कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने चीन में आयोजित एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली कबड्डी टीम की खिलाड़ी पूजा को 2 लाख रूपये की राशि देकर सम्मानित किया। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 30 अक्टूबर : श्री कृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. करतार सिंह धीमान ने कहा कि रत्नावली महोत्सव संस्कृति का संगम है। हमारा अस्तित्व वास्तव में हमारी संस्कृति के साथ है। बहुत सारी सभ्यताएं जो आज अपने अस्तित्व को ढूंढ रही हैं वो अपना सांस्कृतिक धरातल छोड़ चुकी हैं। वे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम हॉल में देर सांय रत्नावली महोत्सव के तीसरे दिन बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने चीन में आयोजित एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली कबड्डी टीम की खिलाड़ी पूजा को 2लाख रूपये की राशि देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक व उनकी टीम को रत्नावली महोत्सव को प्रिंट मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए सम्मानित किया। कुलपति डॉ. करतार सिंह धीमान ने कहा कि पूरे ग्रामीण क्षेत्र के संस्कृति के वाहक लोग हैं उन्हें इस कार्यक्रम से जोड़ा और इस पीढ़ी तथा आने वाली पीढ़ी के दर्शन करवाए। इस धरा ने बहुत उथल-पुथल देखी है। इसलिए इसका नाम कुरुक्षेत्र पड़ा है। इतनी उथल-पुथल के बीच भी हमारी संस्कृति अक्षुण्ण है। हरियाणवी बोली सबसे समृद्ध है और इसे सुनकर ही आनंद आता है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणवी संस्कृति के उत्थान में लगा है। उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा व उनकी पूरी टीम को रत्नावली महोत्सव के सफल आयोजन के सफल आयोजन की बधाई दी। Post navigation हरियाणवी संस्कृति को संजोने का कार्य कर रहा है केयू : प्रो. रमेश चंद्र भारद्वाज सरस्वती नदी मैं गिराई गई गंदगी से नगर निवासियों में नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ रोष : रामधारी शर्मा