कलर गैस के छिड़काव से मचा हड़कंप ‘हमें लगा जूता मारेगा…’, लोकसभा में स्प्रे कर रहे आरोपी को दबोचने वाले सांसद ने सुनाया पूरा वाकया भारत सारथी/ कौशिक दिल्ली। संसद हमले की बरसी पर आज संसद के बाहर हड़कंप मच गया गया. यहां पर दो लोग नारेबाजी करने लगे और कलर गैस का छिड़काव करने लगे. लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो युवक दर्शक दीर्घा से कूद गए. ये दोनों शख्स एक बेंच से दूसरे बेंच पर भागने लगे. इससे संसद परिसर के बाहर हड़कंप मच गया. बता दें कि ये घटना संसद के बाहर की है. संसद के अंदर लोकसभा में सुरक्षा चूक की एक दूसरी घटना हुई है. दिल्ली पुलिस के अधिकारी संसद पहुंचे. दोनों को पकड़ लिया गया है. तभी एक शख्स ने जूते से निकालकर कोई पीले रंग की गैस स्प्रे कर दी. इस दौरान संसद में अफरा-तफरी मच गई. लेकिन बसपा सांसद मलूक नागर ने कुछ सांसदों के साथ मिलकर दोनों युवकों को पकड़ लिया. इसी बीच सिक्योरिटी भी आ गई और दोनों को वहां से ले गई. एक चैनल से बातचीत में सांसद मलूक नागर ने बताया कि शून्य काल में पांच मिनट बचे थे. तभी पीछे से धड़ाम की आवाज आई. मैंने पीछे देखा. एक युवक कूद के नीचे आ गया था. इसी बीच दूसरा युवक भी कूदकर नीचे आ गया. जंप करते-करते एक युवक आने लगा. मैं और कुछ सांसद उसे पकड़ने के लिए दौड़े. तभी युवक ने जूता निकाल लिया. हमें लगा कि जूते से ये हमें मारेगा. लेकिन तभी दिमाग में आया कि कहीं ये कोई हथियार न निकाल ले. हमने उसे बिना मौका गंवाए तुरंत पकड़ लिया. लेकिन इसी बीच उसने कुछ स्प्रे किया, जिससे चिंगारी सी उठी. तभी धुआं-धुआं हो गया. सभी लोग मुंह ढक कर भागने लगे. इतने में सिक्योरिटी वाले भी आ गए. लेकिन जब वो युवक कूदा था तो एक सिक्योरिटी की लेडी के ऊपर गिरा था. हमने बाद में देखा कि वो लेडी जोर-जोर से रो रही थी. कह रही थी कि मुझे पता भी नहीं चला कि ये अचानक से क्या हो गया. इसके बाद वो बेहोश हो गई. बताया कि युवकों के कूदते ही एकदम से वहां चीख-पुकार मच गई थी. हमारे दिमाग में बस तानाशाही शब्द गूंज रहे थे, कि तानाशाही नहीं चलेगी. उन्होंने बताया कि जैसे ही युवक नीचे आए एकदम से अफरा-तफरी मच गई. दोनों दर्शक दीर्घा से आए थे. वहां किसी की हिम्मत नहीं हुई कि इन दोनों को पकड़ सकें. फिर मैंने और कुछ सांसदों ने मिलकर उन्हें पकड़ा. हालांकि, बाद में सिक्योरिटी वालों ने दोनों युवकों को खूब पीटा और वहां से ले गए. लेकिन उससे पहले वहां लोग काफी डर गए थे. किसी को समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें और क्या न करें. वहीं एक चश्मदीद ने बताया कि हमें ऐसा लगा जैसे आज हम मारे न जाएं. ऐसा मन कर रहा था कि इन्हें किसी भी तरह बस रोक दें. ताकि वो कुछ गलत न कर पाएं. बाद में पता चला कि एक का नाम सागर था. पीले कलर का फ्यूल निकला. पता नहीं लगा कि केमिकल है या नहीं. बस इंस्ट्रक्शन मिला, जहां बैठे हो बैठे रहो. जो जहां खड़े हो वो खड़े रहो. बस हिलना मत. कार्यवाही में मौजूद कुछ अन्य सांसदों ने बताया कि शून्यकाल में बीजेपी सांसद खरगेन मुर्मू बोल रहे थे तभी एक व्यक्ति दर्शक दीर्घा से कूदा गया. वह पहले बैरियर से लटका और फिर सदन के अंदर छलांग लगा दी. इसके बाद दूसरा शख्स भी उसके पीछे सदन में कूद गया. दोनों युवकों के हाथ में टियर गैस कनस्तर था. इससे उन्होंने गैस छिड़कनी शुरू कर दी. आरोपियों को पुलिस स्टेशल ले जाया गया है हिरासत में लिए गए आरोपियों को संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया है. दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट स्पेशल सेल पार्लियामेंट के अंदर हंगामा करने वाले लोगों से पूछताछ करने पहुंच गई है. बताया जा रहा है कि जो दो लोग कार्यवाही के दौरान घुसे, उनमें एक का नाम सागर है. दोनों सांसद के नाम पर लोकसभा विजिटर पास पर आए थे. सांसद दानिश अली ने बताया कि दोनों लोग मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर लोकसभा विजिटर पास से आए थे. संसद हमले की बरसी के दिन सुरक्षा में चूक बता दें, संसद की सुरक्षा में चूक ऐसे दिन हुई, जब आज संसद भवन पर हमले की 22वीं बरसी है. 13 दिसंबर 2001 में आतंकियों ने संसद भवन पर हमला किया था. इस हमले में 9 जवान शहीद हुए थे. जबकि 5 आतंकी मारे गए थे. दो पकड़े, भाजपा सांसद ने दिया था पास इस घटना में दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. इनके नाम नीलम और अनमोल शिंदे है. नीलम महिला है और उनकी उम्र 42 साल है वो हरियाणा के हिसार की रहने वाली है. दूसरे आरोपी का नाम अनमोल शिंदे है. अनमोल के पिता का नाम धनराज शिंदे है और महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है. इसकी उम्र 25 साल है. आरोपियों का संसद गैलरी का पास कर्नाटक में मंसूर से भाजपा के सांसद प्रताप सिम्हा द्वारा बनाया गया था।* Post navigation न्याय की आस में पचास साल से सलमान रुश्दी कौन हैं संसद के भीतर-बाहर धुआं स्प्रे कर हंगामा करने वाले युवक-युवती