शिक्षा विभाग की ताजा रिपोर्ट अनुसार हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 26 हजार से ज्यादा पद खाली पडे है, वहीं सरकारी कालेजों में सहायक प्रोफेसरों के 4738 पद खाली है : विद्रोही

एक साल में ही सरकारी स्कूलों से 4.64 लाख छात्रों का निजी स्कूलों में जाना बताता है कि भाजपा सरकार निजी शिक्षण संस्थानों को लाभ पहुंचाने सरकारी शिक्षण संस्थानों को बर्बाद करने पर तुली है : विद्रोही

26 अप्रैल 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि कांग्रेस हरियाणा भाजपा राज में सरकारी स्कूलों, कालेजों, विश्वविद्यालयों में बदहाल हो रही शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती रही है, पर भाजपा सरकार इसको स्वीकार करके व्यवस्था सुधारने की बजाय नकारकर अपनी जवाबदेही से भागती आ रही है। अब पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के हस्ताक्षेप के बाद शिक्षा व्यवस्था की जो रिपोर्ट सामनेे आई है, वह न केवल कांग्रेस के आरोपों की पुष्टि करती है अपितु यह भी दर्शाती है कि निजी शिक्षा संस्थानों को पनपाने, लाभांवित करने हरियाणा भाजपा सरकार जान-जूझकर सरकारी शिक्षण संस्थानों को बदहाल बना रही है। विद्रोही ने कहा कि शिक्षा विभाग की ताजा रिपोर्ट अनुसार हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 26 हजार से ज्यादा पद खाली पडे है, वहीं सरकारी कालेजों में सहायक प्रोफेसरों के 4738 पद खाली है। सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या के अनुरूप क्लासरूम नही है। पूरे हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 8240 क्लास रूमों की कमी है। सरकारी स्कूलों की बदहाल शिक्षा व्यवस्था का यह दुष्परिणाम है कि विगत एक साल में ही 4.64 लाख विद्यार्थी पलायन करके निजी स्कूलों में जाने को मजबूर हुए है।  

विद्रोही ने कहा कि एक साल में ही सरकारी स्कूलों से 4.64 लाख छात्रों का निजी स्कूलों में जाना बताता है कि भाजपा सरकार निजी शिक्षण संस्थानों को लाभ पहुंचाने सरकारी शिक्षण संस्थानों को बर्बाद करने पर तुली है। यहीं हालत हरियाणा के सरकारी विश्वविद्यालयों, मेडिकल, इंजीनियरिंग, तकनीकी कालेज संस्थानों की है। प्रदेश के सरकारी विश्वविद्यालयों, मेडिकल कालेजों, इंजीनियरिंग कालेजों, तकनीकी संस्थानों में आधे से ज्यादा शिक्षकों व स्पोर्टिंग स्टाफ के पद खाली है। विश्वविद्यालयों में छात्रों की संख्या व मांग के अनुसार आधारभूत ढांचा नही है। ऐसी स्थिति में प्रदेश के छात्रों को गुणात्मक शिक्षा नही मिल रहीे जिसके चलते वे भारी-भरकम पैसा खर्च करके मजबूरी में निजी शिक्षण संस्थानों में जाने को मजबूर है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार सरकारी शिक्षण संस्थानों को बदहाल रखकर निजी शिक्षण संस्थानों को आबाद कर रही है जिसके चलते आमजनों पर अपने बच्चों को शिक्षा दिलवाने में भारी आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। वहीं गरीब वर्ग व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र प्रतिभाशाली होते हुए भी धन अभाव में अपनी प्रतिभा के अनुसार उच्च शिक्षा पाने से वंचित हो रहे है। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा भाजपा सरकार सभी को समान, अच्छी व गुणात्मक शिक्षा देने की अपनी संवैद्यानिक जिम्मेदारी निभाने में पूर्णतया असफल रही है।    

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