हरियाणा पुलिस ने घर पर सिक्योरिटी लगाई, नितिन फौजी ने सिर में गोलियां मारी थी भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। राजस्थान के जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेवा के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्याकांड के शूटर महेंद्रगढ़ के नितिन फौजी के परिवार को खतरा है। सूत्रों के अनुसार पुलिस को इनपुट मिली है कि माहौल बिगाड़ने के लिए शरारती तत्व उनके घर पर हमला कर सकते हैं ताकि इसे बदले का रूप दे सके। इसे देखते हुए हरियाणा पुलिस ने उनके घर के बाहर दो कर्मचारी तैनात कर दिए हैं। जिनकी पूछताछ के बाद ही कोई नितिन फौजी के परिवार से मिल सकता है। फौजी हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव दौंगड़ा जाट का रहने वाला है। वह सेवा में राजस्थान के अलवर में तैनात था। छुट्टी पर आने के बाद वह अचानक गायब हो गया। इसके बाद राजस्थान के शूटर रोहित के साथ नितिन फौजी ने ही गोगामेडी को गोलियां मारी थी। गोगामेड़ी के सिर में गोली मारने वाला नितिन फौजी ही था। वही इस हत्याकांड के बाद से नितिन के माता-पिता घर में ही मौजूद है। नितिन फौजी का 1 साल पूर्व बहरोड से शादी हुई थी उसकी पत्नी फिलहाल बहरोड़ में है। अभी कोई बच्चा नहीं है। फिलहाल परिवार के लोग किसी से नहीं मिल रहे हैं। उनसे वीरवार सुबह पुलिस ने पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक उनसे फौजी के हत्याकांड में शामिल होने, गैंगस्टर सम्पर्क और छुपने के संभावित ठिकानों के बारे में पड़ताल की गई। राजस्थान के अलावा अब नारनौल पुलिस भी नितिन फौजी की तलाश में है । नारनौल पुलिस की सीआईए टीम ने कई जगह पर रेड की, लेकिन फौजी नहीं मिला। नितिन फौजी के हाई प्रोफाइल मर्डर में नाम आने के बाद ग्रामीण दहशत में है। दो राज्यों की पुलिस के इस केस में शामिल होने के बाद वह फौजी के बारे में आज कोई बात करने को तैयार नहीं है। फौजी के पिता कृष्ण कुमार पूर्व सैनिक होने के साथ-साथ गांव का नंबरदार भी है । गांव में उसकी एक अच्छे व्यक्ति के रूप में पहचान है। नितिन फौजी के पिता कृष्ण कुमार ने बताया कि उसका बेटा 9 नवंबर को गाड़ी ठीक करने के लिए महेंद्रगढ़ गया था। शाम को 4 बजे तक गाड़ी ठीक हो गई थी। उसके बाद से ही वह उनके संपर्क में नहीं है। नितिन के हत्याकांड में शामिल होने के बारे में सीसीटीवी की फुटेज मीडिया में आने व उसे गोलियां चलाते देख पता चला। नितिन फौजी 19 जाट बटालियन में कार्यरत है। नितिन का बड़ा भाई अशोक कुमार भी आर्मी में है। नितिन करीब 5 साल पहले भारतीय सेवा में भर्ती हुआ था। वह 8 नवंबर को 2 दिन की छुट्टी लेकर गांव आया था। गांव में एक दिन ही रुक अगले दिन 9 नवंबर को गाड़ी की सर्विस कराने की बात कह कर घर से निकला था। उसके बाद वह न तो घर लौटा न ही परिवार के सदस्यों से फोन पर कोई बात हुई। नितिन के गांव दोंगड़ा जाट के कुछ लोगों ने भी कहा कि उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि वह इस तरह की हरकत कर सकता है। नितिन ने करीब 1 महीने पहले एक युवक का अपहरण भी किया था 10 नवंबर को महेंद्रगढ़ में ही नितिन ने कुलदीप राठी और दो अन्य बदमाशों के साथ मिलकर गोविंद शर्मा का अपहरण किया था । आरोपी अपहरण के बाद गाड़ी को भगा ले गए थे। गांव के लोगों ने अपहरण करते देखा तो पुलिस को सूचना दे दी। गांव वालों ने खुद भी उनका पीछा करना शुरू किया था। पुलिस ने घेर कर दो बदमाशों को पड़कर गोविंद शर्मा को छुड़ा लिया था, लेकिन नितिन वहां से भाग गया था। राजस्थान पुलिस ने मंगलवार को गोगामेड़ी की हत्या करने वाले दो आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी भी ली। पुलिस का मानना है कि नितिन पिछले कई दिनों से राजस्थान में ही एक्टिव था और रोहित के संपर्क में था। राजस्थान का दुसरा आरोपी राजपूत समुदाय से बताया जा रहा था, पर अब उसकी जाति तेली बताई जा रही है। आरोपी रोहित राठौर के खिलाफ नाबालिक से रेप का केस दर्ज है। वह कई साल तक जेल में था। 3 साल पहले ही जमानत पर छूटा था। वह आर्म एक्ट में भी गिरफ्तार हुआ था। रोहित का परिवार मूल जूसरी मकराना का रहने वाला है। करीब 30 साल से परिवार जयपुर में झोटवाड़ा के जसवंत नगर में रह रहा है। रोहित की एक बहन भी है जिसकी शादी हो चुकी है। रोहित मां के साथ जसवंत नगर में रहता है। पड़ोस के लोगों का कहना है कि पूरा मौहल्ला रोहित से परेशान था। जेल से आने के बाद खुद लग्जरी गाड़ियों में घूमता था। कई बार घर पर लग्जरी गाड़ियों में लोग आते रहते थे। गांव में भी उसका लोगों से मिलना जुलना कम रहता था। कई बार गांव के लोगों से मारपीट कर चुका था। इसी वजह से ज्यादातर जयपुर में रहता था। रोहित का जेल में बड़े बदमाशों से संपर्क हो गया था। पुलिस सूत्रों का कहना है की जमानत पर बाहर आने के बाद भी वह जेल में बंद बदमाशों के संपर्क में था। लगातार उसकी बात होती रहती थी। उसका संपत नेहरा गैंग के बदमाशों से भी संपर्क था। माना जा रहा है की पूरी प्लानिंग जेल के नेटवर्क के जरिए ही रची गई। इस साजिश को लेकर हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस को आगाह किया था। पर राजस्थान पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। रोहित के झोटवाड़ा के घर पर फिलहाल पुलिस का सख्त पहना है। घर पर उसकी मां ही थी। जैसे ही रोहित की पहचान हुई तो पड़ोस के लोग भी सहम गए । फिलहाल उसका घर खाली है ।बताया जा रहा है कि खुद पुलिस ने ही उसकी मां को पूछताछ के बाद सुरक्षा के लिए दूसरी जगह भेज दिया है। Post navigation करणी सेना अध्यक्ष हत्या मामला : आरोपी के पिता ने उससे संपर्क होने से इनकार किया महेंद्रगढ़ में राजस्थान के गोगामेड़ी हत्याकांड का विरोध