वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग करके उसको अश्लील रूप देकर वायरल करने की धमकी देते हुए ठगी करने वाले 02 साईबर ठग गिरफ्तार, कब्जा से 03 मोबाईल फोन बरामद।

गुरुग्राम : 30 मार्च 2024 – 29.03.2023 को एक व्यक्ति ने थाना साईबर अपराध पश्चिम गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत दिनांक 28.03.2023 को इसके पास एक फेसबुक आईडी से एक वीडियो कॉल आई उसके बाद इसकी कॉल रिकॉर्ड करके वीडियो को एडिट करके अश्लील बनाने तथा उसको वायरल करने की धमकी देकर इससे 40 हजार रुपए ठगने के संबंध में दी गई। प्राप्त शिकायत पर थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।

श्री प्रियांशु दीवान HPS सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध गुरुग्राम के दिशा निर्देशानुसार कार्य करते हुए निरीक्षक नवीन, प्रबंधक थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम के नेतृत्व में उप-निरीक्षक सचिन, सहायक उप-निरीक्षक अमित, सिपाही राकेश व सिपाही हवा सिंह ने कार्यवाही करते हुए उपरोक्त अभियोग की वारदात को अंजाम देने वाले 02 आरोपी भाइयों को काबू करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों की पहचान अलताप (उम्र 21 वर्ष) व जनैद (उम्र 20 वर्ष) निवासी गांव ठेकड़ा जिला अलवर (राजस्थान) के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपी अलताप को दिनांक 28.03.2024 को तथा आरोपी जनैद को दिनांक 30.03.2024 को गुरुग्राम से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

पुलिस टीम द्वारा आरोपी अलताप को दिनांक 28.03.2024 को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके 02 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ये दोनों सगे भाई है और इनके आसपास/क्षेत्र के लड़के ओ.एल.एक्स. फ्रॉड, फेसबुक, व्हाट्सएप से न्यूड वीडियो कॉल करके धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते हैं।

उपरोक्त आरोपी जुनैद ने न्यूड वीडियो कॉल के माध्यम से धोखाधड़ी करना सीखा और अपने भाई अलताप को भी साईबर ठगी की तकनीक सीखाई, फिर ये दोनों भाई साईबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने लगे। उपरोक्त अभियोग में शिकायतकर्ता को वीडियो कॉल करके आरोपी जुनैद ने वीडियो कॉल की वीडियो रिकॉर्ड की फिर उस वीडियो को न्यूड/अश्लील रूप देकर, उस अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी तेरे हुए 40 हजार रुपयों की ठगी करने की वारदात को अंजाम दिया था। इस वारदात में ठगे गए रुपए जुनैद ने अपने भाई अलताप के बैंक खाते में ट्रांसफर कराए थे। ये दोनों भाई (आरोपी) पिछले करीब 02 सालों से साईबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय थे।

आरोपियों द्वारा साईबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने में प्रयोग किए गए 03 मोबाईल फोन भी आरोपियों के कब्जा से बरामद किए गए हैं। बरामद हुए मोबाईल फोन्स को पुलिस द्वारा इंडियन साईबर क्राईम कॉर्डिनेशन सेन्टर (i4C) में जांच के लिए भेजा जाएगा और i4C की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने उपरांत आरोपियों द्वारा की गई साईबर ठगी की वारदातों का खुलाशा किया जाएगा। अभियोग का अनुसंधान जारी है।

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