7 मार्च को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा किया गया था उद्घाटन
रेलवे प्रशासन के द्वारा 3 करोड़ की लागत से तैयार किया गया अंडरपास
फ्री मानसून बरसात में अंडरपास दिखाई दे रहा है स्विमिंग पूल जैसा
पहले ऊपर रेल ट्रैक पर था खतरा अब नीचे अंडरपास में भी खतरा
फतह सिंह उजाला

पटौदी । दिल्ली रेवाड़ी रेल खंड पर पटौदी रोड रेलवे स्टेशन के पास फाटक संख्या 46 सी जाटोली फाटक पर बनाया गया अंडरपास बरसाती जल भराव के कारण लोगों के गले की फांस बन गया है। प्री मानसून बरसात में ही करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गया यह अंडरपास किसी स्विमिंग पूल के जैसा दिखाई देने लगा है । लोकसभा चुनाव की तिथि की घोषणाओं की अटकलो के बीच 7 मार्च को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के हाथों रेलवे प्रशासन के द्वारा इस रेलवे अंडरपास का उद्घाटन करवाया गया। मानसून आने से पहले ही जिस प्रकार यहां अंडर पास में बरसाती पानी हिलोरा ले रहा है, उसे देखते हुए लोगों में चर्चा है कि पहले रेलवे प्रशासन ऊपर रेलवे ट्रैक जाटोली फाटक पर खतरा बताता था। लेकिन अब जल भराव के कारण रेलवे अंडर पास में भी खतरा बना गया है।
पटौदी रेलवे स्टेशन के नजदीक जाटोली और पुराना अनाज मंडी क्षेत्र में आवागमन के लिए फाटक 46 सी बना हुआ था। यहां नियमित अंतराल पर होने वाले हादसों को देखते हुए तथा रेलवे प्लेटफार्म से भी अधिक बड़ी और लंबी मालगाड़ियां खड़ी रहने के कारण लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी को देखते हुए अंडर पास बनाने की मांग काफी समय से की जाती आ रही थी। अंततः केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के दखल के बाद रेलवे प्रशासन के द्वारा करीब 3 करोड रुपए की लागत से जाटोली फाटक पर रेलवे अंडरपास तैयार किया गया। इसके बाद दैनिक रेल यात्री संघ और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थकों के द्वारा इस अंडरपास के उद्घाटन का भी दबाव बनाया गया। इसके बाद 7 मार्च का दिन इस रेलवे अंडरपास के उद्घाटन के लिए निर्धारित किया गया और विधिवत रूप से उद्घाटन भी किया । इस रेलवे अंडरपास के साथ ही पातली रेलवे स्टेशन पर 3 करोड़ 45 लाख रुपए लागत वाले फुट ओवर ब्रिज का शिलान्यास भी इसी दिन ही राव इंद्रजीत सिंह के हाथों करवाया गया।
मानसून के आने से पहले हुई बरसात के बाद 3 करोड़ के इस रेलवे अंडरपास में बरसाती पानी हिलोरे लेता हुआ दिखाई दे रहा है। कथित रूप से इस बात से इनकार नहीं की आधे अधूरे इस रेलवे अंडरपास का उद्घाटन करवाया गया। बताया गया है कि पुराना अनाज मंडी और जाटोली की तरफ अंडरपास के ऊपर शैड भी बनाया जाना प्रस्तावित है। जिस समय अंडरपास का उद्घाटन करवाया गया तब यह शैड क्यों नहीं बनाया गया अथवा इसका बनाया जाना नजरअंदाज कर दिया गया। यह एक रहस्य ही बना हुआ है ? जल भराव को देखते हुए इस बात से भी इनकार नहीं की बरसात के समय अंडरपास में बरसाती पानी को निकालने के लिए कोई ठोस व्यवस्था भी नहीं की गई । लोगों में इस बात को भी लेकर डर बना हुआ है कि जाटोली फाटक रेलवे अंडरपास की ऊंचाई और चौड़ाई देखते हुए यहां कई फुट तक पानी भरने से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में जाने अनजाने में इस रेलवे अंडरपास से आने जाने वाले लोगों के लिए खतरा ही बना रहेगा । लोगों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है जाटोली रेलवे अंडरपास पर शैड बनाकर पूरा किया जाने के साथ ही यहां से जल निकासी की भी जल्द से जल्द व्यवस्था की जाए।