साइबर सुरक्षा में हरियाणा पुलिस ने स्थापित किए नए कीर्तिमान, देश भर के राज्यों के लिए बनी रोल मॉडल,

साइबर फ्रॉड की 103 करोड़ रूपये से अधिक की राशि को ब्लॉक करते हुए देशभर में अग्रणी हरियाणा पुलिस

पिछले 6 महीने में राज्य पुलिस द्वारा साइबर अपराधियों के चंगुल से बचाए 73 करोड़ रूपये

साइबर फ्रॉड रोकने के लिए 8 बडे़ बैंकों ने मिलाया हरियाणा पुलिस के साथ हाथ, 13 नोडल अधिकारियों की हरियाणा पुलिस की साइबर टीम 1930 के साथ की तैनाती

राज्य पुलिस द्वारा साइबर अपराध में संलिप्त 2.1 लाख बैंक खातों को करवाया गया फ्रिज

3800 से अधिक मामले किए दर्ज तथा 2600 से अधिक साइबर अपराधी गिरफ्तार

चंडीगढ़, 3 मई- हरियाणा पुलिस द्वारा नागरिकों को साइबर वित्तीय धोखाधड़ी से बचाने के लिए किए जा रहे सक्रिय व अभूतपूर्व प्रयासों के चलते प्रदेश की जनता के नवंबर 2021 से कुल 103 करोड़ रूपये की राशि को साइबर ठगी से बचाया गया है जबकि पिछले 6 महीनों में 1 सितंबर 2023 से 30 अप्रैल 2024 तक राज्य पुलिस ने 73 करोड़ रूपये की राशि को साइबर ठगो के चंगुल से बचाया है। हरियाणा पुलिस की इस उपलब्धि पर अन्य राज्यों ने भी हरियाणा पुलिस के इस मॉडल को अपनाने की इच्छा जाहिर की है। भारत सरकार के वित मंत्रालय द्वारा 30 अप्रैल 2024 को फिनटेक एवं लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसियो के साथ विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित बैठक में इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला जब हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराध रोकने को लेकर अपनाई गई बैस्ट प्रैक्टिसिज को अन्य राज्यों के साथ सांझा किया गया। इस बैठक में फिनटैक कंपनियों जैसे-गुगलपे, फोनपे, पेटीएम तथा अमेजान सहित इस क्षेत्र से जुड़ी 60 अन्य कंपनियां ने भाग लिया।

रणनीतिक साझेदारी और सहयोग : सफलता की कुंजी

साइबर सुरक्षा तंत्र मजबूत करने के लिए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के नेतृत्व में मौजूदा व्यवस्था में विद्यमान कमियों का साइबर टीम के साथ बारिकी से अध्ययन किया गया। सबसे पहले साइबर हेल्पलाइन नंबर पर तैनात कर्मियों की संख्या को दोगुना करते हुए उनकी संख्या को 70 किया गया। इन सभी पुलिसकर्मियों को उच्च स्तर का प्रशिक्षण दिया गया और उनकी अलग-2 शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई।

दूरदर्शी नेतृत्व तथा आधारभूत संरचना में वृद्धि

साइबर अपराध नियंत्रण में बैंको की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है इसलिए साइबर सुरक्षा संबंधी चुनौतियों से निपटने को लेकर हरियाणा पुलिस ने बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए मौजूदा कमियों को दूर करने की कार्ययोजना तैयार की। इसी कड़ी में एचडीएफसी बैंक ने हरियाणा पुलिस के साथ पायलट तौर पर काम किया जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में अन्य बड़े बैंको के साथ बैठक आयोजित की गई और उनके साथ मिलकर इस दिशा में काम करने के लिए रणनीति तैयार की गई। हरियाणा पुलिस की टीम के साथ वर्तमान में 8 बड़े बैंको के 13 नोडल अधिकारी काम कर रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप फंड ब्लॉकिंग की दर जो सितंबर- 2023 में मात्र 8 प्रतिशत थी वह मार्च -2024 में बढ़कर 27 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) के अनुसार देशभर में यह प्रतिशत दर सबसे अधिक है। इसी प्रकार, आई4सी में हरियाणा पुलिस के 4 अधिकारी तैनात किए गए जो देशभर के 20 बड़े बैंको के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड रोकने के लिए एक मंच पर कार्य कर रहे हैं।

सक्रिय उपायः हॉटस्पॉट निगरानी तथा लक्षित गिरफ्तारियां

साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा पुलिस द्वारा देश भर के राज्यों जैसे बिहार,राजस्थान, झारखंड, बिहार आदि के ऐसे 50 स्थानों को सूचीबद्ध किया गया जहां से साइबर फ्रॉड को लेकर सबसे अधिक अपराधी फोन पर सक्रिय हैं। हरियाणा पुलिस द्वारा ऐसे क्षेत्रों की मॉनीटरिंग करते हुए साइबर की टीम द्वारा नियमित तौर पर रेड की जा रही है और अपराधियों को पकड़ा जा रहा है। इसी कड़ी में हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए अप्रैल माह में ऑपरेशन साइबर आक्रमण चलाया गया जिसके तहत प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से 137 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि 1 जनवरी 2023 से लेकर अप्रैल 2024 तक हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराध को लेकर 3810 मामले दर्ज किए गए हैं तथा 2638 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।

प्रौद्योगिकी, जागरूकता और क्षमता निर्माण एक व्यापक दृष्टिकोण

हरियाणा पुलिस ने अस्त्र सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हुए फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक के माध्यम से फर्जी तरीके से लोगों के पहचान पत्र का दुरुपयोग करके साइबर अपराध में संलिप्त मोबाइल नंबरों को बंद करवाने की ऐतिहासिक पहल की। इस कार्य में दूरसंचार विभाग के सहयोग से हरियाणा के नूह जिला में इस प्रकार के 496000 मोबाइल नंबरों को बंद करवाया गया। इसके अलावा, नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल का इस्तेमाल करते हुए पिछले 1 साल में साइबर अपराध में संलिप्त 72935 मोबाइल नंबरों को बंद तथा साइबर अपराधियों के 210000 बैंक खाता को फ्रिज करवाया गया।

साइबर जागरूकता को बनाया अभियान

हरियाणा पुलिस द्वारा 9584 जागरूकता अभियान चलाते हुए 60 लाख लोगों तक साइबर जागरूकता का संदेश पहुंचाया गया। इसी प्रकार, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों तक साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले तौर तरीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है ताकि लोग साइबर फ्रॉड का शिकार ना हो। इसके अलावा, विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में थाना प्रभारियों की देखरेख में साइबर जागरूकता को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ताकि बच्चों के साथ साइबर सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की जा सके। हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर सुरक्षा को लेकर 45654 लोगों के मोबाइल पर मैसेज भेजे गए तथा 42 लाख लोगों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजते हुए साइबर सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गई। इसी प्रकार, हरियाणा पुलिस द्वारा 3383 पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर प्रशिक्षित किया गया।

श्री कपूर ने बताया कि साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर फील्ड यूनिट को सुदृढ़ करते हुए लॉ एनफोर्समेंट के लिए प्रशिक्षित किया गया । हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेश में 29 साइबर पुलिस थाने खोलते हुए 4989 पुलिस अधिकारियों को साइबर अपराध पड़ताल तथा साइबर फॉरेंसिक को लेकर प्रशिक्षित किया गया। साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा पुलिस द्वारा 1 फरवरी 2022 से लेकर अब तक 7.25 लाख लोगों की कॉल को रिस्पांड किया गया।

पुलिस महानिदेशक ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से बैंक खाता संबंधी निजी जानकारी साझा न करें और यदि साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाए तो जल्द से जल्द साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें। उन्होंने कहा कि साइबर फ्रॉड होने पर शुरुआती 1 घंटे जिसे गोल्डन आवर कहा जाता है, में साइबर फ्रॉड की गई राशि को फ्रीज करने की संभावना अपेक्षाकृत अधिक होती है इसलिए लोग ऐसा होने पर तुरंत अपनी शिकायत दर्ज करवाए।

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