वृद्ध आश्रम का दौरा कर वृद्ध व अनाथ लोगों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम भी जाना जनसेवा समिति संस्थान को 21 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की चंडीगढ़, 7 जुलाई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने जनसेवा समिति संस्थान रोहतक की पानीपत शाखा के तत्वावधान में रविवार को सौंधापुर गांव में अनाथ एवं वृद्ध आश्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह आश्रम जरूरतमंदों व असहायों की मदद में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थानों से अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलती है जो सामाजिक क्षेत्र में दूसरों के लिए सेवाभाव को लेकर कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि इस देश के निर्माण में संतों, महापुरुषों का महत्वपूर्ण स्थान है। सेवा के लिए ये महापुरुष हमेशा प्रेरणादायक साबित होते रहेंगे। उन्होंने संस्थान को 21 लाख रुपये की राशि अपने निजी कोष से सहायतार्थ प्रदान करने की घोषणा की व जरूरत पड़ने पर और सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि 400 बेड का यह आश्रम मानव सेवा की जीती जागती मिसाल है। यह उन लोगों के लिए बहुत ही मददगार साबित होगा जो समाज की मुख्यधारा से कट गए थे। उन्होंने संस्थान द्वारा किए गए इस पवित्र कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार के साथ समाज भी इस तरह के पुनीत कार्य को आगे बढ़ाने व जनकल्याण के लिए सदैव तत्पर रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वृद्धजनों के उत्थान के लिए अनेकों योजनाएं क्रियान्वित की गई है जिनका वर्तमान में वृद्धों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पेंशन में बढ़ोतरी करके बुजुर्गों का सम्मान किया है। उन्होंने कहा कि जिन बुजुर्गों का आश्रय नहीं है वे इस आश्रम का लाभ लेंगे। इस दौरान उन्होंने वृद्ध आश्रम का दौरा कर वृद्ध व अनाथ लोगों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल भी पूछा। इस मौके पर संस्था के प्रधान सतीश गोयल ने बताया कि इस आश्रम के निर्माण पर 10 करोड़ की लागत आई है। आश्रम के निर्माण में विकास, पंचायत एवं सहकारिता राज्य मंत्री श्री महीपाल ढांडा व राज्यसभा सांसद श्री कृष्ण लाल पंवार ने भी अपने ऐच्छिक कोष से 11-11 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस मौके पर पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, उपायुक्त श्री वीरेन्द्र कुमार दहिया, स्वामी परमानंद इत्यादि उपस्थित रहे। Post navigation मुख्यमंत्री ने पानीपत में 227 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की 32 परियोजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्यास बिखरी हुई कांग्रेस भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं है : डा. सतीश पूनिया