हरियाणा पुलिस की STF ने कुख्यात अपराधी राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया को थाईलैंड से पकड़ा

गुरुग्राम : हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने कुख्यात अपराधी राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया की सफल गिरफ्तारी के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। राकेश,को खैरमपुरिया के नाम से भी जाना जाता है, गंभीर और हिंसक अपराधों में व्यापक रूप से शामिल था और 2020 में पैरोल पर रिहा होने के उपरांत भगोडा होकर पुलिस की गिरफ्त से बच रहा था। इस दौरान उसने भारत में रहते हुए और बाद में विदेशों (जैसे कि यूएई, आर्मेनिया और थाईलैंड) से भारत में अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देना जारी रखा।

आपराधिक इतिहास का रिकॉर्ड

राकेश का आपराधिक रिकॉर्ड 2014 से शुरू हुआ और उसके उपर डकैती, लूट, हत्या, और अवैध हथियार रखने जैसे अपराधों के लिए अभियोग अंकित किए गए। अंततः, उसे 2015 में पुलिस थाना भावरा, जिला हनुमानगढ़ के क्षेत्र में की गई एक हत्या के लिए 2018 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी और 2020 तक सजा काटने के बाद उसे पैरोल पर रिहा किया गया परन्तु उसने कभी वापस रिपोर्ट नहीं किया। इस दौरान उसने गिरफ्तारी से बचते हुए हरियाणा और पड़ोसी राज्यों में अपनी आपराधिक गतिविधियों को और बढ़ाया। उसने 2021 में थाना भडू कलां, जिला फतेहाबाद के गांव दरौली में एक और हत्या की परंतु काला को गिरफ्तार नहीं किया जा सका ओर इस अभियोग में माननीय अदालत द्वारा वर्ष 2023 में उसे एक उद्घोषित अपराधी घोषित किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय सत्तर पर चलता था नेटवर्क

फर्जी तरीके से प्राप्त पासपोर्ट का उपयोग करते हुए, राकेश 2023 की शुरुआत में देश से फरार हो गया और विदेश से अपने आपराधिक गिरोह का संचालन करने लगा, स्थानीय गिरोहों के साथ गठजोड़ कर हिंसक कृत्यों का अंजाम दिया। उसके संपर्क कुख्यात आपराधिक समूहों जैसे हिमांशु भाऊ गैंग और नीरज फरीदपुरिया गैंग तक फैले हुए थे, और इनके साथ योजना बनाकर राकेश उर्फ काला ने कई हाई-प्रोफाइल अपराधों, जैसे सुपारी लेकर हत्या, अवैध वसूली की घटनओं को अंजाम देने में मुख्य भुमिका निभाई।

प्रमुख घटनाओं में दिसम्बर 2023 में जिला सोनीपत में एक गांव के सरपंच की हत्या, इस साल जनवरी में गोहाना की एक प्रसिद्ध मिठाई की दुकान पर फायरिंग, मुरथल के एक ढाबे पर दिनदिहाड़े हत्या और पिछले महीने दिल्ली के राजौरी गार्डन में एक बर्गर किंग आउटलेट पर निर्ममता से एक व्यक्ति की हत्या में मुख्य भुमिका निभाई।

हिसार में कराई थी फायरिंग

24 जून 2024 को तीन नकाबपोश हमलावरों ने जिला हिसार, हरियाणा में महिंद्रा कार डीलरशिप के बाहर गोलीबारी की। हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने एक विस्तृत जांच शुरू की और राकेश उर्फ काला गौरमपुरिया को इस घटना के पीछे का मास्टरमाइंड पाया। जांच से पता चला कि राकेश ने हथियारों की व्यवस्था की और हमले की योजना बनाने में हत्यारों के साथ समन्वय किया और उसने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से कार डीलरशिप पर हमले की जिम्मेदारी ली।

वहीं स्पेशल टास्क फोर्स हरियाणा ने उसे ढूंढने के लिए विस्तृत जांच की। जांच के दौरान, एसटीएफ की टीमों ने उसकी फर्जी पहचान का पता लगाया, जिसके आधार पर काला ने अपना पासपोर्ट बनवाया एक बार उसकी पहचान स्थापित हो जाने के बाद, टीमों ने उसकी यात्रा विवरण का पता लगाया और कठिन प्रयासों के बाद, उसे विदेश में चिहिन्त कर लिया गया। हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के अधिकारियों ने तुरंत गृह मंत्रालय के साथ समन्वय किया और राकेश उरफ काला के खिलाफ संबंधित इंटरपोल नोटिस तथा अंतरीम गिरफतारी हेतु पत्र जारी करवाए। गृह मंत्रालय ने मामले को तुरंत संज्ञान में लिया और भारत और विदेश में विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय किया। इस बीच, एसटीएफ की टीम ने उसका पासपोर्ट, जिसे उसने फर्जी तरीके से प्राप्त किया था उसको रद्द करवा दिया ओर संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ ग्रह मंत्रालय के माध्यम से उसकी पहचान और आपराधिक रिकॉर्ड स्थापित करने वाले आवश्यक कानूनी दस्तावेज साझा किए गए। इस सहयोगात्मक प्रयास के कारण राकेश काला के विदेश से भारत लाया जा सका। फिर एसटीएफ की टीम ने पहले से जारी करवाए गए Lookout Circular Notice के आधार पर राकेश उर्फ काला को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया। विस्तार से पुछताछ के उपरांत राकेश उर्फ काला को विधीवत रुप से गिरफतार किया गया तथा आज उसको अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड के लिए आवेदन किया जाएगा।

राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया की गिरफ्तारी हरियाणा पुलिस की अपराध नियंत्रण और राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने की अटूट प्रतिबद्धता का दृढ़ संदेश देती है। पुलिस संगठित अपराध में शामिल व्यक्तियों का पीछा करने, उनके आपराधिक नेटवर्क को समाप्त करने और अपराधियों को कानून के पूर्ण बल का सामना कराने के अपने संकल्प में दृढ़ है।
राकेश काला खैरमपुरिया के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की सूची। खुरमपुरिया के खिलाफ हरियाणा, पंजाब राजस्थान, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में करीब दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।

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