परिणाम से पहले भाजपा में भीतरघात को लेकर घमासान 

बागियों की लिस्ट बनी, हर लोकसभा क्षेत्र से दो से ढाई दर्जन लोग लिस्ट में 

लिस्ट में सांसद, विधायक और ब्यूरोक्रेट शामिल 

पांच जिलाध्यक्षों पर गिरेगी गाज, फंड के दुरुपयोग विरोधियों की मदद करने के आरोप 

भीतरघात-बागी के आरोप से प्रत्याशी का ‘यूटर्न’

अशोक कुमार कौशिक 

लोकसभा चुनाव परिणाम से पहले हरियाणा में भीतरघात को लेकर भाजपा में घमसान मचा हुआ है। प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर बागियों को लेकर गहराई से मंथन किया जा रहा है और लिस्ट बनाई जा रही है। सिरसा और सोनीपत जिले की लिस्ट तैयार है। बताया जा रहा है कि यह लिस्ट सीएम नायब सिंह सैनी तक पहुंचा दी गई है। बाकी बची आठ लोकसभा की सूची रोहतक में होने वाली बैठक में दे दी जाएगी। इस मचे घमासान को लेकर आज संत कबीर कुटीर चण्डीगढ़ में जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है।

प्रत्याशियों ने बागियों को लेकर बड़े अहम खुला से किए हैं। इनमें सांसद विधायक ब्यूरोक्रेट और कर्मचारियों के नाम भी बताए गए हैं। अपनी रिपोर्ट में उम्मीदवारों ने उन पर भीतरघात के आरोप लगाए हैं। 

सिरसा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी अशोक तंवर ने स्थानीय कर्मचारी,  अधिकारी व विधायक सहित 15 लोगों की सूची तैयार कर पार्टी को सौंपी है। इसमें कहा गया कि इन लोगों ने प्रचार के दौरान विपक्षी पार्टियों का साथ दिया है। सिरसा की लिस्ट में एक महिला कर्मचारी, नगर निगम का अधिकारी तथा एक्सईएन का नाम शामिल हैं। उनको लेकर कहा गया है कि उन्होंने कांग्रेस के चुनावी एजेंट के रूप में काम किया है। 

सोनीपत सीट से भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक मोहनलाल बडोली में आरोप लगाया है कि भाजपा के सांसद उनके करीबी एक विधायक ने चुनाव में उनकी बगावत की है। उन्होंने एक लिस्ट तैयार की है जिसमें सांसद,  विधायक सहित उपायुक्त कार्यालय के अधिकारी, नगर निगम के अधिकारियों की सम्मिलित भूमिका के बारे में विस्तार से बताया है। लिस्ट में बडोली ने कुछ नेताओं के वीडियो भी भेजे हैं जिसमें वह कांग्रेस के लिए काम करते दिखाई दे रहे हैं इसके अलावा कुछ ऑडियो भी दिए हैं जिसमें ब्राह्मण नेता कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में वोट डालने के लिए कह रहे हैं। 

अपने बयान से पलटते प्रत्याशी 

लोकसभा चुनाव में सोनीपत सीट के भाजपा प्रत्याशी की वह वीडियो क्षेत्र भर में वायरल हो रही है जिसमें वे अपनी ही पार्टी के लोगों पर भितरघात का आरोप लगा रहे हैं। प्रत्याशी ने इसमें कहा कि सांसद, विधायक व पदाधिकारी इसमें शामिल हैं। वीडियो में उन्होंने दावा किया कि उनके पास ऐसी ऑडियो व वीडियो है जो किन्हीं पत्रकारों ने उन्हें दी हैं। 

इधर, बीती रात यहां हरियाणा गौसेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण गर्ग के आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रत्याशी चर्चित वीडियो के अपने बयान से एक तरह से पलट गए। उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसी कोई वीडियो या ऑडियो नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी पत्रकार ने ऐसी एक ऑडियो उन्हें सुनाई थी जिसे उन्होंने अपने फोन में नहीं लिया। कोई कार्यकर्ता उन्हें यदि ऐसी कोई ऑडियो या वीडियो देगा तो उसे वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने रखेंगे फिर उस पर समीक्षा होगी।

हर सीट से 15-17 नाम 

हरियाणा में बनाई जा रही लिस्ट में 15–17 बड़े नाम है। प्रत्याशियों की लिस्ट में नगर निगम, आरटीओ, उपायुक्त कार्यालय के कर्मचारियों और अधिकारियों ने विपक्षी दलों का साथ दिया है। इसका इनपुट भी प्रत्याशियों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को दिए हैं।

पंचकूला बैठक में उठा था मामला 

हरियाणा में लोकसभा चुनाव में पार्टी के भीतर भीतरघात को लेकर मामला पंचकूला की समीक्षा बैठक में उछला था। इस बैठक में प्रत्याशियों ने कम नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, लोकसभा चुनाव प्रभारी सतीश पूनिया व संगठन महामंत्री फणी चंद्र शर्मा के शिकायत की थी। चंडीगढ़ में पार्टी प्रत्याशियों, लोकसभा प्रभारियों, संयोजकों और विस्तारको से प्रत्येक लोकसभा सीट का फीडबैक लिया था। इसके बाद 27 में को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा था कि सिरसा और रोहतक में बोगस वोटिंग कराई गई। 

इस पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बागी और भीतरघात करने भाजपा नेताओं, अफसरों व कर्मचारियों की सूची तैयार करने को कहा जिन्होंने कांग्रेस प्रत्याशियों की मदद की। ऐसे अधिकारियों की भी सूची तैयार की जारी है जिन्होंने मतदान धीमी गति से कराया और बोगस पोलिंग करवाई। सबसे ज्यादा शिकायत हिसार, सिरसा, रोहतक, सोनीपत, करनाल और कुरुक्षेत्र से आई। 4 जून के बाद सिरसा रोहतक के आईएएस आईपीएस अधिकारियों पर गाज गिर सकती हैं।

बताया जा रहा है कि प्रत्याशियों ने 5 जिला अध्यक्षों का फीडबैक दिया था, जिसमें पैसों की हेरा फेरी, काम ना करने तथा विरोधियों की मदद करने का आरोप लगाए गए है। इस आप के बाद हरियाणा के सभी जिला अध्यक्षों की की बैठक बुलाई गई है। सीएम इस बैठक में शख्स संदेश दे सकते हैं। साथ ही उन पांच जिला अध्यक्षों को पद छोड़ने के लिए कह सकते हैं। इनमें सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद के जिला अध्यक्ष शामिल है। अभी एक जिला अध्यक्ष का नाम स्पष्ट नहीं हुआ है। 

सभी जिला अध्यक्षों से शिकायत और रिपोर्ट लेंगे सीएम 

भाजपा ने चुनाव से पहले टोल फ्री नंबर 18001038437 जारी किया था। इस नंबर पर प्रदेश का कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता था। कंट्रोल रूम में भाजपा के कार्यकर्ता हर जिलों के हिसाब से बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में एक्टिव रहे।

इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के साथ भितरघात हुआ या नहीं, क्षेत्र में इसे लेकर चर्चाओं का दौर है। जनता में अब मुद्दा बड़े जोर-जोर से उठने लगा है कि सत्ताधारी दल कहीं पतन की ओर तो नहीं है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि पार्टी अब दोफाड़ होती दिखाई दे रही है। यदि अनुशासन का डंडा ज्यादा शक्ति से चलाया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

कोई ताश खेलने वाली टोली हो या हुक्का गुड़गुड़ाने वाले लोग या फिर किसी सामाजिक समारोहों के मेजबान-मेहमान, उनकी चर्चा का एक हिस्सा यह बयान जरूर होता है। लोग यह भी कहते हैं कि भितरघात नहीं, समर्थन या विरोध तो खुलकर होना चाहिए। इस मुद्दे के साथ हो रही चुनावी चर्चाओं में लोग यह भी चर्चा कर रहे हैं कि एक राजनीतिक दल के अमले ने विरोधी दल के उम्मीदवार के पक्ष में किसी गांव में ‘छूट’ कैसे दे दी।

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