• देश में जहां-जहां भाजपा सरकार बनी वहां सबसे ज्यादा अत्याचार दलित, कमजोर वर्ग पर हुआ – दीपक बाबरिया • बूथ से लेकर विधानसभा और जिला समिति तक एससी समाज का प्रतिनिधित्व व सत्ता में सीधी भागीदारी कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य – दीपक बाबरिया • भाजपा जाति जनगणना का विरोध इसलिये कर रही है क्योंकि ये गरीब विरोधी है – उदयभान • केंद्र सरकार ने भी माना कि हरियाणा सरकार सामाजिक सुरक्षा के मामले में फेल है-उदयभान • बीजेपी सरकार आने के बाद हरियाणा में दलितों के खिलाफ अपराध, अत्याचार में 96.2% वृद्धि हुई – दीपेन्द्र हुड्डा • भाजपा को देश का संविधान बदलना तो दूर, संविधान का एक शब्द भी बदलने नहीं देंगे – दीपेन्द्र हुड्डा सोनीपत, 8 नवंबर। कांग्रेस एससी सेल द्वारा आयोजित अनुसूचित जाति कार्यकर्ता सम्मेलन और हरियाणा युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित पदाधिकारी सम्मेलन ‘शंखनाद’ में हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान और सांसद दीपेन्द्र हुड्डा शामिल हुए। इस दौरान हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि देश भर में जहां-जहां भाजपा सरकार बनी वहां सबसे ज्यादा अत्याचार दलित, कमजोर वर्ग पर हुआ है। उन्होंने गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में दलित समाज के खिलाफ होने वाले अत्याचार और अपराध करने वालों को सजा तक नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने ऊंच-नीच, छुआछूत के भेदभाव के बिना संविधान में सभी को बराबरी के अधिकार दिया। इस संविधान की ही देन है कि 75 साल बाद भी भारत एक है। लेकिन सत्ताधारी भाजपा देश के संविधान को खत्म करने की फिराक में लगी हुई है। हरियाणा में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। यही कारण है कि देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में है। क्योंकि रोजगार सृजन वहां होता है जहां शांति होती है। कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य है कि बूथ से लेकर विधानसभा और जिला समिति तक एससी समाज का प्रतिनिधित्व बने और सत्ता में सीधी भागीदारी हो। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार के समय एससी समाज का चहुंमुखी विकास हुआ था लेकिन आज बीजेपी एससी समाज के अधिकारों का हनन कर रही है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने हरियाणा में अनुसूचित जाति, बैकवर्ड क्लास, किसानों के कर्जे माफ़ किये, जबकि बीजेपी सरकार ने एक पैसा माफ़ नहीं किया। भाजपा जाति जनगणना का विरोध इसलिये कर रही है क्योंकि ये गरीब विरोधी है। केंद्र सरकार ने भी माना कि हरियाणा सरकार सामाजिक सुरक्षा के मामले में फेल है। प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी लगातार गरीबों की कल्याणकारी योजनाओं पर चोट मार रही है। केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले 405 करोड़ रुपए प्रदेश की गठबंधन सरकार खर्च ही नहीं कर पाई। 1,30,879 मकान की ग्रांट को सरकार ने सरेंडर कर दिया। वहीं बीएलसी के तहत केंद्र सरकार द्वारा 47,116 मकान के लिए जो फंड जारी किया गया था, उसमें से सिर्फ 4459 मकान ही बनकर तैयार हो पाए हैं। केंद्र की योजनाओं को सिरे चढ़ाना तो दूर मौजूदा सरकार ने कांग्रेस कार्यकाल के दौरान शुरू हुई आवास योजनाओं को भी बंद कर दिया। ये पूरी तरह गरीब विरोधी सरकार है। इस सरकार ने 4800 सरकारी स्कूल मर्ज कर दिए, 498 स्कूल बंद कर दिये गये, 538 स्कूलों लड़कियों के लिये शौचालय नहीं है, 1047 स्कूलों में लड़कों के लिये शौचालय नहीं है। 8640 स्कूलों के कमरों की जरुरत है। इन स्कूलों में गरीबों, वंचितों के बच्चे पढ़ते हैं। इस सरकार ने षड्यंत्र के तहत अध्यापकों के हजारों पद खाली रखे हुए हैं। इस सरकार ने हुड्डा सरकार के समय मेडिकल की 40 हजार रुपये की फीस को 10 लाख रुपये सालाना बढ़ाकर गरीब के बच्चों के डाक्टर बनने के सपने को ही तोड़ दिया। उन्होंने आगे कहा कि दलित विरोधी इस सरकार ने परिवार पहचान पत्र के नाम पर 10 लाख लोगों के राशन कार्ड, और पाँच लाख लोगों की पेंशन काट दी गई। कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज भाजपा की सरकार में हर वर्ग तो दुःखी है ही लेकिन इस सरकार ने खास तौर पर एससी समाज पर बड़ा प्रहार करने का काम किया है। कांग्रेस पार्टी और एससी समाज का चोली-दामन का नाता रहा है और जब-जब इस समाज ने आशीर्वाद दिया देश व प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी और जब-जब एससी समाज कांग्रेस से विमुख हुआ तब-जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई और जब भी कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई, सबसे ज्यादा अत्याचार और अधिकारों पर प्रहार भी एससी समाज पर हुआ। इसका उदाहरण हरियाणा में साफ देखा जा सकता है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जो हरियाणा 2014 तक विकास के हर पैमाने पर नंबर 1 था उसे भााजपा सरकार ने बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध, नशाखोरी में नंबर 1 पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से हरियाणा में दलितों के खिलाफ अपराधों में 96.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2014 में दलित समाज के खिलाफ अपराध 16.2 से बढ़कर 38.8 प्रतिशत पर पहुंच गया यानी दलितों के खिलाफ अपराध दो-ढाई गुना बढ़ गया। उन्होंने कहा कि आज बीजेपी-जेजेपी सरकार एससी समाज के संवैधानिक अधिकारों पर चोट मारने का काम कर रही है और अब तो ये लोग नया संविधान लाने की भी सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान को खत्म करने की कितनी भी कोशिश कर ले, देश के संविधान को बदलना तो दूर संविधान का एक शब्द भी नहीं बदलने देंगे। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा भाजपा के पास सत्ताबल, सरकारी तंत्रबल के साथ-साथ धनबल और मीडिया बल भी है। भाजपा इस बल के सहारे विपक्ष की प्रखर आवाज़ को दबाने का हर प्रयास कर रही है। लेकिन हम देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार द्वारा एससी समाज और गरीब कल्याण की जितनी योजनाएं चलायी जा रही थी उन्हें भाजपा सरकार ने आते ही बंद कर दिया। कांग्रेस सरकार के समय 382000 परिवारों को 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट आवंटित किये गये थे। उन्होंने अपना संकल्प दोहराते हुए कहा कि अगले हरियाणा दिवस पर कांग्रेस पार्टी की सरकार 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट, इंदिरा आवास योजना, प्रियदर्शिनी आवास और सरकारी सहयोग से 2 कमरों के मकान की स्कीम के साथ ही स्कूली बच्चों को वजीफे देने की योजना को भी दोबारा लागू करेगी। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि बाबा साहब की सोच समाज को शिक्षित और संगठित करने की थी। शिक्षा का क्षेत्र में हुड्डा सरकार के समय पूरे प्रदेश में 2400 सरकारी स्कूल बने। शिक्षा विभाग में करीब 1 लाख से ज्यादा भर्ती की गयी। 12 विश्वविद्यालय बने जिसमें बाबा साहब के नाम से उत्तर भारत का अकेला विश्वविद्यालय सोनीपत में बना। सरकारी शिक्षा क्षेत्र का विस्तार हुआ ताकि गरीब घर का साधारण बच्चा भी अच्छी से अच्छी शिक्षा हासिल कर सके। इसके उलट भाजपा सरकार ने 5000 से ज्यादा सरकारी स्कूलों में ताला लगाकर बंद कर दिया या मर्ज कर दिया, इसके खिलाफ स्कूलों के छोटे-छोटे बच्चों को धरने पर बैठना पड़ा। 9 साल में शिक्षकों की कोई भर्ती नहीं की। एक नयी यूनिवर्सिटी, न कोई नया मेडिकल कॉलेज बनाया। इसकी सबसे ज्यादा चोट एससी समाज, गरीब, वंचित, कमजोर वर्ग को लगी। हरियाणा में रिकार्ड बेरोजगारी पर चिंता जताते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सरकारी रोजगार प्रदेश ही नहीं पूरे देश में समाप्त किये जा रहे हैं या तो उन्हें कच्चे में बदला जा रहा है। सरकारी क्षेत्र की नौकरियों को प्राईवेटाइज कर बड़े उद्योगपतियों के हवाले किया जा रहा है। हरियाणा में कौशल निगम के जरिये पक्की नौकरियों को कच्चे में बदला जा रहा है जहां आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है। इसमें सबसे ज्यादा किसी का हक मारा जा रहा है तो वो एससी समाज, ओबीसी समाज का मारा जा रहा है। अगले साल 1 नवम्बर से हरियाणा में बदलाव होगा कौशल निगम को खत्म करके खाली पड़े 2 लाख सरकारी पदों पर पक्की भर्ती करने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी ये हमारा संकल्प है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने एक कलम से 11000 सफाई कर्मचारियों की भर्ती की थी। लेकिन आज सफाई कर्मचारी, ग्रामीण चौकीदार अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनको पक्का करने की मांग भी कांग्रेस पार्टी पूरा करेगी। दीपेंद्र हुड्डा ने मांग करी कि हरियाणा के अंदर सफाई कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा के लिये सफाई कर्मचारी कमीशन बनना चाहिए। Post navigation मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोनीपत की सिसाना गौशाला में बतौर मुख्य अतिथि की शिरकत देश में बहुत बड़ा बदलाव चल रहा, दिल्ली और पंजाब ने उस बदलाव को अपनाया, अब हरियाणा की बारी : अनुराग ढांडा