भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक गुरुग्राम। आज गुरुग्राम के भाजपा उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह ने अपना नामांकन भरा और नामांकन भरने के लिए उनके साथ नवनिर्वाचित सीएम नायब सैनी भी आए। इसे ऐसे भी कहा जा सकता है कि भाजपा की रणनीति में है कि सभी उम्मीदवारों के नामांकन मुख्यमंत्री भरवाएंगे। इसके अतिरिक्त भी सभी बावल के बनवारी लाल से लेकर मेवात तक के सभी विधायक भी कार्यक्रम में शामिल हुए। गुरू द्रोण की भूमि गुरुग्राम में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया और इसका मंच संचालन करने के लिए बड़े आश्चर्य की बात है कि गुरुग्राम का कोई व्यक्ति राव इंद्रजीत सिंह को लायक नहीं लगा और अगर इस बात को यूं कहें कि गुरुग्राम की ही बात नहीं पूरे गुरूग्राम लोकसभा क्षेत्र से कोई व्यक्ति मंच संचालन के लिए राव इंद्रजीत सिंह को पसंद नहीं आया। मंच संचालन की जिम्मेदारी राव इंद्रजीत के विशेष प्रिय मनीष मित्तल ने संभाली, जोकि नारनौल से संबंध रखते हैं। इस बात की चर्चाएं कार्यकर्ता आपस में कर रहे थे लेकिन चर्चाओं से जो बात उभरकर आई वह यह आई कि राव इंद्रजीत सिंह अपने कार्यक्रम अपने ही तरीके से आयोजित करते हैं। उनकी अपनी एक विशेष टीम है। उन्होंने अपना चुनाव कार्यालय भी अपने प्रिय पार्षद के निवास पर बनाया है और एक चुनाव कार्यालय मेयर मधु आजाद के प्रेम मंदिर के सामने वाले कार्यालय में बनाया है। गुरुग्राम के गुरूकमल की शायद राव इंद्रजीत को आवश्यकता हीं नहीं है। नामांकन के पश्चात रैली हुई। इस रैली में बड़े आश्चर्य की बात है कि कुल 750 कुर्सियां लगाई गई थीं और वह तो भर गईं, साथ में कुछ व्यक्ति खड़े भी थे। कह सकते हैं कि 1000-1500 व्यक्ति उपस्थित थे लेकिन मैंने मस्तिष्क से मनन किया कि जहां पटौदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता, गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला और सोहना के विधायक संजय सिंह, इनके अतिरिक्त रेवाड़ी और मेवात से आए अलग तथा राजा राव इंद्रजीत के अपने जो बड़ा नाम चर्चा में चल रहा है एक पार्षद नीरज, मुकेश पहलवान, मधु आजाद अर्थात ये सभी मिलकर भी इतने ही भाजपाईयों, व्यक्तियों को बुला पाए? यह अपने अपने आप में राव इंद्रजीत सिंह से जनता के मोह भंग की निशानी लगती है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी मुख्य अतिथि थे और जब मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी मुख्य अतिथि होते हैं तो भाजपा संगठन के सभी अधिकारी अपनी ड्यूटी निभाने को उपस्थित होंगे ही होंगे। ऐसे में जो लोग आए थे, वे भी अपनी ड्यूटी निभाने आए थे ऐसा वहां उपस्थित लोगों का कहना रहा। मुख्यमंत्री कह गए कि गुरुग्राम के विकास की गारंटी है राव इंद्रजीत। अब कोई पूछे कि पिछले लगातार 20 सालों से यही यहां के सांसद और मंत्री हैं तथा गुरुग्राम दुर्दशा से जूझ रहा है। 900 मीटर मसला हल नहीं हुआ। सफाई में गुरुग्राम का स्तर गिरता ही जा रहा है। हर साल गुरुग्राम को बाढ़ झेलनी ही है। अस्पताल बना नहीं। बस अड्डा का कुछ पता नहीं। राव इंद्रजीत सिंह विकास के परिचारक हैं। वह विकास किसका करते हैं, यह नायब जी बताएंगे? वैसे चर्चा यह है कि वह अपनी आन-बान-शान से स्थानीय निकाय में अपने आदमी बनाते हैं और वे खजाने को खूब लूटकर खाते हैं और राव इंद्रजीत सिंह आंख बंद कर उनकी पीठ थपथपाते हैं। Post navigation लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता की पालना को लेकर गुरूग्राम में हुई तीन राज्यों के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की बैठक लोकसभा चुनाव नामांकन प्रक्रिया शुरू:पहले दिन दो उम्मीदवारों ने जमा किया नामांकन : निशांत कुमार यादव