, जयवीर सिंह वाल्मीकि, राजिंदर सिंह जून, बिशन लाल सैनी, पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन, पूर्व मंत्री संपत सिंह, आनंद सिंह डांगी, निर्मल सिंह, करण सिंह दलाल, राव नरेंद्र सिंह, अनीता यादव, टिल्लू राम बाजीगर, राम निवास, राकेश कांबोज और चंद्रप्रकाश को समिति में जगह दी गई है। वहीं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, हरमोहिंद सिंह चट्ठा, आफताब आफताब अहमद, बीबी बत्रा, जितेंद्र कुमार भारद्वाज, रामकिशन गुर्जर, सुरेश गुप्ता, दिव्यांशु बुद्धिराजा, अविनाश यादव, सुधा भारद्वाज, पूनम चौहान और सुनीता शर्मा को भी चुनाव रणनीति समिति में शामिल किया गया है। Post navigation शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में देश प्रेम की भावना विकसित करना स्कूलों का मुख्य लक्ष्य – सीमा त्रिखा भाजपा ने अहीरवाल को सौंपा ‘राव राजा’ के हवाले, विरोधियों के तोते उड़े