– बैठक में गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के अभियान में जनभागीदारी बढ़ाने सहित अन्य मामलों पर हुई विस्तार से चर्चा गुरुग्राम, 18 जून। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने कहा कि जन भागीदारी के साथ हमें गुरुग्राम को स्वच्छ एवं बेहतर शहर बनाना है। इसके तहत जिला प्रशासन व नगर निगम तेजी से कार्य कर रहा है। सफाई कार्य की बेहतर निगरानी के लिए एचसीएस स्तर के अधिकारीगण प्रतिदिन मौका निरीक्षण कर रहे हैं। उक्त बात निगमायुक्त ने मंगलवार को अपने कार्यालय में सिटीजन सुपरवाईजरी कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गुरुग्राम को एशिया का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का लक्ष्य दिया गया है तथा इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी का सहयोग बहुत ही आवश्यक है। जिला प्रशासन व नगर निगम शहर को स्वच्छ बनाने में जुटा हुआ है, लेकिन नागरिकों के सहयोग के बिना यह लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता। नागरिकों को चाहिए कि वे इधर-उधर कूड़ा ना फैलाएं तथा कूड़े के लिए डस्टबिन का प्रयोग करें। अगले कुछ दिनों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का कार्य बेहतर कर लिया जाएगा। इसके साथ ही सेकेंडरी कलेक्शन प्वाइंट से बंधवाड़ी कचरा निष्पादन प्लांट तक कचरा पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कचरे के प्रबंधन के लिए बेहतर तकनीक लाने की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं तथा इसके लिए एनटीपीसी व आइजीएल जैसी कंपनियों से बात की जा रही है। उन्होंने सिटीजन सुपरवाईजरी कमेटी के सदस्यों से आह्वान किया वे नागरिकों को सफाई व कचरा प्रबंधन के लिए जागरूक करें। बैठक में कमेटी के को-चेयरमैन सुधीर कृष्णा ने अपने सुझाव रखते हुए कहा कि सिटी सेनिटेशन व कचरा प्रबंधन योजना बनाई जाए, जिसमें आईईसी व क्षमता निर्माण सहित सभी कंपोनेंट शामिल किए जाएं। मोनिका खन्ना गुलाटी ने बल्क वेस्ट जनरेटरों के यहां कचरा निष्पादन सुनिश्चित करवाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एक अनुमान के अनुसार 55 से 60 प्रतिशत कचरा बल्क वेस्ट जनरेटर्स का होता है तथा नियम के तहत उन्हें परिसर में ही उसका निष्पादन करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सभी बल्क वेस्ट जनरेटरों को ऑनलाईन पोर्टल पर रजिस्टर करने कि दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। स्मिता आहुजा ने भी होटल, बैंक्वेट हॉल, रेस्टोरेंट आदि के यहां कचरा प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने का सुझाव दिया। लक्ष्मी रघुपैथी ने विस्तृत योजना व स्ट्रेटजी बनाकर उसे क्रियान्वित करने का सुझाव दिया तथा सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में कार्य करने की बात कही। दीपक शर्मा व स्मिता आहुजा ने कहा कि सभी साथ मिलकर गुरुग्राम को स्वच्छ शहर बनाने में अपना योगदान देंगे। सोनिया गार्गा व कुसुम शर्मा ने सोर्स सेग्रीगेशन पर बल दिया तथा इसके लिए प्रभावी इनफोर्समैंट करने की बात कही। निगमायुक्त ने सभी सदस्यों से कहा कि वे निगम द्वारा तैयार किए गए सिटी सेनिटेशन प्लान का अवलोकन करें तथा अपने सुझाव दें। भंडारा व छबील लगाने वाले स्वच्छता का रखें ध्यान : निगमायुक्त ने निगम क्षेत्र में भंडारा व छबील लगाने वाले नागरिकों से आह्वान किया कि वे स्वच्छता का ध्यान जरूर रखें तथा वहां के कचरे को डस्टबिन में ही डालें। इधर-उधर कचरा फैलाने से शहर गंदा होता है। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करने का भी आह्वान किया तथा कहा कि शहर में कई बर्तन बैंक चल रहे हैं, भंडारा व छबील लगाते समय बर्तन बैंक के बर्तनों का उपयोग किया जाए। बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त डा. बलप्रीत सिंह, यूएलबी के अतिरिक्त निदेशक (मुख्यालय) वाईएस गुप्ता, संयुक्त आयुक्त डा. नरेश कुमार सहित सिटीजन सुपरवाईजरी कमेटी के सदस्य उपस्थित थे। Post navigation सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उठाए जा रहे प्रभावी कदम-निगमायुक्त हमारे पर्व युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने में सहायक : बोधराज सीकरी