लोकसभा चुनाव में जीत को एतिहासिक बनाने के लिए भाजपा के आला नेताओं ने किया मंथन

मुख्यमंत्री, प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, चुनाव सह प्रभारी, संगठन मंत्री में संगठनात्मक विषयों पर भी चर्चा

चंडीगढ़, 11 फरवरी।  लोकसभा चुनाव में जीत को एतिहासिक बनाने के लिए हरियाणा भाजपा के नेताओं में हर दिन गहन मंथन हो रहा है। प्रदेश की 10 की दस सीटों पर जीत तय मानकर चलने वाले नेताओं द्वारा एक-एक सीट पर बारिकी से विचार किया जा रहा है। प्रदेश प्रभारी एवं चुनाव प्रभारी बिप्लब कुमार देब के निवास पर प्रदेश के आला नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक में घंटों इस बात पर चर्चा हुई कि किस तरह हर सीट को वोटों के एतिहासिक अंतर से जीता जाए। प्रदेश प्रभारी एवं चुनाव प्रभारी बिप्लब देब के निवास पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी, चुनाव सह प्रभारी सुरेन्द्र नागर और संगठन मंत्री फणींद्र नाथ शर्मा पहुंचे और संगठनात्मक विषयों व चुनाव को बड़े मार्जिन से जीतने पर चर्चा की।

सभी नेताओं के चेहरे पर आगामी जीत को लेकर पूर्ण विश्वास दिखाई दिया। हालांकि इसके बावजूद इस बात पर इन नेताओं ने घंटों मंथन किया कि दसों सीटें एतिहासिक वोट लेकर जीतने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जाने चाहिए और किस प्रकार की रणनीति अपनानी चाहिए। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हरियाणा दौरे पर विस्तार से चर्चा के अलावा आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की गई।

प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी की अध्यक्षता में हुई यह बैठक इस मायने में भी महत्वपूर्ण रही कि इसमें चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी दोनों ही मौजूद रहे। हरियाणा में लोकसभा चुनाव सह प्रभारी सुरेन्द्र नागर की सभी नेताओं के साथ यह पहली बैठक रही। जानकारी के मुताबिक बैठक में प्रदेश भर में चलाए जा रहे गांव चलो अभियान को लेकर भी बात हुई।

बताया जा रहा है कि दूसरी पार्टियों के कुछ बड़े नेता भी लगातार भाजपा में आने के लिए भाजपा नेताओं से संपर्क कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा में नई ज्वाइनिंग पर भी इस बैठक में चर्चा हुई।

पार्टी के नेताओं को यह विश्वास है कि मोदी सरकार और मनोहर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से हरियाणा का माहौल बदला है। हर वर्ग को योजनाओं का लाभ मिल रहा है और वंचित रह गए परिवारों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हरेक कार्यकर्ता भी मेहनत कर रहा है, इसलिए सभी सीटें जीतने के प्रति सभी आश्वस्त हैं, लेकिन इसके बावजूद हरियाणा जिताने में रात दिन एक करने वाले ये नेता इस जीत को ऐसा बनाना चाहते हैं जिससे कि केन्द्रीय नेतृत्व पर हरियाणा की एक विशेष छाप छूट सके।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दो दिन तक दिल्ली रहकर केन्द्रीय नेताओं के साथ मुलाकात की और हरियाणा प्रभारी बिप्लब देब के निवास पर प्रदेश के नेताओं से  राजनीतिक विषयों पर चर्चा कर आगामी रणनीति तैयार की। खुद प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब और प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी ने संसद सदस्य होने के नाते संसद सत्र में भी हिस्सा लिया और इस बीच लगातार प्रदेश में पार्टी द्वारा तय कार्यक्रमों में पहुंच रहे हैं। संगठन मंत्री फणींद्र नाथ शर्मा भी हर बड़ी-छोटी बैठक में हिस्सा लेने के साथ-साथ प्रदेश भर में प्रवास कर कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचकर संगठनात्मक विषयों पर चर्चा कर रहे हैं। राजनीति के जानकारों का भी मानना है कि विपक्ष के पास न तो भाजपा जैसी संगठनात्मक शक्ति है और न ही विपक्ष के पास कोई ऐसा मुद्दा जिससे वह भाजपा के सामने कोई चुनौती खड़ी कर सके, इसलिए भाजपा 10 लोकसभा सीटें जीतने के बाद विधानसभा में भी आसानी से जीत जाएगी।

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