चंडीगढ़ में तीन पदों पर मंगलवार को चुनाव हुए. निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की. मेयर चनाव में भाजपा को 16 और गठबंधन प्रत्याशी को 12 वोट मिले, जबकि इनके 8 वोट खारिज कर दिए गए. चंडीगढ़. चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में धांधली के आरोपों को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई. कोर्ट ने तीन हफ्ते में चंडीगढ़ प्रशासन से जवाब मांगा है. उधर, कांग्रेस काउंसिलर्स ने निगम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को डिटने किया और गाड़ी में ले गई. उधर, हाईकोर्ट में आप और कांग्रेस के मेयर उम्मीदवार कुलदीप कुमार की तरफ से याचिका दाखिल की गई है, जिसमें चुनाव रद्द करने की याचिका डाली गई है. बुधवार को हाईकोर्ट में जस्टिस सुधीर सिंह की बेंच में सुनवाई हुई. पंजाब के एजी गुरमिंदर सिंह कुलदीप कुमार टीटा की पैरवी कर रहे हैं. सुनवाई के दौरान गुरमिंदर सिंह ने कहा कि कल जो हुआ वो शर्मनाक था. पूरे देश ने देखा कि सरेआम बैलट पेपर को टेंपर किया गया. इसका वीडीयो भी मोजूद है. हमें पहले से ही इसी का डर था, इसीलिए हम लगातार हाईकोर्ट से गुहार लगा रहे थे. हमें भी बार-बार हाईकोर्ट आना अच्छा नहीं लगता है. गुरमिंदर सिंह ने कहा, हमें जो बैलट पेपर दिए गए, वो पहले से मार्क किए गए थे. प्रिजाइडिंग अफसर अनिल मसीह ने अपने हाथ से 8 वोट इनवेलिड कर दिए और काउंटिंग के समय किसी को भी पास नही आने दिया. सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन और एमसी से जवाब दाखिल करने को कहा. वहीं, पूरे विवाद पर चंडीगढ़ नगर निगम के बाहर प्रदर्शन कर रहे चंडीगढ़ यूथ कांग्रेस काउंसिलर्स और महिला विंग ने प्रदर्शन किए और राम नाम के भजन गए. चंडीगढ़ यूथ कांग्रेस के प्रधान मनोज लुबाना ने कहा कि जिस तरह से धक्का हुआ, हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम बीजेपी के नए मेयर से यह पूछने आए हैं कि क्या तुम्हारा जमीर परमिशन देता है कि तुम कुर्सी पर बैठो. जब तक हमें इंसाफ नहीं मिलता हम प्रदर्शन करते रहेंगे. महिला विंग की प्रधान दीपा दुबे ने कहा कि हम राम नहीं, सियाराम के गाने गा रहे हैं. राम राज्य को जिस तरह से इन्होंने स्थापित कर धोखा किया है, जनता से वह हम बिल्कुल नहीं सहेंगे. उधर, निगम दफ्तर के बाद काफी पुलिस फोर्स भी लगाई गई थी. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को वहां से उठा दिया गया. क्या है पूरा विवाद दरअसल, चंडीगढ़ में तीन पदों पर मंगलवार को चुनाव हुए. निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की. मेयर चनाव में भाजपा को 16 और गठबंधन प्रत्याशी को 12 वोट मिले, जबकि इनके 8 वोट खारिज कर दिए गए. गठबंधन ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए होईकोर्ट में याचिका डाली है. Post navigation विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पुनः पत्र लिखकर मांगा समय शव के साथ प्रदर्शन पर सजा का फैसला जनविरोधी: कुमारी सैलजा