कोर्ट के हर फैसले के साथ बेनकाब हो रही है बीजेपी सरकार – अनुराग ढांडा

कोर्ट के फैसले से साबित हुआ कि बीजेपी एजेंसियों का दुरुपयोग कर साजिशें रचती है : अनुराग ढांडा

अरविंद केजरीवाल ने गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तारी पर जो सवाल उठाए, उसको सुप्रीम कोर्ट ने महत्वपूर्ण मानकर लार्जर बेंच को भेजा : अनुराग ढांडा

बीजेपी खुद भी काम करे और हमें भी जनता की सेवा करने दे – अनुराग ढांडा

इनेलो और बसपा जनता द्वारा नकारी हुई पार्टियां, आम आदमी पार्टी ही हरियाणा में नया विकल्प है : अनुराग ढांडा

इनेलो से आम आदमी पार्टी की कोई बातचीत नहीं : अनुराग ढांडा

चंडीगढ़, 12 जुलाई – आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने प्रेसवार्ता कर अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले का हम स्वागत करते हैं और सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं। इस दौरान उनके साथ लीगल विंग के प्रदेश उपाध्यक्ष गेहल सिंह संधू मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से साबित हो गया है कि बीजेपी सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग करके लोगों को जिस तरीके से तोड़ना चाहते हैं और विरोधियों के खिलाफ साजिशें रचते हैं। उसके खिलाफ अरविंद केजरीवाल जो लड़ाई शुरू की वो अब धीरे धीर कामयाबी की तरफ बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बहुत सारे राज नेताओं के पीछे एजेंसियां लगाई, बहुत सारे व्यापारी, सीनियर अधिकारी, मीडिया के साथी और ऐसे बहुत सारे संस्थान और लोग हैं। जिन्होंने बीजेपी और केंद्र सरकार की एजेंसियों की साजिशों के सामने घुटने टेक दिए। ऐसे अरविंद केजरीवाल ले पीएम मोदी की इन एजेंसियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने की ठानी और वो लड़ाई आज कामयाबी की तरफ बढ़ रही है। जिसको लेकर आम आदमी पार्टी में खुशी की लहर है।

उन्होंने कहा कि पहले राऊज एवेन्यु कोर्ट का फैसला आया, जिसमें अरविंद केजरीवाल को इस कथित फर्जी शराब घोटाले के मामले में जमानत दी गई। जिसमें कोर्ट ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ईडी के पास कोई सुबूत नहीं है और न ही कोई मनी ट्रेल हुआ है। ईडी पक्षपात तरीके से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जांच कर रही है। आज सुप्रीम कोर्ट ने भी एक महत्वपूर्ण विषय पर टिप्पणी की है। अरविंद केजरीवाल ने जो गैरकानूनी तरीके से उनकी गिरफ्तारी पर सवाल उठाया था कि ईडी मनचाहे तरीके से जब चाहे और जिसको चाहे गिरफ्तार कर लेती है। फिर जमानत की शर्तें इतनी मुश्किल है कि ईडी के इस कानून में जमानत मिल पाना नामुमकिन है और कोई भी व्यक्ति एक राजनीति कैदी बनकर रह जाता है जा सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है। सुप्रीम कोर्ट ने उस मामले को लार्जर बेंच को रेफर किया है। जो स्पष्ट तौर पर बताता है कि ये सवाल महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने इस तानाशाही के खिलाफ जो सवाल उठाए, वो सवाल अब जनता और सुप्रीम कोर्ट के लिए महत्वपूर्ण सवाल बन गए है। इन पर कोर्ट की तरफ से भविष्य में जो भी निर्णय आएगा। वो पूरे देश में एक नजीन स्थापित करेगा। लोगों में कम से कम ये आत्मविश्वास पैदा हुआ है कि एजेंसियों की जो मनमानी और तानाशाही चल रही थी, उसके खिलाफ सवाल अब सही प्लेटफॉर्म तक पहुंच गए हैं और धीरे धीरे निर्णय भी आने लगे हैं।

उन्होंने कहा आज कोर्ट ने कहा कि गिरफ्तारी इतना सबजेक्टिव विषय है यदि इनवेस्टिगेटिव अफसर चाहता है कि उसे गिरफ्तारी करने की जरूरत है। उस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जितना आसान गिरफ्तार करना है तो जमानत की शर्तें भी उतनी आसान होनी चाहिए। यदि ईडी के कानून के अनुसार जमानत मिलना मुश्किल है तो गिरफ्तारी की सीमा भी हाई होनी चाहिए। जिस केस में ये दो साल से भटका रहे हैं, जिस पर आज तक एजेंसियों ने ट्रायल शुरू नहीं होने दिया। इस पर बार बार कोर्ट ने भी टिप्पणी की है कि एजेंसियों क्यों नहीं ट्रायल में आती हैं।

उन्होंने कहा कि बीजेपी को ये पता था कि इन केसों में अब जमानत मिलनी शुरू हो जाएगी क्योंकि कोई पुख्ता सुबूत एजेंसी कोर्ट में नहीं दे पा रही है। इसलिए बीजेपी के इशारे पर एक और फर्जी षड्यंत्र करके सीबीआई के केस में जेल से अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया और उस नए केस में कोर्ट की कार्रवाई में उलझाए रखने के लिए एक फर्जी केस शुरू किया गया। लेकिन बीजेपी जितना मर्जी षड्यंत्र कर ले हमको उम्मीद है कि अरविंद केजरीवाल बहुत जल्द जेल से बाहर होंगे। हम बीजेपी और मोदी सरकार से अपील करते हैं कि देश के लिए कुछ काम कर लीजिए, बीजेपी सरकार लोगों को परेशान करने के अलावा कोई काम नहीं करती। जो लोगों के लिए काम करना चाहते हैं उनको भी काम करने दीजिए। एजेंसियों का तानाशाह तरीके से इस्तेमाल करने से न इनकी सरकार काम कर पाती है और न दूसरी पार्टियों की सरकारों को काम करने देते हैं। पूरे देश में विरोधी सरकारों को परेशान किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यदि अरविंद केजरीवाल ने भी सरकार और एजेंसियों की तानाशाही के खिलाफ लड़ाई न लड़ी होती तो पूरे देश में इन एजेंसियों का तानाशाही सा माहौल कैसा होता। इनकी कोई खिलाफत नहीं होती और इनके खिलाफ कोई सवाल नहीं उठाता। जिसको चाहे ये गिरफ्तार कर लेते और जनता व विरोधियों को सरकार की भाषा बोलनी पड़ती। यानी देश में तानाशाही स्थापित हो जाती। अरविंद केजरीवाल का जेल के अंदर भी इस लड़ाई को लड़ते रहना देश हित में रहा। इस ने देश को कई महत्वपूर्ण विषयों पर सोचने के लिए मजबूर किया। एक के बाद एक कोई के फैसले भी अरविंद केजरीवाल के हक में आते जा रहे हैं। उससे ये स्पष्ट है कि भविष्य में ये सवाल पूरे देश के लिए स्थापित होगा, लोगों को तानाशाही से मुक्ति मिलेगी और कानून का दुरुपयोग बंद हो सकेगा। हम उम्मीद करते हैं कि अरविंद केजरीवाल बहुत जल्द जेल से बाहर होंगे और आम आदमी पार्टी बहुत तेजी से पूरे देश में विस्तार करेगी।

उन्होंने इनेलो और बसपा गठबंधन पर कहा कि जनता द्वारा नकारी हुई पार्टियों के गठबंधन से फर्क नहीं पड़ता। इनेलो हरियाणा की राजनीति का पास्ट है। इनेलो को जब भी मौका मिला जनता को प्रताड़ित करने का काम किया। इनेला आज उसी का नतीजा भुगत रही है। इसलिए इनेलो से हमारी कोई बातचीत नहीं और भविष्य में भी कोई बातचीत संभव नहीं है। यदि विचारधारा की कोई पार्टी आएगी तो स्वागत है।

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