एडीसी हितेश कुमार मीणा ने दी जानकारी, जिला में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास जारी जिला में 100 स्थानों पर वॉल ऑफ डेमोक्रेसी के साथ-साथ 10 स्थानों पर ईवीएम, वीवीपैट व सीयू की लगाई जाएगी डमी गुरुग्राम, 09 मई। लोकसभा आम चुनाव 2024 के छठे चरण के लिए 25 मई को होने वाले मतदान का प्रतिशत बढ़ाने में जिला प्रशासन, गुरुग्राम द्वारा व्यापक प्रयास किए गए है। इसी कड़ी में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी निशांत कुमार यादव की पहल पर गुरुग्राम जिला में 100 प्रमुख स्थानों पर वॉल ऑफ डेमोक्रेसी तैयार की जाएगी। इन वॉल ऑफ डेमोक्रेसी पर मतदाता अपने हस्ताक्षर कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जुड़ाव महसूस करेंगे। इसके साथ ही 10 स्थानों पर ईवीएम, वीवीपैट और कंट्रोल यूनिट की करीब 8 फीट बड़ी डमी भी लगाई जाएंगी। स्वीप कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं एडीसी हितेश कुमार मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुग्राम जिला के सभी चार विधानसभा क्षेत्रों नामत: पटौदी, सोहना, बादशाहपुर व गुडग़ांव के प्रमुख स्थानों का चयन कर लिया गया। जहां पर वॉल ऑफ डेमोक्रेसी तथा ईवीएम की डमी लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद ने लघु सचिवालय परिसर स्थित विकास सदन में बनाए गए वोटर्स पार्क में वॉल ऑफ डेमोक्रेसी का शुभारंभ किया था। वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी निशांत कुमार यादव ने भी लघु सचिवालय के मुख्य भवन के समीप स्वयं हस्ताक्षर कर वॉल ऑफ डेमोक्रेसी की शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम जिला में मतदाता जागरूकता के लिए कॉलेज व यूनिवॢसटीज में भी ब्रांड एंबेसडर मनोनीत किए है। देसी रॉकस्टार एमडी, सिंगर नवीन पूनिया, सीनियर सिटीजन सुभाष चंद्र, ट्री मैन दीपक गौड़, भजन गायिका मुस्कान आनंद को भी ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। सार्वजनिक स्थलों पर वॉल ऑफ डेमोक्रेसी पर हस्ताक्षर व ईवीएम की डमी को देखकर जिला के मतदाता मतदान के लिए प्रेरित होंगे। गुरुग्राम जिला में सोशल मीडिया के माध्यम से भी लगातार मतदाता जागरूकता के प्रयास जारी है। गुरुग्राम में 10 मल्टीप्लेक्स चेन भी 90 स्क्रीन के जरिए मतदाता जागरूकता का संदेश प्रसारित कर रही है। Post navigation राजनीतिक दल व उम्मीदवार डूज एंड डोंट्स का कड़ाई से करें अनुपालन : रिटर्निंग अधिकारी गुड़गांव संसदीय क्षेत्र ब्राह्मणों को उपमुख्यमंत्री बनाने की बात करने वाले हुड्डा करते है ब्राह्मणों से भेद-भाव