योग व संगीत के तालमेल से अभ्यास अद्भुत और सराहनीय राज्यपाल ने ओम योग संस्थान ट्रस्ट पाली के रजत जयंती समारोह में की शिरकत चंडीगढ़,10 दिसम्बर – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि संपूर्ण विश्व में योग जैसी भारतीय पारंपरिक एवं सांस्कृतिक विद्या को जन-जन तक पहुंचाने वाले ओम योग संस्थान ट्रस्ट के इस पवित्र प्रांगण में आज जो यह भव्य आध्यात्मिक समागम देखने को मिला है, इसको देखकर और इसमें भाग लेकर उन्हें बहुत ही ऊर्जावान अनुभव कर रहा है। फरीदाबाद क्षेत्र जिस को औद्योगिक नगरी के नाम से जाना और पहचाना जाता है, उसने आज ओम योग संस्थान की गतिविधियों के फलस्वरूप आध्यात्मिक नगरी का भी स्वरूप ले लिया है। ऐसा अलौकिक दृश्य देखकर मुझे बहुत ही आत्मिक आनंद महसूस कर रहा है और इस सबकी झलक आप सबके चेहरों पर भी देख रहा हूं। महामहिम राज्यपाल ने कहा कि अरावली पर्वत की श्रृंखलाओं में स्थित प्राकृतिक सौंदर्य एवं हरियाली से भरपूर यह समस्त क्षेत्र अत्यंत ही सौभाग्यशाली है कि यहां पर इस प्रकार के आध्यात्मिक कार्यक्रमों के आयोजन होते रहते हैं तथा ओम योग संस्थान में प्रतिदिन होने वाले वैदिक यज्ञ तथा आज विशेष रूप से पच्चीस वेदियों पर होने वाले सामवेद यज्ञ और गायत्री महायज्ञ का आयोजन इस क्षेत्र को अत्यंत ही सकारात्मक ऊर्जा से भर रहा है, न सिर्फ यहां पर उपस्थित जन समूह के तन-मन व आत्मिक दोषों को दूर कर रहा है अपितु जहां तक इस यज्ञ का यह पवित्र धुआं जाएगा, वहां तक सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाएगा। योगीराज जी का जन सेवा में समर्पित जीवन और ओम योग संस्थान का दिन-रात शिक्षा, स्वास्थ्य, चिकित्सा, योग प्रशिक्षण व शिविरों द्वारा व समाज के लिए अनेकों कल्याणकारी कार्य करने का संकल्प आज सार्थक हो रहा है। योगीराज जी के द्वारा संपूर्ण भारतवर्ष तथा अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड आदि विदेशों में जाकर भारतीय योग तथा संस्कृति की गहनता को लोगों तक पहुंचाना बहुत ही सार्थक प्रयास है। योगीराज जी द्वारा योग को संगीत के साथ जोड़कर, इसका अभ्यास लयबद्ध तरीके से करवाना बहुत ही अद्भुत और सराहनीय है। संस्था का यह रजत जयंती समारोह किसी भी पर्व से काम नहीं है और यहां पर देखने से पता चलता है कि यहां पर उपस्थित यह जनमानस इस संस्थान से और योगीराज जी से किस प्रकार लगाव रखता है। संस्थान का अवलोकन करते हुए देखा कि यहां चलाए जा रहे विद्यालय में आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ हमारी महान संस्कृति, सभ्यता, चारित्रिक, अनुशासन, सेवा तथा राष्ट्रभक्ति को प्रमुखता दी जाती है। यहां के छात्र-छात्राएं शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, आत्मिक स्तर पर बहुत ही सुदृढ़ है। ऐसे ही बच्चे आगे चलकर राष्ट्र निर्माण में सहयोगी बनते हैं तथा देश को उन पर गर्व होता है। योगीराज जी राष्ट्र निर्माण के लिए जो मजबूत नींव तैयार कर रहे हैं, उसके लिए आप सब प्रशंसा के पात्र हैं और इस पावन कार्य के लिए आप सबको हार्दिक बधाई प्रदान करता हूं। यह विद्यालय हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए एक आदर्श रूप का उदाहरण हो सकता है। ओउम योग संस्थान में बेटियों के उत्कृष्ट व्यायाम प्रदर्शन तथा आत्म सुरक्षा के प्रदर्शन को देखकर मन बड़ा प्रसन्न हुआ। भारत सरकार द्वारा चलाए गए मिशन बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का प्रत्यक्ष उदाहरण यहां पर देखने को मिल रहा है। यहां के प्रत्येक व्यक्ति में जो उमंग, उत्साह, निष्ठा, सेवा और आध्यात्मिकता का भाव दिखाई दे रहा है वह किसी भी मनुष्य के जीवन को श्रेष्ठ बनने के लिए काफी है। संस्थान के साथ प्रारंभ से लेकर अब तक अनेकों उतार-चढ़ाव आप सभी ने देखें होंगे और उनको संपूर्ण भी किया होगा। महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत के यशस्वी एवं ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल एवं सशक्त नेतृत्व में देश में पहली बार तैयार की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति न केवल शिक्षा और कौशल के बहु-आयामी और बहु-विषयक पहलुओं की स्थापना कर रही है, बल्कि भारत सरकार की अग्रणी पहलों और प्रमुख योजनाओं जैसे मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया के साथ भी हाथ मिला रही है। स्टैंड-अप इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया और नवीनतम आत्मनिर्भर भारत जैसे इन सभी लक्ष्य को बढ़ावा देना है। इस नई शिक्षा नीति में देश के भावी कर्णधारों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि यह रहेगी कि वे अब अपनी ही मातृभाषा में एम.बी.ए, एम.बी.बी.एस, बी.टेक, एम.टेक, बी.एड, इंजीनियरिंग जैसी उच्च शिक्षा सरलता से हासिल कर सकेगें।महामहिम राज्यपाल ने कहा कि नौकरी करना कोई बुरी बात नहीं है, मेरे देश और प्रदेश का युवा वर्ग केवल मात्र नौकरियों के पिछे दौड़ने की बजाए दुसरों को नौकरी देने वाला सशक्त और सामर्थ उद्यमी बने। उन्होंने कहा कि यह अति हर्ष का समय है जब आज सभी यहां पर रजत जयंती समारोह में शामिल हो रहे हैं। आप सभी को योगीराज जी को और उनके सभी साथी सहयोगियों को इस कार्यक्रम के आयोजन पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान करता हूं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। योगीराज स्वामी रामदेव ने कहा कि आजादी के आंदोलन को दिशा और नेतृत्व देने वाले सभी आर्य समाजी महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती के शिष्य थे। उन्होंने महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती की आज 200वी जयंती पर सबको बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं दी। ओउम योग संस्थान ट्रस्ट के योगाचार्य ओमप्रकाश ने कहा कि मनुष्य को जीवन जीने के लिए चिंतन और मनन करने से सकारात्मक दृष्टिकोण का भाव मिलता है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के गरम दल और नरम दल के नेतृत्व के लिए महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती प्रेरणा के स्रोत बने थे और उन्होंने आर्य समाज की स्थापना करके समाज को नई दशा और दिशा देने का काम किया जो हमेशा हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण की सोच के अविस्मरणीय रहेंगे। उन्होंने ओउम योग संस्थान ट्रस्ट की योग, शिक्षा और सामाजिक सरोकार में सकारात्मक दृष्टिकोण का सन्देश देने सहित अन्य गतिविधियों बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर नए वैवाहिक जोड़ों को भी विवाह करने पर आशीर्वाद दिया गया। संस्थान की छात्राओं ने स्वागत गीत गाकर भारतीय संस्कृति से मेहमानों का स्वागत किया। Post navigation सहायक प्रोफेसर्स के खाली पदों पर भर्ती की मांग को ले पंचकूला, चंडीगढ़ की सड़कों पर कल निकालेंगे मौन जुलूस: प्रोफेसर सुभाष सपड़ा हरियाणा को मिला नेशनल एनर्जी कंजर्वेशन अवॉर्ड