हरियाणा सरकार प्रदेश में शराब घोटाले की जांच सीबीआई और ईडी से क्यों नहीं कराती? : अनुराग ढांडा

क्या हरियाणा सरकार प्यादों को कानूनी जद में लेकर शराब घोटाले के मास्टरमाइंड को बचा रही है? : अनुराग ढांडा

गृहमंत्री से कानून व्यवस्था, मुख्यमंत्री से प्रदेश, शिक्षा मंत्री से शिक्षा व्यवस्था और आबकारी मंत्री से आबकारी व्यवस्था नहीं संभल रही : अनुराग ढांडा

यमुनानगर, 29 नवंबर – आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने बुधवार को जिला पार्टी में प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में पूरे प्रदेश ने देखा कि हरियाणा सरकार अपने काम को कर पाने में फेल है। ये कई बातों से जनता के सामने स्पष्ट भी हो रहा है जिसमें कई महत्वपूर्ण बिंदु हैं और जिनका सीधा यमुनानगर से संबंध है। पहला है हरियाणा एवं पंजाब हाईकोर्ट ने 5 लाख रुपए का जुर्माना हरियाणा सरकार पर लगाया है और जिस कारण लगाया वो बहुत ही शर्मनाक है। हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर इसी इलाके से आते हैं और वो बार बार दावा करते हैं कि हरियाणा के स्कूल दिल्ली से ज्यादा अच्छे हैं। लेकिन हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को फटकार लगाई कि प्रदेश के 538 सरकारी स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग शौचालय नहीं है और 1047 स्कूलों में लड़कों के शौचालय नहीं है। 236 स्कूलों में बिजली कनेक्शन ही नहीं है और प्रदेश के 131 सरकारी स्कूलों में पीने के पानी की सुविधा नहीं है।

उन्होंने कहा ये सारी व्यवस्थाएं दिखाती हैं कि शिक्षा मंत्री पूरी तरह से फेल हो चुके हैं। हरियाणा सरकार बार बार दावे करने के बावजूद भी सरकारी शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में पूरी तरह से फेल हो चुकी है। इसकी दूसरी वानगी देखने को मिली जब सीएम खट्टर ने दो दिन पहले फिर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की नकल करने की कोशिश की। सीएम खट्टर ने घोषणा की कि एक लाख 80 हजार तक वार्षिक आय वाले परिवार की बेटियों को कॉलेज में मुफ्त शिक्षा देंगे और जिनकी 1 लाख 80 हजार से तीन लाख तक वार्षिक आय है उनको फीस में 50% छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि क्या सीएम खट्टर शिक्षा को मूलभूत अधिकार नहीं मानते? क्या सीएम खट्टर नहीं मानते की हरियाणा के हर बच्चे को फ्री और अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए? यदि सीएम खट्टर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की नकल करना चाहते हैं तो पूरी नकल करें और नकल करने के लिए अकल की भी जरुरत होती है। दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल हर बच्चे के मुफ्त और अच्छी शिक्षा उपलब्ध करवाते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर ये नहीं देखा जाएगा कि कौन किस वर्ग से आता है। हरियाणा के हर बच्चे को मुफ्त और अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराएंगे चाहे वो लड़का हो या लड़की।

उन्होंने कहा कि यदि कानून व्यवस्था और शराब कांड की स्थिति को देखें तो देखने को मिलेगा की जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई। लेकिन उस पर कार्रवाई करने को नाम पर खानापूर्ति की गई। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, कहा गया कि 400 से ज्यादा जगह पर छापेमार कर एफआईआर दर्ज की गई। उनमें से आधे से ज्यादा मामलों में क्या वो बरी नहीं हो चुके। जब 25 लोगों की मौत हो जाती है, क्या सरकार के आबकारी विभाग ने ये जाना कि उनकों सैंपल भी लेने होते हैं। उन्होंने कहा कि उससे पहले विभाग द्वारा पूरे साल में ठेकों से कितने सैंपल लिए गए। जबकि ये दिल्ली में तथाकथित घोटाले में आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हैं जिसमें अभी तक कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ। हरियाणा में जहरीली शराब से इतनी मौतें हो रही हैं अभी यमुनानगर में उससे पहले पानीपत और सोनीपत समेत अलग अलग जगहों से सैकड़ों केस आ चुके हैं। लेकिन हरियाणा सरकार प्रदेश में शराब घोटाले की जांच सीबीआई और ईडी से क्यों नहीं कराती? क्या वो सिर्फ प्यादों को कानूनी जद में लाकर शराब घोटाले के किंगपेन को बचा रहे हैं?

उन्होंने कहा कि यदि 400 से ज्यादा जगहों पर अवैध तरीके से आबकारी का धंधा चल रहा था तो क्या उसके पीछे कोई मास्टरमाइंड नहीं था? क्या उसके पीछे सरकार में उच्च पद पर बैठा कोई व्यक्ति नहीं था या कोई राजनेता नहीं था? 466 लोग मनमर्जी से काम कर रहे थे हरियाणा सरकार ने इनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया? ये सारी बातें बताती हैं कि हरियाणा सरकार फेल हो चुकी है। सारा सिस्टम इनके कंट्रोल से बाहर जा चुका है और अफसर इनकी बात नहीं मानते। इसकी ताजा उदाहरण है कि यदि किसी प्रदेश का गृहमंत्री चाहे कि जो 300-400 पुलिसकर्मी ठीक से काम नहीं कर रहे, उनको तुरंत प्रभाव से सस्पेंड किया जाए। एक महीना बीतने के बाद भी वो ये बात न मनवा पाए तो इसका मतलब गृहमंत्री से कानून व्यवस्था नहीं संभल रही, मुख्यमंत्री से प्रदेश, शिक्षा मंत्री से शिक्षा व्यवस्था और आबकारी मंत्री से आबकारी व्यवस्था नहीं संभल रही। पूरी भाजपा सरकार हरियाणा में फेल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि सीएम खट्टर राजनीति करने की बजाए सरकार चलाने पर ध्यान दें तो ज्यादा सही होगा।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की नकल करके जब हरियाणा में अमित शाह आए तो उन्होंने मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की घोषणा की, लेकिन नकल के लिए अकल की जरुरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अनाउंस होने के बाद पंजाब सरकार की तरफ से तीर्थ यात्रा के लिए ट्रेन रवाना कर दी और अगले 95 दिनों में 53 हजार पंजाब के बुजुर्ग तीर्थ यात्रा पर जाएंगे। जबकि हरियाणा में एक भी तीर्थ यात्री खट्टर सरकार की अनाउंस की गई योजना में तीर्थ दर्शन करने के लिए नहीं गया है और न अभी तक कोई योजना है कि कब भेजेंगे। हरियाणा सरकार एक भी योजना को जमीन पर लागू नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि अब लोगों का समर्थन सरकार के साथ नहीं है, इसलिए सरकार मानसिक रुप से दबाव में है। सरकार कोई भी फसला नहीं ले पा रही है और न उसको ग्राउंड पर लागू कर पा रहे हैं।

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