सिरसा, हिसार, सोनीपत, फरीदाबाद और कुरूक्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवारों का विरोध : अनुराग ढांडा 400 पार का नारा देने वाली भाजपा को 40 सीटों के भी पड़े लाले : अनुराग ढांडा इस बार हरियाणा में इंडिया गठबंधन भाजपा को 10-0 से हराएगा : अनुराग ढांडा इनेलो और जेजेपी केवल वोट काटने के लिए उम्मीदवार उतारेंगे : अनुराग ढांडा चंडीगढ़, 04 अप्रैल – आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने प्रेसवार्ता कर हरियाणा में हो रहे भाजपा के उम्मीदवारों को लेकर भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि भाजपा कुछ दिन पहले जो 400 पार का नारा दे रही थी, वो परिस्थितियां अब पूरी तरह से बदल गई हैं। अब भाजपा को 40 सीटों के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा, अब चीजें उस दिशा में जा रही हैं। भाजपा हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए अपने 10 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। लेकिन अजीब बात है कि उनके उम्मीदवार कहीं पर भी कैंपेन करते नजर नहीं आ रहे हैं और जिन्होंने कोशिश की उनका हरियाणा के गांवों में जबरदस्त विरोध हो रहा है। सिरसा से भाजपा के उम्मीदवार अशोक तंवर ने अपने कैंपेन की शुरुआत की तो फतेहाबाद के गांव करनौली, अहलीसदर, हुकमावाली, अलिका, कारियां और हड़ोली समेत दर्जन भर गांव ऐसे हैं जहां पर उन्हें जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। जहां गांव के लोगों ने सवाल पूछे जिनके सामने भाजपा के उम्मीदवार टिक नहीं पाए और उनको वहां से बिना प्रचार किए लौटना पड़ा। इसके अलावा टोहाना विधानसभा क्षेत्र में खनौरा, अमीम फतेहपुरी समेत कई गांव ऐसे थे जहां तय कार्यक्रम भी विरोध के बाद रद करने पड़े। रतिया के भी कई गांवों में अशोक तंवर को विरोध का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हिसार लोकसभा से रणजीत सिंह चौटाला को जल्दबाजी में उम्मीदवार घोषित किया गया, क्योंकि भाजपा के पास शायद अपना कोई उम्मीदवार नहीं बचा था। भाजपा ने 85000 वोट लेकर पहले ही अपनी जमानत जब्त करवा चुके रणजीत चौटाला को मौका दिया। उन्होंने भी अपना चुनाव प्रचार शुरू करते हीं ब्राहमण समाज के खिलाफ जिस तरीके का बयान दिया उसके चलते अब उनका घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। सोनीपत लोकसभा से भाजपा के उम्मीदवार मोहनलाल बडौली को जींद के नंद गांव में ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार जिनके कोयले के दाग भाजपा की वाशिंग पाउडर मशीन में धोकर जिसे भाजपा मैदान में लाई थी। इस उम्मीद में कि बड़े उद्योगपति हैं और पहले कुरुक्षेत्र से कई बार चुनाव लड़ चुके हैं और शायद भाजपा के लिए कुरुक्षेत्र में अच्छे हालत बन जाएं। जहां से भाजपा पुराने सांसद नायब सैनी को सुरक्षित रास्ता देकर मुख्यमंत्री बनाकर बाइज्जत निकालकर ले गए हैं। नहीं तो बहुत अपमान होता कि प्रदेश अध्यक्ष अपनी खुद की सांसद की सीट हार जाते। उस नवीन जिंदल को भी कलायत में जब वो पार्टी के कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम में पहुंचे तो भाजपा के ही कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। वो भी गांव में अपना कैंपेन शुरू नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में भी कृष्णपाल गुर्ज्जर पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए मोहाना गांव के ग्रामीणों ने भी उनका जबरदस्त विरोध किया। इस तरीके से हम हरियाणा में जिस तरफ भी देखते हैं वहां हमें नजर आता है कि भाजपा के जिस भी उम्मीदवार ने चुनाव प्रचार की शुरुआत की उनको जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जहां भी वो जा रहे हैं मोदी की गारंटी नाम के पोस्टर ग्रामीण फाड़ रहे हैं और गांवों में पोस्टर लगाए गए हैं कि यहां पर भाजपा के नेताओं की एंट्री बैन है। बाकी भाजपा के पांच उम्मीरदवार घोषणा के एक सप्ताह से ज्यादा समय होने के बावजूद चुनाव प्रचार में नजर नहीं आए हैं। इससे पता चलता है कि हरियाणा में हालात इंडिया गठबंधन के पक्ष में 10-0 के पक्ष में बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के ऐसे ही हालात राजस्थान, गुजरात, जम्मु कश्मीर और दिल्ली में भी देखने को मिल रहे हैं। भाजपा जिस नोर्थ इंडिया से जबरदस्त शासनादेश लेकर पिछली दो बार से चुनाव जीतती रही है वहां पर इस बार जबरदस्त विरोध हो रहा है। इसलिए 400 पार का नारा बुलंद करने वाली पार्टी को इस बार 40 पार भी करना मुश्किल हो रहा है। इन दिनों भाजपा के सारे कार्ड उल्टे पड़ रहे हैं। इन्होंने अरविंद केजरीवाल को अंदर डाला, अब इनको समझ नहीं आ रहा कि उनको अंदर रखें या बाहर। जिस संजय सिंह को लोकसभा चुनाव के दौरान ये अंदर रखना चाहते थे अब उनको जमानत मिल गई है। संजय सिंह को जमानत मिलना आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए एक उर्जा से भरा क्षण था। आम आदमी पार्टी पूरी ताकत के साथ दोबारा से मैदान में है और संघर्ष के लिए तैयार है। इंडिया गठबंधन को भी संजय सिंह के बाहर आने से जबरदस्त उर्जा मिली है। जिसकी वजह से भाजपा की सारी गणनाएं फेल हो गई हैं। अब भाजपा को समझ नहीं आ रहा कि चुनाव प्रचार कैसे करें। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि भाजपा शाम, दाम, दंड, भेद अपना कोई भी तरीका इस्तेमाल करले इस लोकसभा चुनाव में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश विरोधी नीतियों का है। प्रधानमंत्री मोदी ने जो पिछले 10 साल में देश को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है, बेरोजगारी को चरम पर पहुंचा दिया। इलेक्टोरल बॉन्ड का जो पूरो कच्चा चिट्ठा निकलकर सामने आया है उसमें पता चला है कि दूसरों पर आरोप लगाते रहे इन्होंने शराब घोटाला किया और शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्त से खुद ही भाजपा ने 60 करोड़ रुपए की रिश्वत ले ली और उसको जेल से बाहर निकलवा दिया। इस तरह के तमाम तथ्य पूरे देश के सामने हैं और खासकर नोर्थ इंडिया में प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों का जबरदस्त विरोध हो रहा है। हमारा संकल्प है कि इस बार हरियाणा से भाजपा को 10-0 से हराकर भेजेंगे और हरियाणा के लोग सार्थक पर पूरी तरह से इंडिया गठबंधन के हर उम्मीदवार की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में भाजपा में नंबर वन पर है, आज के दिन में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी भाजपा में हैं। इसलिए लोग कहने लगे है कि भाजपा का नाम बदलकर भ्रष्टचार जोड़ो पार्टी कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के दिन में हरियाणा की राजनीति में जजपा और इनेलो का कोई महत्व नहीं है। लोग कह रहे थे कि कुरुक्षेत्र में चुनाव लड़ने ताऊ के लाल आ गए हैं, लेकिन ये ताऊ के लाल नहीं भाजपा के दलाल हैं जो उनके इशारे पर इंडिया गठबंधन के वोट काटने के लिए अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतार रहे हैं। कल अजय चौटाला ने कहीं पर कहा कि मरने दे केजरीवाल को, जो हरियाणा के बेटे के मरने की दुआ करते हों, हरियाणा के लोग ऐसे लोगों की जमानत जब्त कराकर भेजेंगे। उन्होंने करनाल उपचुनाव को लेकर कहा मुझे नहीं लगता कि करनाल उपचुनाव होगा, हालांकि हाईकार्ट ने एक याचिका को खारिज किया है और चुनाव आयोग ने वहां पर दलील रखी कि मुंबई हाईकोर्ट ने जो फैसला दिया है चुनाव आयोग उसको सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाला है। इसलिए हरियाणा हाईकोर्ट ने इस पर कोई विचार नहीं किया। मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट इसके बारे में फैसला करेगा। लेकिन ये नियमों और कानून में स्पष्ट है कि कभी भी तीन महीने के लिए विधायक नहीं चुना जाता। यदि किसी भी विधानसभा या लोकसभा में एक साल से कम समय बचा हो तो उस सदस्य का फैसला नहीं होता। मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि अंबाला उपचुनाव के वक्त भाजपा के पसीने छूट रहे थे। भाजपा वो चुनाव नहीं कराना चाहती थी इसलिए नहीं कराया। लेकिन विधानसभा में सिर्फ तीन महीने के लिए विधायक बनाना चाहते हैं। क्योंकि उनको पता है कि यदि वो विधायक नहीं बना पाए तो उन्होंने नायब सैनी को जो बिना सोचे समझे मुख्यमंत्री बनाया है वो सितंबर के बाद मुख्यमंत्री नहीं रह पाएंगे। इसलिए भाजपा चुनाव आयोग का इस्तेमाल करके करनाल में उपचुनाव कराना चाहती है लेकिन कानून सबके लिए समान है। इसलिए उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस चुनाव को खारिज करेगा। उन्होंने कहा कि 7 अप्रैल को पूरे देश में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी का उपवास रखने का कार्यक्रम है। हरियाणा में भी कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर के निकट आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ता एक दिन का सांकेतिक उपवास रखेंगे और जिस तानाशाहीपूर्ण तरीके से अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की गई है उसका विरोध करेंगे। Post navigation जनता की जान बचाने वालों की नौकरी खा गई सरकार: कुमारी सैलजा 10 दिनों बाद भी रणजीत चौटाला का विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र स्वीकार नहीं