मुख्यमंत्री सामुदायिक केंद्र बरवाला में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में हुए लोगों से रूबरू, युवाओं के साथ साथ बुजुर्गों और महिलाओं की रही विशेष भागीदारी
-श्री मनोहर लाल ने गांव बरवाला निवासियों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करते हुए गांव में जल्द ही सीवरेज सुविधा उपलब्ध करवाने की करी घोषणा
-सामुदायिक केंद्र बरवाला अब शहीद राजपाल राणा के नाम से जाना जाएगा-सीएम
-पंचकूला जिला में 606 युवाओं को मिली बिना खर्ची पर्ची के सरकारी नौकरी, जिसमें से 62 लोग अकेले बरवाला के 

चंडीगढ़ , 15 अक्तूबर-  हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने गांव बरवाला निवासियों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करते हुए गांव में जल्द ही सीवरेज की सुविधा उपलब्ध करवाने की घोषणा की। इससे गांव में जलभराव की समस्या का निदान होगा और पानी की समुचित निकासी सुनिश्चित होगी। इसके अलावा श्री मनोहर लाल ने सामुदायिक केंद्र बरवाला का नाम शहीद राजपाल राणा के नाम से करने की भी घोषणा की।               

श्री मनोहर लाल आज सामुदायिक केंद्र बरवाला में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता और नगर निगम महापौर श्री कुलभूषण गोयल भी उपस्थित थे। इससे पूर्व उन्होंने बरवाला में महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।               

मुख्यमंत्री ने लोगों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए कहा कि 26 अक्तूबर को वर्तमान राज्य सरकार के 9 वर्ष पूरे होने जा रहे है और इस दौरान तहसील, ब्लाॅक और जिला स्तर पर भरपूर विकास कार्य हुए है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा में सड़को के निर्माण के लिए 25-25 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है और सड़को का निर्माण कार्य भी आरंभ हो चुका है। इसके अलावा इस बार हुई भारी बरसात के कारण क्षतिग्रस्त हुए पुल और सड़को के सर्वें का कार्य भी पूरा हो चुका है और इनकी मरम्मत का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।               

उन्होंने कहा कि पूर्व में आबादी के सही आंकड़े ना होने की वजह से एक अनुमान के अनुसार ही कार्य करवाए जाते थे परंतु हमने परिवार पहचान पत्र के नाम से एक नई व्यवस्था शुरू की, जिसके माध्यम से किसी भी गांव व शहर की सही आबादी का पता चल जाता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 30 सितंबर तक गांव बरवाला की आबादी 11  हजार 308 थी। उन्होंने कहा कि पीपीपी के माध्यम से ही लोगों के जन्मदिन की भी जानकारी रखी जाती है और इस दिन को यादगार बनाने के लिए एसएमएस के माध्यम से शुभकामना संदेश भी भेजे जाते है। उन्होंने बताया कि आज 15 अक्टूबर को बरवाला के 33 लोगों का जन्मदिन है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उन्हें शुभकामनाए दी और इनमें से उपस्थित कुछ लोगों को उपहार भी भेंट किए।

  मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बुजर्गों को वृद्धा सम्मान पेशन के लिए कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते थे परंतु अब लाभार्थी को किसी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं बल्कि 60 वर्ष पूरा होते ही उसकी पेंशन स्वतः ही बन जाती है। उन्होंने कहा कि जन संवाद कार्यक्रम में उपस्थित ऐसे लोग जो 60 वर्ष के हो चुके है और जिनकी पेेंशन नहीं बनी है वह मौके पर ही संबंधित विभाग द्वारा लगाए स्टाॅल पर जाकर अपनी पेंशन बनवा सकते है। इसके उपरांत कार्यक्रम में उपस्थित संबंधित अधिकारियों द्वारा लाभार्थियों की पेंशन बनाई गई । मुख्यमंत्री ने स्वयं अपने हाथों से नरेंद्र पाल, मंजू बाला वर्मा, अनिल कुमार, रजनी देवी, मोहिंद्र और जसवंत कौर को पेंशन सर्टीफिकेट वितरित किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वृद्धावस्था सम्मान भत्ता, दिव्यांग और अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के साथ साथ विधुर और अविवाहित व्यक्ति के लिए वित्तीय सहायता योजना भी शुरू की है।               

श्री मनोहर लाल ने कहा कि गरीब लोगों को अपना या अपने परिवार के किसी भी सदस्य का अस्पताल में इलाज करवाने के लिए पैसा ना खर्च करना पड़े इसके लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी व निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये वार्षिक तक की निशुल्क इलाज सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। बरवाला में 3 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बने है और 74 लोग इस सुविधा का लाभ उठा चुके है, जिनके इलाज पर 16 लाख रुपये खर्च हुए है। राज्य सरकार द्वारा इस योजना का दायरा बढ़ाते हुए चिरायु विस्तार योजना लागू की गई हैं, जिसके तहत 1 लाख 80 हजार से लेकर 3 लाख रुपये सालाना आय वाले परिवार मात्र 1500 रुपये जमा करवाकर 5 लाख रुपये तक का बीमा करवा सकते है। इस योजना से 8 लाख अतिरिक्त परिवारों को लाभ होगा।               

श्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में नौकरियों में भ्रष्टाचार का बोलबाला था और खर्ची और पर्ची के आधार पर नौकरियां दी जाती थी परंतु वर्तमान राज्य सरकार द्वारा पारदर्शी तरीके से मेरिट के आधार पर युवाओं को नौकरियां दी जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के अब तक के कार्यकाल में पंचकूला जिला में 606 युवाओं को बिना खर्ची पर्ची के सरकारी नौकरी मिली है, जिसमें से 62 लोग बरवाला के है। उन्होंने बताया कि 1 लाख 80 हजार सालाना से कम आय वाले गरीब परिवारों को स्वरोजगार स्थापित कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले लगाए गए। जिला में इन मेलो में प्राप्त आवेदनों में से 24 लोगों के ऋण स्वीकृत हुए है और अधिकतम को ऋण राशि भी जारी कर दी गई है।               

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बरसात के कारण जिला के जिन लोगों की संपत्ति को नुकसान हुआ है और जिन्होंने पोर्टल पर नुकसान का ब्यौरा अपलोड किया है, उसके लिए राज्य सरकार द्वारा 4.50 करोड रुपये की मुआवजा राशि जारी कर दी गई हैं। ऐसे व्यक्ति जिन्होंने पोर्टल पर नुकसान का ब्योरा अपलोड नहीं किया था वह उपायुक्त को लिखित में आवेदन दे सकते है।

  अवैध खनन की समस्या पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि तय सीमा से अधिक गहराई तक खनन किसी भी हालत में बदार्शत नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा प्रतिमाह खनन स्थलों की ड्रोन मैपिंग करवाई जाएगी। उन्होंने पुलिस विभाग को ओवरलोडिंग टिपरो पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ओवर लोडिंग वाहनों की वजह से जहां सड़के टूटती है वहीं दुर्घटना के मामले बढ़ते है और पर्यावरण को भी नुकसान पंहुचता है।

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