-*कुमारी शैलजा को बनाया जा सकता है कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष* -*हुड्डा समर्थक प्रदेश अध्यक्ष उदयभान की छुट्टी लगभग तय* -‘अंदरखाने भाजपा से कथित निकटता को लेकर पार्टी में हुड्डा की विश्वसनीयता संदेह के घेरे में’ , राहुल गांधी खासे नाराज* -*हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एक्टिव हुई कांग्रेस, दिसंबर में होंगी कई बड़ी रैलियां* भारत सारथी/कौशिक चण्डीगढ़। आगामी लोकसभा चुनावों से ऐन पहले हरियाणा में कांग्रेस संगठनात्मक स्तर पर बड़े बदलाव की तैयारी शुरू कर चुकी है । सूत्रों के अनुसार वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को हटाकर कुमारी शैलजा को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष जल्द बनाया जा सकता है। हरियाणा में साल 2024 में होने वाले लोकसभा-विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस एक्टिव मोड में आ गई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने चुनावी अभियान को तेज करने वाले हैं। इसकी शुरुआत अगले महीने से होने वाली है. हुड्डा समेत प्रदेश के कई बड़े चेहरे अब दो महीने तक फील्ड में नजर आने वाले हैं । हरियाणा काग्रेस की तरफ से रैलियों को लेकर शेड्यूल तय कर लिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चौधरी उदयभान हुड्डा पिता- पुत्र समर्थक की गिनती में आते हैं , जबकि कुमारी शैलजा हुड्डा के विरोधी खेमे का नेतृत्व करते हुए रणदीप सुरजेवाला और राहुल गांधी की राजनीतिक पसंदीदा नेता बताई जाती है । मध्य प्रदेश चुनाव से हरियाणा लौटे रणदीप सुरजेवाला ने अब पार्टी हाई कमान की सलाह पर ही प्रदेश कांग्रेस में नए समीकरण बनाने शुरू कर दिए हैं । पार्टी हाई कमान की चाह के अनुसार कुमारी शैलजा की ताजपोसी नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर हो सकती है। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की दबाव की राजनीति से कतई खुश नहीं है । विगत में हुड्डा अनेक अवसरों पर पार्टी हाई कमान को दबाव में लाकर अपनी इच्छा अनुसार नियुक्तियां कराते रहे हैं । मगर अब राहुल गांधी का कॉन्फिडेंस बहुत अधिक बढ़ गया बताते हैं और वह भाजपा को कोई मौका नहीं देना चाहते कि उनकी पार्टी के भीतरी ताक़त से मिलकर हरियाणा में भाजपा को राजनीतिक फायदा उठाने का अवसर मिल सके । पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेसी नेता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने कार्यकाल के दौरान हुए अनेक कथित घोटालों के आरोप में फाइलों के गति पकड़ने के कथित भय से सत्तासीन भाजपा से तालमेल में बताए जाते हैं । खबर है कि अनेक अवसरों पर चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पीएम मोदी और अमित शाह को अपना मित्र तक बताने में संकोच तक नहीं करते दिखाई पड़े । कुछ समय पूर्व भी जब राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने का विवाद जोरों पर था , उसी समय चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मोदीजी के साथ हंसमुख अंदाज में बतियाते देखा गया था जिसका पार्टी हाई कमान के दरबार में नकारात्मक संदेश गया । उधर, अभी हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में कांग्रेस सरकार आने की स्थिति में उपमुख्यमंत्री पद पर विभिन्न जातियों के लोगों की नियुक्ति को लेकर जो बयानबाजी पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर की , उस पर चौधरी उदयभान की चुप्पी को लेकर हाईकमान खासा नाराज है । आरोप है कि चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुद को पार्टी से बड़ा मानकर नित नई मनभावन घोषणाएं करते आ रहे हैं , इससे पार्टी को खासा नीतिगत नुकसान तथा भाजपा को राजनीतिक फायदा मिलने के प्रबल आसार हैं । हुड्डा भी चुनावी मोड में हरियाणा कांग्रेस की तरफ से पानीपत के इसराना से चुनावी बिगुल फूंकते हुए खट्टर सरकार के खिलाफ अभियान को तेज किया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा की अध्यक्षता वाली कमेटी की ओर से शुक्रवार को आगामी कार्यक्रमों का एलान किया गया है। इस दौरान अशोक अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 दिसंबर को इसराना में अगली जन आक्रोश रैली की जाएगी। इसके बाद 71 दिसंबर को झज्जर में रैली आयोजित होगी । 24 दिसंबर को कांग्रेस ने किसान मजदूर जन आक्रोश के नाम से सिरसा में रैली रखी है तो वहीं 25 दिसंबर को सफीदों और 31 दिसंबर को होडल और 7 जनवरी को लाडवा में जन आक्रोश रैली होगी। इन रैलियों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य कई नेता मौजूद रहने वाले हैं। 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का फोकस वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने बताया कि पार्टी सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में जन आक्रोश रैली करने वाली है। उनके पार्टी के नेता और कार्यकर्त्ता लगातार तमाम कार्यक्रमों के जरिए घर-घर तक कांग्रेस की नीतियों को पहुंचा रहे हैं । इससे पहले कांग्रेस की तरफ से 9 लोकसभा क्षेत्रों में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम की जनसभाएं की जा चुकी है । इसके अलावा 5 जिलों में जन मिलन समारोह भी रखे गए थे । अशोक अरोड़ा ने बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके पास कांग्रेस की जनकल्याणकारी योजना का कोई जवाब नहीं है। बीजेपी-जेजेपी की सरकार आज हर वर्ग ग्रस्त है। Post navigation हरियाणा के मुख्यमंत्री ने निरंतर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए जिला परिषद परियोजनाओं के लिए समर्पित इंजीनियरिंग विंग बनाने के दिए निर्देश क्यों नहीं अभिभावकों को सरकारी स्कूलों पर भरोसा ?