सडको पर सीमेंट के पिलर, नुकीले कीलों से बनी चादर, डंपर डालकर जनता को परेशान कर रही है सरकार 15 जिलों में धारा 144 लागू तो 07 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद करना सरकार की हताशा चंडीगढ़, 12 फरवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं उत्तराखंड की प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार अपनी निकृष्ट हरकतों से बाज नहीं आ रही है। दिल्ली कूच कर रहे किसानों को रोकने के लिए ऐसी बेतुकी तरकीबें निकाल रही है जिससे आमजन को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों को रोकने के लिए सिरसा और रतिया में सड़क पर जबकि हांसी और कैथल में किनारों पर खाई खोद दी गई है, और तो और कंटेनरों से भरी मिट्टी और रोडरोलर भी लगा दिए गए हैं। सरकार सीधे तौर पर जनता को परेशान करने पर उतारू है। व्यावसायिक वाहनों के सिरसा प्रवेश पर रोक लगा दी है, जिससे खाद्य वस्तुएं, सब्जी की कमी होगी साथ ही उद्योग धंधों पर असर होता तो व्यापार भी प्रभावित होगा। सरकार की हरकतों से परेशान जनता आने वाले चुनाव में जनता को सबक सिखाकर रहेगी। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि अपनी जायज मांग को लेकर किसान दिल्ली जाकर हुक्मरानों को अपना दर्द बताना चाहते है पर प्रदेश सरकार जिसके सत्ता में कुछ दिन ही शेष हैं बौखलाहट में ऐसे कदम उठा रही है जिससे किसानों के साथ-साथ आमजनों की भी दुर्गति हो रही है। सरकार ने 15 जिलों में धारा 144 लागू कर दी है तो अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद में इंटरनेट सेवा बंद की हुई हैं। सोनीपत-पानीपत क्षेत्र में हलदाना और कुंडली बॉर्डर पर थ्री लेयर, फतेहाबाद के रतिया क्षेत्र में रंगोई नाला पर सिक्स लेयर सुरक्षा बना दी गई है तो टोहाना-मूनक रोड पर सड़क तक खोद डाली है, लोग पैदल ही खेतों के रास्ते से होकर आ जा रहे हैं। सिरसा से पंजाब की ओर जाने वाली 70 बसों का परिचालन बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र में मारकंडा पुल पर आरसीसी की छह फुट ऊंची दीवार तक बना दी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार को हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कह चुका है कि यातायात रोकने का अधिकार किसी को नहीं है। सरकार की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह यातायात बहाल रखने पर ध्यान दे। सरकार की इस मनमानी से उद्यमी, कारोबारी एवं व्यापारी को आर्थिक रूप से काफी नुकसान और आम जनता को जो परेशानी हो रही है। किसानों ने दिल्ली कूच के ऐलान क्या किया सरकार ने हरियाणा-पंजाब बॉर्डर को उसे सील कर दिया जैसे कोई युद्ध हो रहा हो। सड़को पर सीमेंट के पिलर, नुकीले कीलों से बनी चादर और मिट्टी के डंपर डालकर रास्तों को बंद किया है। उन्होंने कहा कि सड़क पर बसों को आडा-तिरछा खड़ा करके रास्ते बंद किए जा रहे हैं। नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे को बंद रखा गया है। पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस ने बॉर्डर पर सात लेयर की सुरक्षा लगाई है। पुलिस ने पंजाब से आने वाले रास्तों को सील कर दिया है, कई स्थानों पर तीन लेयर की सुरक्षा बना दी है। बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात है। सड़के सील कर देने से आम जनता को भारी परेशानी हो रही है। कई जगह पर लोग सामान उठाकर पैदल जाने पर मजबूर हो गए हैं। जनता इस गठबंधन सरकार से इतना परेशान हो चुकी है कि इस बार उसने भाजपा-जजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना लिया है, बस जनता चुनाव की प्रतीक्षा कर रही है। Post navigation प्रदेश के छः जिलों में निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से सम्पन्न हुई एचसीएस एवं अलाईड सर्विस 2023 की प्रारंभिक परीक्षा किसानों का दिल्ली कूच : ‘‘बातचीत से बडे़-बड़े मसले हल हो जाते हैं यह भी हल हो जाएगा’ : गृह मंत्री अनिल विज